बुलेटप्रूफ गाड़ी से चलती थी ‘बवानिया फैमिली’ और गुगे, हमले और रंगदारी के लिए मांगकर ले जाते थे स्कॉर्पियो
बवानिया का फैन है सचिन
यूपी के शामली के रहने वाले सचिन में बचपन से बड़ा अपराधी बन नाम और पैसा कमाने का जुनून था। सोशल मीडिया में बवानिया को फॉलो करता था। जुलाई 2022 में परिवार से झगड़ा कर घर छोड़ दिया और सीधे नीरज के घर पहुंच गया। यहां से एक युवक उसे विजय नगर वाले घर ले गया। तब से सचिन उसके साथ ही रह रहा था। सचिन ने बीबीए और बीटीसी कर रखी है, जो सीटीईटी क्वॉलिफाइड भी है। इसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
NIA भी करेगी अब पूछताछ
नैशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने सोमवार तड़के से नॉर्थ इंडिया के दोनों क्राइम सिंडिकेट में शामिल गैंगस्टर्स के घरों और ठिकानों में छापेमारी की थी। अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत सभी पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बवाना में नीरज बवानिया के पैतृक घर पर भी छापेमारी की थी। बवाना पुलिस ने उसी दिन रात को गैंग के दूसरे ठिकाने पर छापेमारी की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब इस बरामदगी की जानकारी भी एनआईए को दी जाएगी।
पहले भी मिली थी बुलेटप्रूफ गाड़ी
नॉर्थ इंडिया नीरज बवानिया क्राइम सिंडिकेट का हिस्सा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का मोहम्मद इरफान उर्फ छेनू पहलवान भी है। छेनू भी मकोका में जेल में है। इसके घर पर भी एनआईए ने सोमवार को छापेमारी की थी। छेनू के खास गुर्गे मुमताज से भी नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस ने 29 नवंबर 2021 को बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो बरामद की थी। काफी तादाद में हथियार और कैश भी मिला था। इस सिंडिकेट में कौशल चौधरी, सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और सुनील राठी भी हैं। अंदेशा है कि पूरे सिंडिकेट ने कई बुलटप्रूफ गाड़ियां बनवा रखी हैं।