बुलेटप्रूफ गाड़ी से चलती थी ‘बवानिया फैमिली’ और गुगे, हमले और रंगदारी के लिए मांगकर ले जाते थे स्‍कॉर्पियो

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बुलेटप्रूफ गाड़ी से चलती थी ‘बवानिया फैमिली’ और गुगे, हमले और रंगदारी के लिए मांगकर ले जाते थे स्‍कॉर्पियो

बुलेटप्रूफ गाड़ी से चलती थी ‘बवानिया फैमिली’ और गुगे, हमले और रंगदारी के लिए मांगकर ले जाते थे स्‍कॉर्पियो

नई दिल्ली: मकोका के तहत जेल में बंद खूंखार गैंगस्टर नीरज बवानिया की फैमिली विरोधी गैंगों के हमलों से बचने के लिए बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो का इस्तेमाल कर रही थी। बवानिया के गुर्गे विरोधी गैंगों पर हमला करने और रंगदारी मांगने के लिए भी इसी गाड़ी पर चलते थे। इसके बाद इस गाड़ी को बवाना के विजय नगर कॉलोनी स्थित बिल्डिंग के अहाते में खड़ा कर दिया जाता था। यह बिल्डिंग बवानिया के पिता के नाम पर निकली। बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो एक रिश्तेदार के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसी घर से एमजी हेक्टर गाड़ी भी रिकवर हुई है, जो बवानिया की पत्नी के नाम पर है। डीसीपी (आउटर नॉर्थ) देवेश कुमार महाला ने बताया कि एसीपी मनीष लाडला की देखरेख में बनी इंस्पेक्टर ओमबीर डबास की टीम ने सोमवार की रात को विजय नगर कॉलोनी में छापा मारा। बिल्डिंग के अंदर से सचिन उर्फ गोलू को काबू किया गया। इसकी निशानदेही पर 4 देसी कट्टे, 79 कारतूस, आधुनिक पिस्टल की मैग्जीन और 5 बैरल साफ करने वाली रॉड, लेटर और प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए गए। इससे पता चला कि विरोधी गैंग पर हमला करने की प्लानिंग चल रही थी। इस बिल्डिंग में अलग-अलग जगह से आने वाले अपराधियों की मीटिंग होती थी।

बवानिया का फैन है सचिन
यूपी के शामली के रहने वाले सचिन में बचपन से बड़ा अपराधी बन नाम और पैसा कमाने का जुनून था। सोशल मीडिया में बवानिया को फॉलो करता था। जुलाई 2022 में परिवार से झगड़ा कर घर छोड़ दिया और सीधे नीरज के घर पहुंच गया। यहां से एक युवक उसे विजय नगर वाले घर ले गया। तब से सचिन उसके साथ ही रह रहा था। सचिन ने बीबीए और बीटीसी कर रखी है, जो सीटीईटी क्वॉलिफाइड भी है। इसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।

बदमाशों के पास से मिले हथियार

NIA भी करेगी अब पूछताछ
नैशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने सोमवार तड़के से नॉर्थ इंडिया के दोनों क्राइम सिंडिकेट में शामिल गैंगस्टर्स के घरों और ठिकानों में छापेमारी की थी। अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत सभी पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बवाना में नीरज बवानिया के पैतृक घर पर भी छापेमारी की थी। बवाना पुलिस ने उसी दिन रात को गैंग के दूसरे ठिकाने पर छापेमारी की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब इस बरामदगी की जानकारी भी एनआईए को दी जाएगी।

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पहले भी मिली थी बुलेटप्रूफ गाड़ी
नॉर्थ इंडिया नीरज बवानिया क्राइम सिंडिकेट का हिस्सा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का मोहम्मद इरफान उर्फ छेनू पहलवान भी है। छेनू भी मकोका में जेल में है। इसके घर पर भी एनआईए ने सोमवार को छापेमारी की थी। छेनू के खास गुर्गे मुमताज से भी नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस ने 29 नवंबर 2021 को बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो बरामद की थी। काफी तादाद में हथियार और कैश भी मिला था। इस सिंडिकेट में कौशल चौधरी, सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और सुनील राठी भी हैं। अंदेशा है कि पूरे सिंडिकेट ने कई बुलटप्रूफ गाड़ियां बनवा रखी हैं।

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