बुंदेलखंड के पीठाधीश्वर की Mohan Bhagwat को चुनौती, कुरान के खिलाफ बोलकर दिखाएं
बुंदेलखंड पीठाधीश्वर महंत सीताराम दास महाराज ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को निंदनीय बताते हुए कहा है कि ब्राह्मणों के ऊपर जो टिप्पणी की गई है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय संस्कृति में रहते हुए यह शोभनीय नहीं है। गीता में लिखा है कि भगवान ने वर्ण व्यवस्था की थी। ब्राह्मणों को इसके लिए दोष देना गलत है।
महंत सीताराम दास ने मोहन भागवत को चुनौती भी दी है। उन्होंने कहा कि भागवत ने जिस तरह की टिप्पणी ब्राह्मणों पर की है, वे इसी तरह की टिप्पणी कुरान पर करके बताएं। उन्होंने आगे कहा है कि वे भगवान से प्रार्थना करेंगे कि मोहन भागवत को सद्बुद्धि दें ताकि वे इस तरह के बयान भविष्य में न दें।
रविवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि हमारी समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है। जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक हैं। उनमें कोई जाति या वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था। भागवत के इस बयान को लेकर जहां विरोधी दल उनसे सवाल कर रहे हैं तो वहीं ब्राह्मणों में इसे लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है।