बिहार विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी पर अधिकतम कितने दिन बने रह सकते हैं विजय कुमार सिन्हा, जानें पूरी डिटेल

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बिहार विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी पर अधिकतम कितने दिन बने रह सकते हैं विजय कुमार सिन्हा, जानें पूरी डिटेल

बिहार विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी पर अधिकतम कितने दिन बने रह सकते हैं विजय कुमार सिन्हा, जानें पूरी डिटेल

पटना: बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की अगुवाई में नई सरकार के गठन के बाद भी राजनीति का पारा कम होने के नाम नहीं ले रहा है। नीतीश कुमार के रेकॉर्ड 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाने के बीच महागठबंधन के विधायकों ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को तत्काल हटाए जाने की मांग की। दिलचस्प यह है कि विजय कुमार सिन्हा ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को स्पीकर के पद छोड़ने के सवाल पर कहा कि नियम कानून उनको मालूम होना चाहिए।

जेडीयू ने कहा स्पीकर छोड़ें कुर्सी
जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा,‘महागठबंधन के विधायकों ने मंगलवार को (जिस दिन नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ दिया था) बिहार विधानसभा के सचिव को एक नोटिस भेजा, जिसमें सदन के अध्यक्ष को उनके पद से हटाने की मांग की गई है।’ उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कई विधायकों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के नोटिस पर हस्ताक्षर किए थे। चौधरी ने कहा कि इसकी एक हार्ड कॉपी भी बुधवार को विधानसभा सचिवालय को सौंपी गई। चौधरी ने कहा कि सदन के वर्तमान अध्यक्ष सिन्हा के खिलाफ यह प्रस्ताव नीतीश कुमार की ओर से विश्वास मत लाने के लिए सत्र आहूत किए जाने के दौरान लाया जाएगा। बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 या 25 अगस्त को बुलाए जाने की संभावना है। जेडीयू के एक अन्य नेता ने कहा, ‘हमें पता चला कि वर्तमान अध्यक्ष ने मंगलवार को एक बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) नेता की अध्यक्षता में आचार समिति की बैठक बुलाई और पिछले साल मार्च में विशेष सशस्त्र पुलिस अधिनियम के अधिनियमन के दौरान विधानसभा में अराजकता पर एक ताजा रिपोर्ट प्राप्त की थी।’ उन्होंने कहा कि अध्यक्ष की मंशा बहुत संदिग्ध थी, क्योंकि उन्होंने परंपरा के अनुसार पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।
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स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का क्या असर होगा
ललित यादव की अध्यक्षता में महागठबंधन के नेताओं ने मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। बिहार विधानसभा के सचिव के समक्ष बुधवार को महागठबंधन के 50 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र सौंपा गया। अविश्वास प्रस्ताव के तहत अब विजय कुमार सिन्हा को अध्यक्ष के रूप में अपना पद बरकरार रखने के लिए विधानसभा के अंदर बहुमत साबित करना होगा। यदि उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है, तो उन्हें पद से इस्तीफा देना होगा। वर्तमान में, बीजेपी के पास 77 विधायक हैं, जो विजय सिन्हो के लिए अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
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क्या विजय कुमार सिन्हा चाह कर भी नहीं बचा पाएंगे अपनी कुर्सी?
आमतौर पर सरकार बदलने पर विधानसभा स्पीकर अपने पद से खुद से इस्तीफा दे देते हैं, लेकिन विजय कुमार सिन्हा ऐसा नहीं कर रहे हैं। विजय कुमार सिन्हा ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है। संविधान के जानकार मानते हैं कि विजय कुमार सिन्हा के इस कदम के बाद महागठबंधन स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए स्वतंत्र है। आंकड़े महागठबंधन के पक्ष में हैं और ऐसे में विजय कुमार सिन्हा को कुर्सी से हटना ही होगा। जैसा की ऊपर बताया गया है कि महागठबंधन ने पहले ही अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा सचिव को दे दिया है।
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अधिकतम कितने दिन कुर्सी पर रह सकते हैं स्पीकर
अविश्वास प्रस्ताव का नोटिसविजय कुमार सिन्हा और नीतीश कुमार, बिहार विधानसभा समाचार, स्पीकर की कुर्सी पर विजय कुमार सिन्हा, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समाचार, नीतीश तेजस्वी सरकार का बहुमत परीक्षण, vijay kumar sinha and nitish kumar, bihar assembly news, vijay kumar sinha on speaker chair, nitish kumar and tejashwi yadav news, nitish tejashwi government majority testदिए जाने के 14 दिन बाद उसपर चर्चा हो सकती है। नोटिस दिए जाने का बाद विधानसभा की कार्यवाही सत्र शुरू होने पर चर्चा के लिए यह सबसे पहला एजेंडा होता है। जब अविश्वास प्रस्ताव लिया जाता है, तो स्पीकर खुद अध्यक्षता नहीं कर सकता। ऐसे में डिप्टी स्पीकर काम संभालेंगे।’ विधानसभा में जदयू नेता महेश्वर हजारी डिप्टी स्पीकर हैं। पूर्व स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने बताया कि कानून के मुताबिक विजय कुमार सिन्हा अधिकतम 14 दिन स्पीकर की कुर्सी पर रह सकते हैं। ही महागठबंधन को 15 दिनों का इंतजार करना पड़ेगा। विजय कुमार चौधरी ने कहा, ‘मुझे भी पता चला है कि महागठबंधन ने अविश्वास नोटिस दिया है। ऐसे में 14 दिनों का समय 23 अगस्त को खत्म हो रहा है और सत्र 24 अगस्त को होगा।’

विजय कुमार सिन्हा ने पूरे प्रकरण पर क्या कहा?
बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘सीएम की चिट्ठी मिली है। उन्होंने हमें विधानसभा सत्र बुलाने को कहा है। सचिव के पास सारी जानकारी है, एक बार फाइल मिलने के बाद हम आगे का कदम उठाएंगे। अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विजय सिन्हो ने कहा, ‘जब तक मैं इस पद पर हूं, बाहर बयान नहीं दूंगा।’
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विजय कुमार सिन्हा पर क्या बोले सीएम नीतीश
गुरुवार को जब सीएम नीतीश से पूछा गया कि क्या स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को इस्तीफा दे देना चाहिए, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘ये तो आप लोग कहिएगा ना, जो मन करे, (हंसते हुए) ये तो अच्छी बात है वह बने रहें। नियम और कानून आप लोग ही देख लीजिए। जिसके समर्थन से आ गए, अब वह सब अलग हो गए।’

वरिष्ठ जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने कहा, ‘विजय कुमार सिन्हा नियम कानून का पालन करें। यदि सदन के 35 सदस्य भी अविश्वास प्रस्ताव लाते हैं तो अध्यक्ष को अपने पद से हटना पड़ता है। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 164 विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है। ऐसे में विजय सिन्हा को नियम कानून का पालन करते हुए नैतिकता के आधार पर और अपने विवेक का इस्तेमाल पर उचित फैसला कर लेना चाहिए। जब आप किसी संवैधानिक पद पर हैं तो आपको कानून का पालन करना चाहिए।

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24 अगस्त को बहुमत साबित करेंगे नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में आठवीं बार शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने बुधवार को पहली कैबिनेट बैठक बुलाई है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ बैठक में, नीतीश कुमार ने अपना बहुमत साबित करने के लिए 24 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र और 25 अगस्त को विधान परिषद बुलाने का प्रस्ताव पारित किया। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को प्रस्ताव से अवगत करा दिया गया है और उनकी मंजूरी का इंतजार है। महागठबंधन के नेताओं ने भाजपा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया। चूंकि उनके पास अपनी ही पार्टी के सिर्फ 77 विधायकों का समर्थन है, इसलिए इस बात की सबसे अधिक संभावना है कि वह प्रस्ताव से पहले पद से इस्तीफा दे देंगे। राजद के अवध बिहारी चौधरी इस पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। 25 अगस्त को विधान परिषद नए अध्यक्ष का भी चुनाव करेगी।

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