बिहार : डेढ़ साल से दबा था टीचर का छात्राओं से छेड़खानी का मामला, पीएम मोदी के ऑफिस से गई चिट्ठी, तुरंत दर्ज हुई FIR
Bihar School Molestation: बिहार में गया जिले के एक स्कूल में डेढ़ साल पहले शराब के नशे में टीचर ने एक शिक्षिका और छात्राओं के साथ छेड़खानी की थी। मामला दर्ज न होता देख पीड़ित शिक्षिका ने PMO से गुहार लगाई। आखिर में प्रधानमंत्री कार्यालय के दखल के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की है।
हाइलाइट्स
- बिहार में FIR के लिए PMO को देनी पड़ी दखल
- डेढ़ साल पहले टीचर ने शिक्षिका और छात्राओं से की थी छेड़खानी
- गया के रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय का है मामला
- शिक्षक के अलावा हेडमास्टर और क्लर्क पर भी FIR- पुलिस
गया: बिहार के गया में वर्ष 2021 में रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के छात्राओं और शिक्षिका के साथ छेड़खानी का मामला आया था। अब इस मामले में पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद करीब डेढ़ साल के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है। कोतवाली थाना में ये केस दर्ज कराया गया है, जिसमें रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार, हेडमास्टर और क्लर्क को आरोपी बनाया गया है। कोतवाली थानाध्यक्ष ने इसकी पुष्टि की है। बताया जाता है कि गया शहर के कोतवाली थाना अंतर्गत रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं और शिक्षिका के साथ विद्यालय के ही शिक्षक ने छेड़खानी की थी। आरोप था कि शराब के नशे में धुत शिक्षक ने छेड़खानी की कोशिश की थी।
26 जनवरी के दिन टीचर ने की थी शर्मनाक हरकत
26 जनवरी 2021 को सरकारी कार्यक्रम से लौटने के दौरान ही टीचर ने ये शर्मनाक करतूत की थी। हालांकि बताया जा रहा है कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के ही कुछ पदाधिकारियों को इस मामले की जांच कर विभागीय स्तर पर रिपोर्ट देने को कहा गया था। लेकिन इस मामले में आरोपी शिक्षक को विभागीय जांच में क्लीन चिट मिल गई थी। नतीजा ये हुआ कि मामला दबकर रह गया। इसके बाद पीड़ित शिक्षिका ने इस मामले को लेकर पीएमओ समेत कई जगहों पर गुहार लगाई। पीएमओ कार्यालय में शिकायत के बाद आखिरकार संज्ञान लिया गया और इस मामले में एसएसपी गया हरप्रीत कौर को आवश्यक निर्देश दिए गए।
पीएमओ ने लिया संज्ञान तब मामला हुआ दर्ज
इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने त्वरित प्रक्रिया को अपनाते हुए गया एसएसपी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पीएमओ ऑफिस के हस्तक्षेप के बाद अंततः इस मामले में गया एसएसपी सक्रिय हुईं और मामले को कोतवाली थानाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार अकेला को सुपुर्द किया। निर्देश मिलते ही कोतवाली थाना के पुलिस हरकत में आई और इस मामले से जुड़ा केस दर्ज कर लिया गया है।
शिक्षक के अलावा हेडमास्टर और क्लर्क पर भी FIR- पुलिस
इस संबंध में कोतवाली थानाध्यक्ष कुमार कौशलेंद्र अकेला ने बताया कि वर्ष 2021 में रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के छात्राओं और शिक्षकों के साथ विद्यालय के ही शिक्षक के छेड़खानी का मामला सामने आया था। इस मामले को लेकर पीड़ित शिक्षिका ने पीएमओ समेत कई जगहों पर न्याय के लिए गुहार लगाई थी। अब इस मामले को लेकर बीते दिन कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दर्ज की गई एफआईआर में रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के मुख्य आरोपित रहे शिक्षक शिक्षक अरविंद कुमार का अलावा हेड मास्टर और क्लर्क को आरोपित बनाया गया है। केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी गई है। विद्यालय की ही महिला टीचर की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज हुई है।
पीएमओ से इस तरह के आवेदन आते ही संबंधित थाने को कर दिए जाते हैं सुपुर्द: एसएसपी
इस संबंध में गया एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि पीएमओ से इस तरह के आवेदन आते ही संबंधित थाने को सुपुर्द कर दिए जाते हैं। एसएसपी के मुताबिक रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के शिक्षक पर छेड़खानी के मामले का संज्ञान उन्हें नहीं है, लेकिन पीएमओ ऑफिस से एक मामले में लेटर आने पर केस को संबंधित थाने को सुपुर्द किया गया था। इस मामले में भी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट- बिप्लव कुमार
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Web Title : bihar police lodged fir after prime minister office pmo intervention in gaya school molestation case
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Bihar School Molestation: बिहार में गया जिले के एक स्कूल में डेढ़ साल पहले शराब के नशे में टीचर ने एक शिक्षिका और छात्राओं के साथ छेड़खानी की थी। मामला दर्ज न होता देख पीड़ित शिक्षिका ने PMO से गुहार लगाई। आखिर में प्रधानमंत्री कार्यालय के दखल के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की है।
हाइलाइट्स
- बिहार में FIR के लिए PMO को देनी पड़ी दखल
- डेढ़ साल पहले टीचर ने शिक्षिका और छात्राओं से की थी छेड़खानी
- गया के रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय का है मामला
- शिक्षक के अलावा हेडमास्टर और क्लर्क पर भी FIR- पुलिस
26 जनवरी के दिन टीचर ने की थी शर्मनाक हरकत
26 जनवरी 2021 को सरकारी कार्यक्रम से लौटने के दौरान ही टीचर ने ये शर्मनाक करतूत की थी। हालांकि बताया जा रहा है कि इस तरह का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के ही कुछ पदाधिकारियों को इस मामले की जांच कर विभागीय स्तर पर रिपोर्ट देने को कहा गया था। लेकिन इस मामले में आरोपी शिक्षक को विभागीय जांच में क्लीन चिट मिल गई थी। नतीजा ये हुआ कि मामला दबकर रह गया। इसके बाद पीड़ित शिक्षिका ने इस मामले को लेकर पीएमओ समेत कई जगहों पर गुहार लगाई। पीएमओ कार्यालय में शिकायत के बाद आखिरकार संज्ञान लिया गया और इस मामले में एसएसपी गया हरप्रीत कौर को आवश्यक निर्देश दिए गए।
पीएमओ ने लिया संज्ञान तब मामला हुआ दर्ज
इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने त्वरित प्रक्रिया को अपनाते हुए गया एसएसपी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पीएमओ ऑफिस के हस्तक्षेप के बाद अंततः इस मामले में गया एसएसपी सक्रिय हुईं और मामले को कोतवाली थानाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार अकेला को सुपुर्द किया। निर्देश मिलते ही कोतवाली थाना के पुलिस हरकत में आई और इस मामले से जुड़ा केस दर्ज कर लिया गया है।
शिक्षक के अलावा हेडमास्टर और क्लर्क पर भी FIR- पुलिस
इस संबंध में कोतवाली थानाध्यक्ष कुमार कौशलेंद्र अकेला ने बताया कि वर्ष 2021 में रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के छात्राओं और शिक्षकों के साथ विद्यालय के ही शिक्षक के छेड़खानी का मामला सामने आया था। इस मामले को लेकर पीड़ित शिक्षिका ने पीएमओ समेत कई जगहों पर न्याय के लिए गुहार लगाई थी। अब इस मामले को लेकर बीते दिन कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दर्ज की गई एफआईआर में रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के मुख्य आरोपित रहे शिक्षक शिक्षक अरविंद कुमार का अलावा हेड मास्टर और क्लर्क को आरोपित बनाया गया है। केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी गई है। विद्यालय की ही महिला टीचर की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज हुई है।
पीएमओ से इस तरह के आवेदन आते ही संबंधित थाने को कर दिए जाते हैं सुपुर्द: एसएसपी
इस संबंध में गया एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि पीएमओ से इस तरह के आवेदन आते ही संबंधित थाने को सुपुर्द कर दिए जाते हैं। एसएसपी के मुताबिक रामरुचि बालिका उच्च विद्यालय गया के शिक्षक पर छेड़खानी के मामले का संज्ञान उन्हें नहीं है, लेकिन पीएमओ ऑफिस से एक मामले में लेटर आने पर केस को संबंधित थाने को सुपुर्द किया गया था। इस मामले में भी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट- बिप्लव कुमार
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