बिहारः IPS विकास वैभव ट्वीट प्रकरण का असर, सोशल मीडिया पर पुलिस को सरकार ने दी यह नसीहत

9
बिहारः IPS विकास वैभव ट्वीट प्रकरण  का असर, सोशल मीडिया पर पुलिस को सरकार ने दी यह नसीहत

बिहारः IPS विकास वैभव ट्वीट प्रकरण का असर, सोशल मीडिया पर पुलिस को सरकार ने दी यह नसीहत


ऐप पर पढ़ें

पुलिस सप्ताह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि है सोशल मीडिया पर ड्यूटी से जुड़ी जानकारी या किसी तरह के हथियार, अपनी वर्दी समेत अन्य किसी तरह की जानकारी को सार्वजनिक न करें। किसी सोशल प्लेटफॉर्म पर क्या डालना है, क्या नहीं, इसका खासा ध्यान रखें। कुछ मामलों में इस तरह की जानकारी सार्वजनिक होने से काफी समस्या हो गई थी। ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मी मोबाइल के उपयोग से परहेज करें। इसे अपनी पॉकेट की हाजत में बंद कर दें। 

उन्होंने कहा कि पुलिस के चार मजबूत स्तंभ आधारभूत संरचना, मानव बल, पेशेवर कार्यकुशलता और व्यवहार कुशल आचरण हैं। व्यवहार में छोटी-सी दिक्कत बड़ी समस्या पैदा कर देती है। कभी कोई वीडियो वायरल हो सकता है। 

बिहार IPS वॉरः नीतीश की नसीहत के बाद IPS विकास वैभव का लेटेस्ट ट्वीट, … कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता

 

दरअसल पिछले दिनों आईपीएस विकास वैभव के एक ट्वीट से बिहार पुलिस में भूचाल आ गया। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के आचरण पर विकास वैभव ने ट्वीट कर अपना दर्द जनता से शेयर किया था। हालांकि विकास वैभव ने तुरंत अपना मैसेज डिलीट कर दिया था। लेकिन उनसे शो कॉज पूछा गया और जमकर राजनीति भी हुई। सीएम नीतीश कुमार ने तब कहा था कि पुलिस का काम ट्वीट करना नहीं है। उन्होंने इससे बचने की सलाह दी थी। 

default - बिहारः विकास वैभव को डीजी शोभा अहोतकर ने  गाली तो दी पर छुट्टी नहीं दी,  सरकार के पाले में पहुंचा IPS विवाद

इस मौके पर डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा कि पुलिस अवैध खनन, मद्य निषेध और साइबर अपराध को चुनौती के तौर पर लेते हुए कार्रवाई करें। टीम वर्क के साथ ही आमजन का भरोसा जीतने की जरूरत है। पुलिस का साथ अगर आम लोग देने लगे, तो अपराधियों पर ज्यादा प्रभावी तरीके से कार्रवाई की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस बार पुलिस सप्ताह का थीम ‘जन-जन की ओर बढ़ते कदम’ रखा गया है। सभी थाना स्तर पर मोटरसाइकिल रैली निकालकर 40 हजार से अधिक गांव और शहरों के मोहल्लों में लोगों के पास जाकर सीधा संपर्क किया जाएगा। 20 फरवरी से शुरू हुए इस जनसंपर्क कार्यक्रम में अब तक 17 लाख 80 हजार लोगों से मिलकर पुलिस ने उनकी समस्याएं और अपेक्षाएं को जाना। लोगों को महिला हेल्प डेस्क, साइबर फ्रॉड, हेल्पलाइन नंबर, ट्रैफिक थाना समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक भी किया।

वीरता और विशिष्ट सेवा पदक से हुए सम्मानित मुख्यमंत्री ने वीरता पदक से एसटीएफ के डीएसपी रमाकांत प्रसाद, इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार मेधावी, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार, दारोगा धनराज कुमार, सिपाही उत्तम कुमार और सिपाही धर्मेंद्र कुमार को सम्मानित किया। विशिष्ट सेवा पदक से निगरानी ब्यूरो के इंस्पेक्टर शहीद उदय प्रताप सिंह, डीएसपी अजीत कुमार सिंह और इंस्पेक्टर मो. कमालुद्दीन को सम्मानित किया गया है। साहसिक कार्य के लिए आम नागरिक में समस्तीपुर के आशीष कुमार, समस्तीपुर के सेंट्रल बैंक के पंकज कुमार राय और मोतिहारी के पीएनबी के अभिषेक कुमार को भी सम्मानित किया गया है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News