बिसलेरी से बिगड़ी बात तो TATA का प्लान B तैयार, पानी के कारोबार पर करेंगे राज

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बिसलेरी से बिगड़ी बात तो TATA का प्लान B तैयार, पानी के कारोबार पर करेंगे राज

बिसलेरी से बिगड़ी बात तो TATA का प्लान B तैयार, पानी के कारोबार पर करेंगे राज


नई दिल्ली: बोतलबंद पानी मतलब बिसलेरी (Bisleri)। देश की सबसे बड़ी पैकेज्ड ड्रिकिंग वाटर कंपनी बिसलेरी बिकते-बिकते रह गई। बिसलेरी और टाटा (Tata) के बीच बात चल रही थी, लेकिन ये डील वैल्यूएशन के कारण अटक गई। टाटा ने भी अपने कदम पीछे खींच लिए है। भारत में बोतलबंद पानी का कारोबार छोटा मोटा नहीं है। मार्केट रिसर्च एंड एडवायजरी टेकसाई रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में इस बाजार का साइट 243 करोड़ डॉलर यानी करीब 20,03,89,95,000 रुपये का है। टाटा इतने बड़े कारोबार को आसानी से नहीं छोड़ना चाहती है। हालांकि इस बाजार में उसकी मौजूदगी पहले से है, लेकिन अब वो प्रीमियम कैटेगरी के साथ-साथ आम लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाएगी।Bisleri की कहानी में नया ट्विस्ट, बनते-बनते फिर बिगड़ गई बात, रमेश चौहान ने बेटी जयंती को नहीं इन्हें सौंपी 7000 करोड़ की कंपनी की कमान

टाटा का जमेगा सिक्का

बोतलबंद पानी के कारोबार में टाटा के कई ब्रांड प्रोजक्ट्स हैं। टाटा के पॉपुलर ब्रांड हिमालयन ( Himalayan), टाटा कॉपर प्लस (Tata Copper+) और टाटा ग्लू प्लस ( Tata Gluco+) है। बिसलेरी के साथ बात नहीं बनने के बाद टाटा ने इस सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए नया प्लान बना लिया है। इस प्लान के तहत टाटा अब अपने बोतलबंद पानी के कारोबार का विस्तार करेगी। टाटा अब अपने दोनों पॉपुलर ब्रांड टाटा कॉपर प्लस और हिमालयन को बड़ा बनाने में जुट गई है। कंपनी ने फूड एंड बेवरेजेस सेगमेंट में अपने कारोबार के विस्तार के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट फैसिलिटी तैयार की है। कंपनी ने इस दिशा में तैयारी भी शुरू कर दी है। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) ने अब अपने पैकेज्ड ड्रिकिंग वाटर के विस्तार की प्लानिंग कर ली है। टाटा का कॉपर प्लस ब्रांड 400 करोड़ रुपये का है। वहीं हिमालयन ब्रांड में पिछले दो सालों में तेजी आई है।

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बिसलेरी को क्यों खरीदना चाहती थी टाटा

टाटा बिसलेरी को खरीदना चाहती थी। बिसलेरी के अधिग्रहण से कंपनी इस सेगमेंट में तीन साल आगे पहुंच जाती। पैकैज्ड वाटर सेगमेंट में टाटा की की पकड़ मजबूत हो जाती। बोतलबंद पानी के 20 हजार करोड़ के मार्केट में बिसलेरी का कब्जा 32 फीसदी मार्केट पर है। कंपनी प्रीमियम सेग्मेंट के साथ अपने प्रोफाइल को मजबूत कर लेती। बिसलेरी की मदद से आम लोगों तक टाटा का वाटर ब्रांड पहुंच जाता। बिसलेरी का मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन उसे तेजी से इस सेगमेंट में बढ़ने में मदद करता। लेकिन ये डील बीच में ही अटक गई है।

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