बकायादारों पर निगम ने की सख्ती, दो कॉलोनाइजर्स के लाइसेंस किए निरस्त | Licenses of two colonizers canceled | Patrika News

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बकायादारों पर निगम ने की सख्ती, दो कॉलोनाइजर्स के लाइसेंस किए निरस्त | Licenses of two colonizers canceled | Patrika News

बकायादारों पर निगम ने की सख्ती, दो कॉलोनाइजर्स के लाइसेंस किए निरस्त | Licenses of two colonizers canceled | Patrika News


इंदौरPublished: Mar 25, 2023 10:14:21 pm

– 3 एआरओ की विभागीय जांच, दो बिल कलेक्टर को किया निलंबित
– अवकाश के बावजूद आज खुले रहेंगे निगम केश काउण्टर

बकायादारों की संपत्ति की कुर्की करते हुए निगम के अधिकारी

बकायादारों की संपत्ति की कुर्की करते हुए निगम के अधिकारी

इंदौर. आर्थिक तंगी से जुझ रही नगर निगम ने राजस्व वसूली के लिए सख्ती करना शुरू कर दी है। नगर निगम ने बड़े बकायादारों से वसूली के लिए अभियान चलाते हुए उनकी संपत्ति कुर्क करना शुरू कर दी है। इसके साथ ही पैसा नहीं देने वाले दो कॉलोनाइजर्स पर कार्रवाई करते हुए उनके लाइसेंस भी निरस्त कर दिए हैं। वहीं वसूली में ढिलाई बरतने वाले कर्मचारियों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
वार्ड 40 में आने वाले खजराना के खसरा नंबर 73/4/2, 74 एवं 75/3 ग्राम पर नगर निगम ने मेसर्स श्रीराम बिल्डर्स तर्फे पार्टनर शशिभूषण पिता ओमप्रकाश खण्डेलवाल को कॉलोनी की अनुमति दी थी। उन पर 14,17,056 रुपए बकाया था। निगम ने बकाया राशि के लिए यहां जब्ती की कार्रवाई भी की थी, लेकिन उसके बाद में भी बिल्डर्स ने कोई पैसा नहीं जमा करवाया था। इसी तरह वार्ड 77 में आने वाले लिंबोदी के खसरा नंबर 227/1/2, 227/1/3, 227/1/4, 227/1/5 से 233/4, में वरजिन्दर सिंह पिता दौलतराम छाबडा को अनुमति दी गई थी। इन पर भी 52,47,813 बकाया थे। लेकिन वे भी पैसा जमा नहीं करा रहे थे, जिसके चलते निगम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए दोनों के कालोनाईजर और बिल्डर लायसेंस निरस्त कर दिए। साथ ही उनकी कालोनियों में किसी भी प्रकार की अनुमति जारी करने पर निगम कॉलोनी सेल ने रोक लगा दी है।
कर्मचारियों पर भी सख्ती शुरू
वहीं राजस्व वसूली के लिए नगर निगम ने सभी कर्मचारियों के लिए लक्ष्य तय करते हुे उन्हें रोजाना कम से कम 10 खातों से वसूली का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन वार्ड 11 और वार्ड दो में कार्यरत बिल कलेक्टर बालमुकुंद निमाडे, और गोविन्द राठौर द्वारा वसूली में लापरवाही बरती जा रही थी। उनके द्वारा तय लक्ष्य के अनुसार काम नहीं किया जा रहा था, जिसके चलते उनकी सेवाएं समाप्त कर दी। दोनों ही विनियमित कर्मचारी हैं। इसी तरह से वार्ड 2 में नियुक्त सहायक राजस्व निरिक्षक (एआरओ) अखिलेश मालवीय भी वसूली नही कर पा रहे थे। उनके अलावा सहायक राजस्व अधिकारी चन्द्रबली सिंह राजपूत एवं विनोद दुबे भी वसूली नहीं कर पा रहे थे। जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवार्ई करते हुए उनकी विभागीय जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
छुट्टी के दिन भी खुले रहेंगे निगम काउंटर
वहीं नगर निगम ने वसूली के लक्ष्य को पूरा करने के लिए निर्णय लिया गया है कि 31 मार्च के पहले आने वाले अवकाशों पर भी निगम के केश काउंटर खुले रहेंगे। 26 मार्च को रविवार और 30 मार्च को रामनवमी के दिन भी निगम के मुख्यालय, सभी जोनल कार्यालय के सभी केश काउंटर खुले रहेंगे।

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