फरीदाबाद के नगर निगम के फैलाए अंधेरे में डूबे हैं खुले नाले, किसी भी वक्त दे सकते हैं हादसे को निमंत्रण

91
फरीदाबाद के नगर निगम के फैलाए अंधेरे में डूबे हैं खुले नाले, किसी भी वक्त दे सकते हैं हादसे को निमंत्रण

फरीदाबाद के नगर निगम के फैलाए अंधेरे में डूबे हैं खुले नाले, किसी भी वक्त दे सकते हैं हादसे को निमंत्रण

फरीदाबाद : एयरफोर्स रोड चौक पर खुले नाले में गिरकर 11 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद भी नगर निगम सबक नहीं ले रहा है। आज भी शहर में कई जगहों पर नाले खुले हैं और वहां रात के समय लाइट की कोई व्यवस्था न होने से अंधेरा पसरा रहता है। एनबीटी ने रविवार रात को शहर के अंदर ऐसी जगहों की पड़ताल की जहां पर खुले नाले के पास अंधेरा पसरा है। इन पर निगम को स्ट्रीट लाइट लगानी चाहिए था लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। निगम चीफ इंजीनियर ने सोमवार को सभी ईएक्सईएन को लेटर लिखकर खुले नालों के पास दीवार बनाने, स्लैब लगाने और स्ट्रीट लाइट लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन अब ये देखना होगा कि चीफ इंजीनियर के इस आदेश पर कितना अमल होता है।

रात 9 बजे: डबुआ मंडी के पास खुला नाला, पसरा रहता है अंधेरा: शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी डबुआ कॉलोनी में है। यहां पर डबुआ मंडी मोड़ के पास ही एक बड़ा नाला गुजर रहा है। एनबीटी टीम जब रात को 9 बजे वहां पहुंची तो देखा कि नाले के चारों तरफ कोई बैरिकेड या दीवार नहीं बनाई गई है। जबकि रोज मंडी में 10 हजार के करीब लोग आते रहते हैं। रात को स्ट्रीट लाइट न होने पर अंधेरा में पता ही नहीं चल रहा था कि नाला कहां है और सड़क कहां पर।

9:20: मेट्रो मोड़ नाले की स्थिति भी खराब: एनबीटी की टीम रात 9 बजकर 20 मिनट पर मेट्रो मोड़ चौक के पास पहुंची। वहां पर बीके चौक से लेकर मेट्रो मोड़ की तरफ चलने पर लेफ्ट साइड में नाला जा रहा है। ये नाला भी खुला है। इस नाले के साथ में ही कई कमर्शल शॉपिग कॉम्प्लेक्स हैं जहां पर हर रोज लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इस नाले पर कई जगहों पर सीमेंटेड स्लैब बनाई हुई है लेकिन कई जगह ये टूट चुकी हैं। इस कारण नाला खुला हुआ है। जब दुकानें खुली होती हैं तो उसकी रोशनी के कारण नाला दिखाई देता है लेकिन बाद में नाला दिखाई नहीं देता है।

9:25 : डाकखाने के साथ गुजर रहे नाले पर भी अंधेरा: साथ में ही डाकखाना और नेहरू ग्राउंड है। इस जगह 9 बजकर 25 मिनट पर जब एनबीटी टीम पहुंची तो देखा कि वहां पर काफी अंधेरा छाया हुआ है। डाकखाना के साथ गुजर रहा नाला काफी बड़ा है और ये नीलम चौक से बीके चौक की तरफ जाता है। इसके बीच में छोटी पुलिया भी बनाई गई है लेकिन पुलिया टूट चुकी है। नाले के दोनों तरफ सुरक्षा की दृष्टि से कोई इंतजाम नहीं है। रोज यहां से 5 हजार के करीब वाहन चालक गुजरते हैं। नाले के पास रात के समय अंधेरा छाया हुआ था। नगर निगम को चाहिए कि वह इस जगह पर हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था करे ताकि नाला लोगों को दिखाई दे।

9:50 : पार्क के पास बड़ा नाला भी खुला है: इसके बाद हम 9 बजकर 50 मिनट पर बल्लभगढ़ स्थित कल्पना चावला सिटी पार्क के पास पहुंचे। यहां पर सिटी पार्क के साथ में एक बड़ा नाला है जो बल्लभगढ़ के बरसाती पानी को आगे डिस्पोजल तक लेकर जाता है। सिटी पार्क के पास ही नाला खुला हुआ है। नाले के ऊपर स्लैब भी नहीं लगाई हुई है। जबकि पार्क में सैर करने के लिए हर रोज लोग आते-जाते रहते हैं। रात के अंधेरे में ये नाला दिखाई भी नहीं देता है। हालांकि स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम अधिकारियों से कहा है कि वह नाले को कवर करने के बाद स्ट्रीट लाइट लगाए लेकिन अभी तक नहीं निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News