‘प्राइवेट कंपनी के शेयर से भारत की अर्थव्यवस्था का कोई लेना देना नहीं’, Adani Group shares की गिरावट पर बोले गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से जब पत्रकारों ने अडानी ग्रुप के शेयर में गिरावट का भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि एक निजी कंपनी के शेयर का भारत की अर्थव्यवस्था पर शायद ही कोई लेना-देना होता होगा। पहले भी कंपनी के शेयर में उतार-चढ़ाव होता रहा है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इसके शेयरों में आ रही गिरावट बाजार की एक सामान्य प्रक्रिया है।
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी समूह पर अपने शेयरों के दाम गलत तरीके से बढ़ाने के आरोप लगाए जाने के बाद शेयरों की कीमतों में बड़ी गिरावट आई है। पिछले दस दिनों में अडानी समूह का बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर से भी अधिक गिर चुका है। हालांकि अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि उसने सभी कानूनों और नियामकीय प्रावधानों का पालन किया है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक फरवरी को पेश वित्त वर्ष 2023-24 के बजट की तारीफ करते हुए इसे विकसित भारत की आधारशिला रखने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023-24 का सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी बजट प्रस्तुत किया है। अमृतकाल का यह पहला बजट भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने की आधारशिला रखने वाला बजट है। 25 साल बाद भारत जब अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएगा, तब तक भारत जो विकसित राष्ट्र बनेगा, उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में यह बजट मील का पत्थर होगा।
मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कोविड महामारी के कारण दुनिया के सभी देशों की अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरगामी दृष्टिकोण का परिणाम है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ी है और भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने अभूतपूर्व विकास किया है। हमारे किसानों की मेहनत का परिणाम है कि हम आज दुनिया के 10 सबसे बड़े निर्यातक बन गये हैं।