प्रशांत किशोर का विवादित बयान, नेताओं को बताया अनपढ़; कहा- ऐसे नहीं सुधरेगा बिहार

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प्रशांत किशोर का विवादित बयान, नेताओं को बताया अनपढ़; कहा- ऐसे नहीं सुधरेगा बिहार

प्रशांत किशोर का विवादित बयान, नेताओं को बताया अनपढ़; कहा- ऐसे नहीं सुधरेगा बिहार

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बिहार में जन सुराज पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को एक विवादित बयान दे डाला। प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार के नेता खुद तो अनपढ़ हैं ही, जनता को भी अनपढ़ बना रहे हैं। नेताओं का सारा फोकस स्कूलों में खिचड़ी बांटने पर ही है।  

जनसुराज पदयात्रा के 61वें दिन उच्च विद्यालय भवनरी आदापुर परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार की दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि अगर आप सही नेता का चुनाव नहीं कर सकते तो आज जिस दशा में हैं, उसी दशा में जीवन भर रहना पड़ेगा। कुर्ता के ऊपर बनियान पहनने वाले को ही बिहार के लोग जमीनी नेता मान रहे हैं, जिसे बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा बिहार तब सुधरेगा जब बिहार में 4-5 हजार अच्छे लोग मुखिया बनेंगे, क्योंकि एक व्यक्ति या एक दल के जीतने से बिहार नहीं सुधरेगा। 

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प्रशांत किशोर ने कहा कि पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज की मदद से जमीनी स्तर पर सही लोगों को चिन्हित कर उनको एक लोकतांत्रिक मंच पर लाने का प्रयास करना है। स्थानीय समस्याओं व संभावनाओं को बेहतर तरीके से समझना व उसके आधार पर  नगर व पंचायतों की  प्राथमिकता को सूचीबद्ध तरीके से उसके विकास का ब्लूप्रिंट बनाना है। 

उन्होंने कहा कि बिहार के समग्र विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार,आर्थिक विकास, कृषि,उद्योग व सामाजिक न्याय जैसे दस महत्वपूर्ण क्षेत्रो में विशेषज्ञ लोगों के सुझाव के आधार पर अगले पन्द्रह वर्षों का एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करना है। किसानों की समस्यायों पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों को बिचौलियों और बाजार के हवाले छोड़ दिया है। इसके कारण उनके समक्ष अनेक समस्याएं खड़ी हो गई है। 

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प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में किसानों की स्थिति बहुत ही दयनीय है। किसानों को उचित समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। अगर किसानों का फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिकने लगे तो बिहार के किसानों को 25 से 30 हजार करोड़ का फायदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति ऐसी है कि बिहार में किसी किसान के घर में सरकारी नौकरी नहीं है तो उनको दो वक्त का खाना मिलना भी मुश्किल है। 

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