प्रवासी भारतीय सम्मेलन : मेहमानों के स्वागत में दिखेगा इंदौर जज्बा | Indore spirit will be seen in welcoming the guests | Patrika News
ये सुझाव दिए और ली जिम्मेदारी शहर नेजनक पलटा, पद्मश्री – आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी इंदौर आएंगे, ऐसे में शहर में हेल्थ इमरजेंसी की व्यवस्था की जाए, साथ ही इस पूरे आयोजन को जीरो वेस्ट किया जाए।
डॉ अनिल भंडारी – इंदौर के प्रवासी भारतीय के साथ बैठक कर, इंदौर शहर के विकास में योगदान पर चर्चा हो, इवेंट को कार्बन क्रेडिट बचाते हुए इको फ्रेंडली थीम पर किया जाए।अरविंद बागड़ी, वैश्य समाज – जिस प्रकार से त्यौहारो को उत्सव में सजाया जाता है उसी प्रकार से इंदौर को भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान सजाया जाना चाहिये।
डॉ. सृष्टि – प्रवासियों के इंदौर आगमन पर स्वागत के साथ ही ऐसे बाजार का निर्माण किया जावे, जहां पर उन्हे भारतीयता का अहसास हो, लोकल बाजार व भारतीय परम्परानुसार बाजारो का निर्माण किया जाए।राजेन्द्र मेहता – आने वाले अतिथियों के परिवहन की व्यवस्था होटल वाले स्वंय करें। एमआर-10 का ब्यूटीफिकेशन किया जाए। वहां एमआर-10 पर चल रहे कामों की साफ सफाई करवाई जाए।
योगेंद्र मेहता – हम आने वाले अतिथियों और इंवेस्टर्स के साथ बैठक के साथ ही उन्हें अपनी औद्योगिक इकाईयों की विजिट कराने के लिए तैयार हैं, ताकि वे भी इंदौर में निवेश को मौका दें।नितिन अग्रवाल – प्रवासी भारतीयों के स्वागत में एमआर 10 टोल नाका का सौन्दर्यीकरण करने के साथ ही व्यवस्था की जाएगी कि उनकी गाडियों पर वहां फूलों की बारिश हो और उसकी हाथों-हाथ सफाई भी होती रहे।
सचिन बंसल – प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिये काईट फेस्टिवल का आयोजन हम करने के लिए तैयार हैं।राम एरन – कार्यक्रम की शुरूआत शंख ध्वनी और वेदों की रिचाओं के साथ हो।
राजेश अग्रवाल – इंदौर मां अहिल्या की नगरी है तो आयोजनों के साथ सजावट की थीम भी उनके नाम पर हो। साथ ही शहर में यातायात निर्बाध रूप से हो। इसका ध्यान रखा जाए।अखिलेश राठी – इस आयोजन से रोटरी और लायंस क्लब को भी जोड़ा जाए और इंदौर की स्वास्थ्यगत सुविधाओं और शैक्षणिक व्यवस्थाओं को भी हम आयोजन के दौरान हाइलाइट करें, ताकि इंवेस्टर्स को अच्छा माहौल हम दिखा सकें।
अतुल सेठ – सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संध्या का आयोजन किया जाए। साथ ही शहर में आने वाले जितने भी प्रवेश द्वार हैं, उन पर यातायात की व्यवस्था निर्बाध रहे, इसकी हम व्यवस्था करें।अशोक भट्ट – इंदौर के धार्मिक मंदिरों में विशेष सजावट के साथ ही प्रसाद वितरण भी किया जाएगा।
डॉ. विनिता कोठारी – कई लोग इंदौर की स्वास्थ्यगत सेवाओं की जानकारी चाहते हैं, उन्हें उसकी पूरी जानकारी मिल जाए, इसका ध्यान रखें, साथ ही कांच मंदिर को भी व्यवस्थित किया जाए।
ये सुझाव दिए और ली जिम्मेदारी शहर नेजनक पलटा, पद्मश्री – आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी इंदौर आएंगे, ऐसे में शहर में हेल्थ इमरजेंसी की व्यवस्था की जाए, साथ ही इस पूरे आयोजन को जीरो वेस्ट किया जाए।
डॉ अनिल भंडारी – इंदौर के प्रवासी भारतीय के साथ बैठक कर, इंदौर शहर के विकास में योगदान पर चर्चा हो, इवेंट को कार्बन क्रेडिट बचाते हुए इको फ्रेंडली थीम पर किया जाए।अरविंद बागड़ी, वैश्य समाज – जिस प्रकार से त्यौहारो को उत्सव में सजाया जाता है उसी प्रकार से इंदौर को भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान सजाया जाना चाहिये।
डॉ. सृष्टि – प्रवासियों के इंदौर आगमन पर स्वागत के साथ ही ऐसे बाजार का निर्माण किया जावे, जहां पर उन्हे भारतीयता का अहसास हो, लोकल बाजार व भारतीय परम्परानुसार बाजारो का निर्माण किया जाए।राजेन्द्र मेहता – आने वाले अतिथियों के परिवहन की व्यवस्था होटल वाले स्वंय करें। एमआर-10 का ब्यूटीफिकेशन किया जाए। वहां एमआर-10 पर चल रहे कामों की साफ सफाई करवाई जाए।
योगेंद्र मेहता – हम आने वाले अतिथियों और इंवेस्टर्स के साथ बैठक के साथ ही उन्हें अपनी औद्योगिक इकाईयों की विजिट कराने के लिए तैयार हैं, ताकि वे भी इंदौर में निवेश को मौका दें।नितिन अग्रवाल – प्रवासी भारतीयों के स्वागत में एमआर 10 टोल नाका का सौन्दर्यीकरण करने के साथ ही व्यवस्था की जाएगी कि उनकी गाडियों पर वहां फूलों की बारिश हो और उसकी हाथों-हाथ सफाई भी होती रहे।
सचिन बंसल – प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिये काईट फेस्टिवल का आयोजन हम करने के लिए तैयार हैं।राम एरन – कार्यक्रम की शुरूआत शंख ध्वनी और वेदों की रिचाओं के साथ हो।
राजेश अग्रवाल – इंदौर मां अहिल्या की नगरी है तो आयोजनों के साथ सजावट की थीम भी उनके नाम पर हो। साथ ही शहर में यातायात निर्बाध रूप से हो। इसका ध्यान रखा जाए।अखिलेश राठी – इस आयोजन से रोटरी और लायंस क्लब को भी जोड़ा जाए और इंदौर की स्वास्थ्यगत सुविधाओं और शैक्षणिक व्यवस्थाओं को भी हम आयोजन के दौरान हाइलाइट करें, ताकि इंवेस्टर्स को अच्छा माहौल हम दिखा सकें।
अतुल सेठ – सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संध्या का आयोजन किया जाए। साथ ही शहर में आने वाले जितने भी प्रवेश द्वार हैं, उन पर यातायात की व्यवस्था निर्बाध रहे, इसकी हम व्यवस्था करें।अशोक भट्ट – इंदौर के धार्मिक मंदिरों में विशेष सजावट के साथ ही प्रसाद वितरण भी किया जाएगा।
डॉ. विनिता कोठारी – कई लोग इंदौर की स्वास्थ्यगत सेवाओं की जानकारी चाहते हैं, उन्हें उसकी पूरी जानकारी मिल जाए, इसका ध्यान रखें, साथ ही कांच मंदिर को भी व्यवस्थित किया जाए।