पूर्वी चंपारण में स्कूली बच्चों का चावल ‘खा’ गये अधिकारी, कालाबाजारी के लिए रखा गया चावल BJP नेता के घर से बरामद, जानें

117
पूर्वी चंपारण में स्कूली बच्चों का चावल ‘खा’ गये अधिकारी, कालाबाजारी के लिए रखा गया चावल BJP नेता के घर से बरामद, जानें

पूर्वी चंपारण में स्कूली बच्चों का चावल ‘खा’ गये अधिकारी, कालाबाजारी के लिए रखा गया चावल BJP नेता के घर से बरामद, जानें

पूर्वी चंपारण : बिहार के पूर्वी चंपारण में चावल घोटाले की कहानी इन दिनों सुर्खियों में है। बिहार सरकार एक तरफ बच्चों को स्कूल में मिड डे मिल देने का दावा कर रही है। वहीं, दूसरी ओर स्थानीय अधिकारी और ठेकेदार आपस में मिलकर बच्चों के निवाले पर डाका डाल रहे हैं। ताजा मामला पूर्वी चंपारण में मिड डे मिल की कालाबाजारी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से शुरू किये गए एक्शन की है। जिसमें प्रशासन कालाबाजारी में शामिल लोगों की गिरफ्तारी में जुटा है।

विधायक प्रतिनिधि के घर से चावल बरामद
पूर्वी चंपारण के पताही प्रखंड में चावल कालाबाजारी का एक वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद पकड़ीदयाल एसडीओ के निर्देश पर पताही थाना पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस ने बीजेपी विधायक लालबाबू प्रसाद के प्रतिनिधि के घर से 39 बोरा मिड डे मिल योजना का चावल बरामद किया। पुलिस ने आरोपी अभय प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना के बाद जिलाधिकारी ने चावल सप्लाई करने वाले ठेकेदार को निलंबित कर दिया है। डीएसपी मुख्यालय ने कहा कि एफसीआई के जिला प्रबंधक की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है।

मोतिहारी : विधायक प्रतिनिधि के घर से MDM का चावल बरामद, BJP MLA लालबाबू प्रसाद का रखते हैं हिसाब-किताब
चावल की कालाबाजारी
जानकारी के मुताबिक चावल घोटाला कोरोना काल में शुरू हुआ। जब, बच्चों में सूखे राशन का वितरण किया जाना था। मार्च 2022 में हुए खुलासे के बाद पताही प्रखंड के चार स्कूलों में मिड डे मिल की जांच की गई। जिसमें 228 क्विंटल चावल घोटाले का खुलासा हुआ। जांच में ये पता चला कि बच्चों को मिलने वाले निवाले को स्थानीय अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलकर बाजार में बेच दिया है। जिसकी जांच को अधिकारियों ने दबा दिया था। इस दौरान ये भी खुलासा हुआ कि बच्चों को चावल पहुंचाने वाला ठेकेदार भी फर्जी था। सवाल सबसे बड़ा है कि आखिर फर्जी ठेकेदार की नियुक्ति किस स्तर से हुई ? हालांकि, मामले का खुलासा होने के बाद जिलाधिकारी ने डीईओ और एमडीएम के प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था।
navbharat times -पूर्वी चंपारण में दवाई लेने के लिए लाइन में खड़े थे मरीज, स्वास्थ्य विभाग बांट रहा था ‘जहरीली’ दवाई, जानें पूरा मामला
मिड डे मिल में घोटाला
उधर, बीजेपी विधायक के प्रतिनिधि के घर से चावल की बरामदगी के बाद हड़कंप मच गया है। विरोधियों ने बीजेपी पर बच्चों के निवाले पर डाका डालने का आरोप लगाया है। केसरिया की जदयू विधायक शालिनी मिश्रा ने बीजेपी को आडे हाथों लेते हुए कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए बीजेपी ये हथकंडे अपना रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधों का कहना है कि पूर्वी चंपारण में मिड डे मिल योजना में कालाबाजारी जारी है। इसकी जांच करने के बाद लाखों का घोटाला सामने आ सकता है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News