पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए यूपी की सत्ता पर दोबारा काबिज होना चाहती है भाजपा, 160 सीटों पर है नजर, 2017 में 115 सीटों पर जमाया था कब्जा

74

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए यूपी की सत्ता पर दोबारा काबिज होना चाहती है भाजपा, 160 सीटों पर है नजर, 2017 में 115 सीटों पर जमाया था कब्जा

पूर्वांचल यूपी की सत्ता का पावर सेंटर बन चुका है। पूर्वांचल के 26 जिलों में कुल मिलाकर विधानसभा की 160 सीटें हैं यानि करीब 35 फीसदी सीटें अकेले पूर्वांचल से आती हैं। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने इस इलाके की 115 सीटों पर कब्जा जमाया और यूपी में पूर्ण बहुमत से सरकार बनायी थी।

लखनऊ. जितना सच ये है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर जाता है तो उतना ही सच ये भी है कि यूपी की सत्ता का रास्ता पूर्वांचल से निकलता है। आम जनता पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर से लखनऊ तक पहुँच सकती है मगर बीजेपी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ की सत्ता पर पहुँचना चाहती है।

दरअसल, आज की तारीख में पूर्वांचल यूपी की सत्ता का पावर सेंटर बन चुका है। पूर्वांचल के 26 जिलों में कुल मिलाकर विधानसभा की 160 सीटें हैं यानि करीब 35 फीसदी सीटें अकेले पूर्वांचल से आती हैं। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने इस इलाके की 115 सीटों पर कब्जा जमाया और यूपी में पूर्ण बहुमत से सरकार बनायी थी। इसके पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 85 सीटों पर जीत हासिल कर यूपी की सत्ता में पहुँची वहीं 2007 में बसपा ने इस इलाके की 70 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की और मायावती मुख्यमन्त्री बनीं। साफ ज़ाहिर है कि जिसने पूर्वांचल को साधा उसने यूपी की सत्ता साध ली। पूर्वांचल की अहमियत का अंदाज़ा इसी बात से लगा लीजिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक महीने के भीतर तीन बार पूर्वांचल का दौरा कर चुके हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पिछले सप्ताह वाराणसी पहुँचे और चुनावी मंथन किया।

पश्चिमी यूपी में बीजेपी को नुकसान की आशंका

बीजेपी के पूर्वांचल पर फोकस करने की एक वजह और है दरअसल दिल्ली के किसान आन्दोलन के चलते पश्चिमी यूपी में बीजेपी को नुकसान हो सकता है इसका अंदाजा पार्टी को है। यही वजह है कि अपना सारा ध्यान पूर्वांचल पर केन्द्रित कर रही है। यही वजह है कि बीजेपी ने इस इलाके में विकास योजनाओं की झड़ी लगा दी है। अभी मंगलवार को जहाँ पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया है वहीं 20 अक्टूबर को उन्होंने कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था। 25 अक्टूबर को सिद्धार्थनगर में पीएम मोदी ने 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया था। इन नौ मेडिकल कॉलेज में से छह मेडिकल कॉलेज पूर्वांचल के जिलों में खोले जाएंगे।

55 विधानसभा सीटों से गुजरता है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सूबे के जिन 9 जिलों से गुजरता है उनमें विधानसभा की 55 सीटें हैं। ये नौ जिले हैं लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, सुलतानपुर, मऊ, आजमगढ़ और गाजीपुर। 90 के दशक में जब राम मंदिर का मुद्दा अपने चरम पर था उस वक़्त भी बीजेपी को पूर्वांचल में केवल 82 सीटें ही मिली थीं। लेकिन 2017 में बीजेपी ने कमाल कर दिया और इस इलाके की 115 सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी अपनी इसी सफलता को फिर से दोहराना चाह रही है।

2024 की भी राह आसान करना चाहती है बीजेपी

यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 29 सीटें पूर्वांचल में हैं यानि यहां भी करीब 35 फीसदी से ज्यादा सीटें अकेले पूर्वांचल से आती हैं। यही वजह है कि बीजेपी पूर्वांचल को साधना चाहती है क्योंकि पूर्वांचल सध गया तो 2022 में यूपी की सत्ता तो दोबारा हाथ में आयेगी ही वहीं 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भी राह आसान हो जाएगी।













उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News