पीसीसी चीफ डोटासरा के कार्यकाल के आज 2 साल पूरे, 5 में से 4 उपचुनाव में दिलाई जीत | Rajasthan Congress President Dotasara’s completes two years | Patrika News

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पीसीसी चीफ डोटासरा के कार्यकाल के आज 2 साल पूरे, 5 में से 4 उपचुनाव में दिलाई जीत | Rajasthan Congress President Dotasara’s completes two years | Patrika News

पीसीसी चीफ डोटासरा के कार्यकाल के आज 2 साल पूरे, 5 में से 4 उपचुनाव में दिलाई जीत | Rajasthan Congress President Dotasara’s completes two years | Patrika News

14 जुलाई 2020 को कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट को हटाकर गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंपी थी। हालांकि इन 2 सालों के कार्यकाल के दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने पांच सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में से 4 सीटों पर जीत दर्ज कराने के साथ ही पहली बार निकाय चुनावों में पार्टी को बढ़त दिलाई तो वहीं उनका कमजोर पक्ष भी इन 2 सालों में देखने को मिला है, जहां वो 2 सालों में जिला और ब्लॉक लेवल पर संगठन तक खड़ा नहीं कर पाए।

कई बार आपने बयानों को लेकर भी विवादों में रहे हैं। हालांकि इन 2 सालों के भीतर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लगातार धरने-प्रदर्शनों का भी एक रिकॉर्ड उनके कार्यकाल में बना है। कृषि कानून, पेगासस जासूसी मामला, महंगाई-बेरोजगारी, अग्निपथ स्कीम और ईस्टर्न कैनल परियोजना जैसे मुद्दों पर डोटासरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर संघर्ष करते दिखाई दिए।

5 में से 4 उपचुनाव में दिलाई जीत
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद उनके कार्यकाल में 5 सीटों पर विधानसभा उप चुनाव हुए थे, जिनमें से सहाड़ा, सुजानगढ़, धरियावद और वल्लभनगर में कांग्रेस पार्टी को जीत मिली और केवल राजसमंद में ही पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि राजसमंद में भी हार का अंतर बेहद कम रहा।

निकाय और पंचायत चुनाव में दिलाई बढ़त
वहीं डोटासरा के कार्यकाल में पहली बार ऐसा देखने को मिला जब निकायों के अंदर भी कांग्रेस को बढ़त मिली। अधिकांश निकायों में कांग्रेस के बोर्ड बने और पंचायत चुनावों में भी कांग्रेस पार्टी को बढ़त मिली।

2 साल में संगठन को खड़ा नहीं कर पाए
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के 2 साल के कार्यकाल में सबसे कमजोर पक्ष यही रहा है कि 2 साल के भीतर जिला और ब्लॉक लेवल पर संगठन को खड़ा नहीं कर पाए। 2 साल से 400 ब्लॉक भंग हैं, तो अभी तक केवल 13 जिलाध्यक्षों की ही नियुक्ति हो पाई है उनमें से भी चार ने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि 29 जिलाध्यक्ष भी अभी तक नहीं बनाए गए। इसके साथ ही डोटासरा अपनी प्रदेश कार्यकारिणी का भी विस्तार तक नहीं कर पाए हैं।

उनकी कार्यकारिणी में 39 की पदाधिकारी हैं। इसके अलावा 2 साल से भंग विभागों और प्रकोष्ठ का गठन भी अभी तक नहीं हो पाया, जिससे प्रदेश में सवा साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में बिना संगठन की मजबूती के पार्टी को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

अध्यक्ष बनने के बाद छोड़ना पड़ा था मंत्री पद
वहीं 14 जुलाई 2020 को सचिन पायलट की जगह अध्यक्ष बनाए गए गोविंद सिंह डोटासरा को अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। नवंबर 2021 में मंत्रिमंडल पुनर्गठन के दौरान आलाकमान के निर्देश पर उन्हें अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा।

सीकर के लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीकर के लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधायक हैं। साल 2008 में वो पहली बार विधायक बने और उसके बाद 2013 और 2018 में भी विधायक चुने गए। डोटासरा एनएसयूआई और युवा कांग्रेस जैसे अग्रिम संगठनों में भी काम कर चुके हैं।



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