पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक से दूर रहे नीतीश कुमार, बीजेपी बोली- बिहार सीएम को सिर्फ कुर्सी से मतलब

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पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक से दूर रहे नीतीश कुमार, बीजेपी बोली- बिहार सीएम को सिर्फ कुर्सी से मतलब

पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक से दूर रहे नीतीश कुमार, बीजेपी बोली- बिहार सीएम को सिर्फ कुर्सी से मतलब

नील कमल, पटना: भारत की मेजबानी में होने वाली जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सुझाव मांगने और समिट के रणनीतियों पर चर्चा कर इसे अंतिम रूप देने के लिए केंद्र सरकार ने सोमवार को एक सर्वदलीय बैठक ( All Party Meeting ) बुलाई थी। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) की अध्यक्षता में राष्ट्रपति भवन में आयोजित की गई थी। इस बैठक में देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई राजनीतिक दल और उनके अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन कई वर्षों तक बीजेपी के सहयोगी रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इसके बाद बीजेपी ने कहा कि नीतीश कुमार को सिर्फ कुर्सी से मतलब है, राष्ट्र हित और देश के सम्मान से नहीं।

‘कुर्सी बचाने के अलावा नीतीश को देश के सम्मान के कामों में अब कोई रुचि नहीं’
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया सांसद डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार की रात जी 20 समिट आयोजन के लिए बैठक बुलाई गई थी। लेकिन इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को देश-राष्ट्र हित के कार्यों से कोई सरोकार नहीं है। न ही देश के सम्मान के कामों में इनकी ना कोई रुचि है, न ही किसी भी प्रकार का लगाव है। डॉ संजय जयसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह सिर्फ कुर्सी बचाने की जुगत मैं लगे रहते हैं।

‘JDU को छोड़ देश के तमाम राजनीतिक दल और सीएम हुए शामिल’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि इतिहास में पहली बार G -20 समिट आयोजन का अवसर भारत को मिला है। उन्होंने कहा कि यह सुनहरा मौका पूरे विश्व में भारतवासियों के गौरव में वृद्धि करेगा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में G 20 India के सफल आयोजन के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। उन्होंने बताया कि बैठक में भारत के सभी दलों के नेता अपनी तमाम वैचारिक गतिरोधों और आपसी मनमुटाव को दरकिनार कर सम्मिलित हुए और एक सार्थक संवाद किए। इनमें तमिलनाडू से एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, वाम दल और देश की सभी पार्टियों ने इसका समर्थन किया। लेकिन आश्चर्यचकित करने वाला बात ये रही कि पूरे देश में JDU एकमात्र पार्टी है। जिसने यहां भी सभी तरह के निकृष्टता की सीमा को पार कर बैठक में आना भी उचित नहीं समझा।

छिछली और दोयम दर्जे की राजनीति पर उतारू हो गई है JDU
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि JDU ने यह बता दिया कि कुर्सी बचाने की जुगत के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को देश-राष्ट्र हित के कार्यों से कोई सरोकार नहीं है। इसके अलावा देश के सम्मान के कामों में इनकी ना कोई रुचि है, ना ही किसी भी प्रकार का लगाव। उन्होंने कहा कि यह सिद्ध करता है कि JDU और इनकी पूरी जमात छिछली और दोयम दर्जे की राजनीति पर उतारू हो गई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि इससे अधिक निंदनीय कुछ नहीं हो सकता।

नीतीश कुमार ने देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर हुए बैठक से भी बनाई थी दूरी
बता दें कि अक्टूबर 2022 में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली में बुलाई गई आंतरिक सुरक्षा बैठक में भी बिहार के CM नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए थे। गौरतलब है कि अक्टूबर में दो दिनों तक आंतरिक सुरक्षा की बैठक हुई थी। जिसमें सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन इस बैठक में नीतीश कुमार के अलावा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के नवीन पटनायक, तमिलनाडु के एमके स्टालिन और झारखंड के हेमंत सोरेन ने इससे दूरी बनाए रखी थी। हालांकि इन राज्यों ने मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों की जगह मुख्य सचिव, डीजीपी या अन्य मंत्रियों को बैठक में शामिल होने के लिए भेजा था। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद, सांप्रदायिक उग्रवाद, साइबर अपराध, नशीले पदार्थों और अन्य मुद्दों पर चर्चा की थी और राज्य के हर प्रतिनिधि से समन्वय की अपील की थी।

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