पाकिस्तान से ही पैदा होने वाले आतंकवाद के भी स्पष्ट खतरे हैं: अमरीकी विदेश मंत्री | There are clear terrorism threats that continue to emanate from Pak | Patrika News
पाकिस्तान को दी थी 45 करोड़ डॉलर की मदद दरअसल हाल ही में अमरीका ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी थी। अब अपने फैसले का बचाव करते हुए अमरीका ने कहा कि ‘‘स्पष्ट’’ आतंकवादी खतरों से निपटने की इस्लामाबाद की क्षमता बढ़ाने के लिए विमानों का ‘रखरखाव’ सुनिश्चित करने के वास्ते सैन्य उपकरण उपलब्ध कराना ‘‘हमारा दायित्व’’ है।
An open and productive discussion today with US Secretary of State @SecBlinken .
Continued our conversation on global issues over the last two days. pic.twitter.com/gTVTS2MHqh
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 27, 2022
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए दी गई थी मदद
इस महीने की शुरुआत में ही अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी थी। अमरीका की यात्रा पर आए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस फैसले पर सवाल उठाया था। अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस मुद्दे पर सवालों के जवाब में कहा, ‘‘यह पाकिस्तान के पास लंबे समय से मौजूद एफ-16 के लिए रखरखाव से संबंधित है। इनमें कुछ नया नहीं है, बल्कि उसके (पाकिस्तान के) पास जो मौजूद है उसे बरकरार रखा जा रहा है। हमारी जिम्मेदारी और दायित्व है कि हम जिसे सैन्य उपकरण उपलब्ध कराएं, उसका रखरखाव भी किया जाए। यह हमारा दायित्व है।’’
Important discussion today with Indian External Affairs Minister @DrSJaishankar about #USIndia‘s continued collaboration on global health challenges, climate change and clean energy, food security, and the implications of Russia’s war in Ukraine. #USIndiaAt75 pic.twitter.com/aZcMn9oXrP
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) September 27, 2022
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को किया संबोधित
भारत के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ब्लिंकन ने कहा, ‘‘पाकिस्तान से ही पैदा होने वाले आतंकवाद के स्पष्ट खतरे हैं और चाहे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान हो, चाहे आईएस या अल-कायदा, मुझे लगता है कि खतरे स्पष्ट हैं और यह सुनिश्चित करने में हम सभी का हित है कि हमारे पास उनसे निपटने के साधन हों।’’ ब्लिंकन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी से बातचीत करने के एक दिन बाद कहा कि अमेरिका अपने मित्रों को अपने मतभेद कूटनीति, संवाद के जरिये हल करने के लिए प्रेरित करता है।
celebrated #PakUsAt75 w/ @SecBlinken & Pak-US community at @StateDept. History has proven that when 🇵🇰 & 🇺🇸 work together we achieved great things. developing countries are looking for climate Justice. 🇺🇸 & int. community can play key role in helping build back better & greener. https://t.co/hLG7lOwiXn pic.twitter.com/n6Ob7pkZcU
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) September 27, 2022
Pleasure to meet @SecDef once again.
Defence and Security cooperation is a key pillar of the contemporary India-US partnership. We noted the steady progress in policy exchange, interoperability, defense trade, service exercises and military-industrial cooperation. pic.twitter.com/9AkvTkALGk— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 26, 2022
पाक विदेश मंत्री के साथ नहीं किया संयुक्त संवाददाता सम्मेलन
बता दें, अमरीकी विदेश मंत्री ने सिर्फ भारत के विदेश मंत्री के साथ ही संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के साथ अमरीका के विदेश मंत्री और उनके प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात जरूर की, पर किसी संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित नहीं किया।
इसके पहले अमरीका के रक्षा मंत्री ने भी भारत के विदेश मंत्री को विशेष सम्मान के साथ अमरीका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में आमंत्रित किया था और द्विपक्षीय मुद्दों पर पर चर्चा की थी।
पाकिस्तान को दी थी 45 करोड़ डॉलर की मदद दरअसल हाल ही में अमरीका ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी थी। अब अपने फैसले का बचाव करते हुए अमरीका ने कहा कि ‘‘स्पष्ट’’ आतंकवादी खतरों से निपटने की इस्लामाबाद की क्षमता बढ़ाने के लिए विमानों का ‘रखरखाव’ सुनिश्चित करने के वास्ते सैन्य उपकरण उपलब्ध कराना ‘‘हमारा दायित्व’’ है।
An open and productive discussion today with US Secretary of State @SecBlinken .
Continued our conversation on global issues over the last two days. pic.twitter.com/gTVTS2MHqh
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 27, 2022
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए दी गई थी मदद
इस महीने की शुरुआत में ही अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी थी। अमरीका की यात्रा पर आए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस फैसले पर सवाल उठाया था। अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस मुद्दे पर सवालों के जवाब में कहा, ‘‘यह पाकिस्तान के पास लंबे समय से मौजूद एफ-16 के लिए रखरखाव से संबंधित है। इनमें कुछ नया नहीं है, बल्कि उसके (पाकिस्तान के) पास जो मौजूद है उसे बरकरार रखा जा रहा है। हमारी जिम्मेदारी और दायित्व है कि हम जिसे सैन्य उपकरण उपलब्ध कराएं, उसका रखरखाव भी किया जाए। यह हमारा दायित्व है।’’
Important discussion today with Indian External Affairs Minister @DrSJaishankar about #USIndia‘s continued collaboration on global health challenges, climate change and clean energy, food security, and the implications of Russia’s war in Ukraine. #USIndiaAt75 pic.twitter.com/aZcMn9oXrP
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) September 27, 2022
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को किया संबोधित
भारत के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ब्लिंकन ने कहा, ‘‘पाकिस्तान से ही पैदा होने वाले आतंकवाद के स्पष्ट खतरे हैं और चाहे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान हो, चाहे आईएस या अल-कायदा, मुझे लगता है कि खतरे स्पष्ट हैं और यह सुनिश्चित करने में हम सभी का हित है कि हमारे पास उनसे निपटने के साधन हों।’’ ब्लिंकन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी से बातचीत करने के एक दिन बाद कहा कि अमेरिका अपने मित्रों को अपने मतभेद कूटनीति, संवाद के जरिये हल करने के लिए प्रेरित करता है।
celebrated #PakUsAt75 w/ @SecBlinken & Pak-US community at @StateDept. History has proven that when 🇵🇰 & 🇺🇸 work together we achieved great things. developing countries are looking for climate Justice. 🇺🇸 & int. community can play key role in helping build back better & greener. https://t.co/hLG7lOwiXn pic.twitter.com/n6Ob7pkZcU
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) September 27, 2022
Pleasure to meet @SecDef once again.
Defence and Security cooperation is a key pillar of the contemporary India-US partnership. We noted the steady progress in policy exchange, interoperability, defense trade, service exercises and military-industrial cooperation. pic.twitter.com/9AkvTkALGk— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 26, 2022
पाक विदेश मंत्री के साथ नहीं किया संयुक्त संवाददाता सम्मेलन
बता दें, अमरीकी विदेश मंत्री ने सिर्फ भारत के विदेश मंत्री के साथ ही संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के साथ अमरीका के विदेश मंत्री और उनके प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात जरूर की, पर किसी संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित नहीं किया।
इसके पहले अमरीका के रक्षा मंत्री ने भी भारत के विदेश मंत्री को विशेष सम्मान के साथ अमरीका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में आमंत्रित किया था और द्विपक्षीय मुद्दों पर पर चर्चा की थी।