पहले सत्येंद्र जैन, अब मनीष सिसोदिया… 6 मंत्रियों में से दो गिरफ्तार, कैसे चलेगी दिल्ली सरकार?
दिल्ली का बजट कौन पेश करेगा?
दिल्ली सरकार का बजट कौन पेश करेगा, इस पर भी अब सरकार को जल्द से जल्द फैसला लेना पड़ेगा, क्योंकि अगर बजट तय समय पर पेश नहीं हुआ, तो सरकार के सामने नई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। वित्त मंत्री के रूप में बजट बनाने में अपनी व्यस्तता का हवाला देकर ही सिसोदिया ने पिछले हफ्ते सीबीआई से पूछताछ में शामिल होने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी थी। उसी के बाद सीबीआई ने उन्हें एक हफ्ते का वक्त देकर रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया था।
आबकारी मामले में क्या हैं सीबीआई के आरोप?
4 मंत्रियों के जिम्मे पूरी सरकार
दिल्ली सरकार में अब केवल 4 मंत्री ऐसे रह गए हैं, जिनके पास अन्य विभागों का जिम्मा है। इनमें सबसे अधिक 6 विभाग मंत्री कैलाश गहलोत के पास हैं। वह ट्रांसपोर्ट, रेवेन्यू, महिला एवं बाल विकास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाले हुए हैं। वहीं मंत्री गोपाल राय के पास पर्यावरण, सामान्य प्रशासन और डिवेलपमेंट के रूप में केवल तीन विभागों का जिम्मा है। चूंकि वह आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश के संयोजक भी हैं, इसलिए उन्हें प्रशासनिक कामों में ज्यादा व्यस्त नहीं रखा गया है।
अन्य मंत्रियो में इमरान हुसैन के पास दो और राजकुमार आनंद के पास चार मंत्रालयों का जिम्मा है। ऐसे में सरकार चलाने के लिए अब सीएम अरविंद केजरीवाल को जल्द से जल्द या तो अपनी कैबिनेट में फेरबदल करना पड़ सकता है या फिर मौजूदा 4 मंत्रियों को कुछ अन्य विभागों का जिम्मा सौंपना पड़ सकता है। हो सकता है कि कुछ मंत्रालयों का जिम्मा अब खुद उनको ही संभालना पड़े।