पहले सत्‍येंद्र जैन, अब मनीष सिसोदिया… 6 मंत्रियों में से दो गिरफ्तार, कैसे चलेगी दिल्ली सरकार?

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पहले सत्‍येंद्र जैन, अब मनीष सिसोदिया… 6 मंत्रियों में से दो गिरफ्तार, कैसे चलेगी दिल्ली सरकार?

पहले सत्‍येंद्र जैन, अब मनीष सिसोदिया… 6 मंत्रियों में से दो गिरफ्तार, कैसे चलेगी दिल्ली सरकार?

नई दिल्ली: उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सरकार के लिए भी मुश्किलें और बढ़ती दिखाई दे रही हैं। कुल 7 सदस्यों वाली दिल्ली कैबिनेट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा 6 अन्य मंत्री हैं। सीएम के पास कोई मंत्रालय है नहीं। बाकी के 6 मंत्रियों में से एक सत्येंद्र जैन पहले से ही तिहाड़ जेल में हैं। ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार कर रखा है। अब मनीष सिसोदिया के भी गिरफ्तार हो जाने से सरकार की दिक्कतें और बढ़ने की आशंका है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी के बाद भी सत्येंद्र जैन को अभी तक उनके पद से नहीं हटाया है। वह सरकार में बिना विभाग के मंत्री बने हुए हैं। जैन के जेल जाने के बाद उनके ज्यादातर मंत्रालय मनीष सिसोदिया को सौंपे गए थे। उसी के चलते सिसोदिया के पास इस वक्त 18 मंत्रालयों का जिम्मा था। इनमें फाइनैंस, पीडब्लूडी, पावर, वॉटर, हेल्थ, एजुकेशन, होम, विजिलेंस, प्लानिंग, सर्विसेज, टूरिज्म, अर्बन डिवेलपमेंट जैसे सरकार के ज्यादातर प्रमुख विभाग शामिल हैं। सिसोदिया के गिरफ्तार होने के बाद अब ये विभाग कौन संभालेगा, यही सबसे बड़ा सवाल है।

दिल्‍ली का बजट कौन पेश करेगा?
दिल्ली सरकार का बजट कौन पेश करेगा, इस पर भी अब सरकार को जल्द से जल्द फैसला लेना पड़ेगा, क्योंकि अगर बजट तय समय पर पेश नहीं हुआ, तो सरकार के सामने नई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। वित्त मंत्री के रूप में बजट बनाने में अपनी व्यस्तता का हवाला देकर ही सिसोदिया ने पिछले हफ्ते सीबीआई से पूछताछ में शामिल होने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी थी। उसी के बाद सीबीआई ने उन्हें एक हफ्ते का वक्त देकर रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया था।

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4 मंत्रियों के जिम्‍मे पूरी सरकार
दिल्ली सरकार में अब केवल 4 मंत्री ऐसे रह गए हैं, जिनके पास अन्य विभागों का जिम्मा है। इनमें सबसे अधिक 6 विभाग मंत्री कैलाश गहलोत के पास हैं। वह ट्रांसपोर्ट, रेवेन्यू, महिला एवं बाल विकास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाले हुए हैं। वहीं मंत्री गोपाल राय के पास पर्यावरण, सामान्य प्रशासन और डिवेलपमेंट के रूप में केवल तीन विभागों का जिम्मा है। चूंकि वह आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश के संयोजक भी हैं, इसलिए उन्हें प्रशासनिक कामों में ज्यादा व्यस्त नहीं रखा गया है।

अन्य मंत्रियो में इमरान हुसैन के पास दो और राजकुमार आनंद के पास चार मंत्रालयों का जिम्मा है। ऐसे में सरकार चलाने के लिए अब सीएम अरविंद केजरीवाल को जल्द से जल्द या तो अपनी कैबिनेट में फेरबदल करना पड़ सकता है या फिर मौजूदा 4 मंत्रियों को कुछ अन्य विभागों का जिम्मा सौंपना पड़ सकता है। हो सकता है कि कुछ मंत्रालयों का जिम्मा अब खुद उनको ही संभालना पड़े।

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