पहली बार 46 हजार स्टूडेंट्स का दीक्षांत समारोह, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया 632 आईटीआई के बच्चाें काे सम्मानित | Convocation ceremony of 46 thousand students for the first time | Patrika News
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा, उपाध्यक्ष नरेन्द्र बिरथरे, पीएस आकाश त्रिपाठी की मौजूदगी में डिप्लोमा पूरा करने वाले आईटीआई छात्रों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मप्र में ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। हमने आईटीआई की बिल्डिंग अत्याधुनिक बनाई, ट्रेड्स बढ़ाए और अब गोविंदपुरा में ग्लोबल स्किल पार्क बन रहा है। यहां उन्हाेंने ये भी कहा कि मैं सिंगापुर में देखकर आया, वहां की आईटीआई (ITI- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) बहुत एडवांस है। वहां सुई बनाने से लेकर हवाई सुधारने तक के काम हो रहे हैं।
उनका कहना था कि बीच में हमारी सरकार चली गई थी,जिस कारण बिल्डिंग का काम धीमा हो गया। जाने कहां का ठेकेदार ला दिया, वो धीमा काम कर रहा है, लेकिन हम भी पीछे लगे हैं। अभी 6 हजार के बाद हम 10 हजार बच्चों को ट्रेंड करेंगे। इस बात की भी गारंटी होगी, यहां से निकलने वाले बच्चों को हर हाल में रोजगार मिलेगा।
युवाओं को स्किल देना पडे़गा
इस दाैरान सीएम शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि मप्र को अगर समृद्ध बनाना है तो मप्र के युवाओं को स्किल देना पडे़गा। कई बार ये चर्चा होती है कि जनसंख्या के कारण दिक्कतें बढ़ रही हैं। मैं जनसंख्या कंट्रोल का विरोध नहीं करता। ध्यान रहे कि हमारे यहां युवा जनसंख्या सबसे ज्यादा है और ये जनसंख्या हमारी कमजोरी नहीं ताकत बन सकती है। अगर युवा हाथों में केवल कौशल दे दिया जाए, तो हमारे बच्चे चमत्कार कर सकते हैं।
हर संभाग में बनेगी एक मॉडल आईटीआई (ITI)
उन्हाेंने कहा कि10 संभागों में मॉडल आईटीआई (ITI) बनेगी। अब आईटीआई टपरों में नहीं, बल्कि अच्छी बिल्डिंग में चलेगी। शिक्षा के तीन उद्देश्य होते हैं ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना। मेरा ऐसा मानना है कि जिनको किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करनी है, उसके लिए लिए उच्च शिक्षा बेहतर है। लेकिन हर बच्चा उच्च शिक्षा क्यों हासिल करें? एक बार मैंने बच्चों से पूछा क्या कर रहे हो, तो जवाब मिला बीए कर रहे हैं। मैंने पूछा उसके बाद तो बच्चे बोले एमए, फिर लॉ करेंगे। मैने पूछा लॉ के बाद क्या करेंगे तो बच्चों ने जवाब दिया, पता नहीं।
जिसमें रोजगार और जीवन की दिशा तय न हो, कोई लक्ष्य न हो, ऐसी पढ़ाई का क्या मतलब। जिनको विशेषज्ञता हासिल करनी है, वे मास्टर्स करें डिग्रियां लें, लेकिन जिनको यह लगता है कि पढ़ने के बाद हाथों में कुशलता सीखनी है, काम धंधा, जॉब या अपना काम धंधा करना है, तो उनके लिए मैं आईटीआई को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं। दिशाहीन पढ़ाई का मतलब ही क्या है। आईटीआई बच्चों के हाथों में कौशल देने के लिए जरूरी है। जिन हाथों में कौशल होगा वे बेरोजगार नहीं रहेंगे।
MP के आईटीआई स्टूडेंट्स का देश में 87 प्रतिशत रिजल्ट
उन्हाेंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित सभी ट्रेड शुरू करेंगे। कांग्रेस के जमाने में तकनीकी शिक्षा विभाग उपेक्षित था, ताे कई स्थानों पर आईटीआई (ITI) नहीं थी। इसे छोटा सा विभाग माना जाता था। पहले आईटीआई में जर्जर भवन थे और उपकरण व प्रशिक्षक नहीं थे। अब हम 10 मॉडल आईटीआई (ITI) बना रहे हैं। देशभर की आईटीआई की परीक्षा में मप्र का परिणाम 87% आया है। 82271 में से 71838 बच्चे पास हुए, उनमें से 4507 का कंपनियों ने प्रारंभिक चयन कर लिया है। नेशनल ऐप्रेंटिसशिप मेले में 14330 बच्चों का चयन हो चुका है। प्रदेश की 19 आईटीआई को देश में 3 स्टार, 96 आईटीआई को 2 स्टार रेटिंग मिली है। आईटीआई की संख्या के मामले में मप्र देश में तीसरे नंबर पर आ गया है। mp के हर ब्लॉक में कम से कम एक आईटीआई होगी।
टॉपर शिवम चौरीवार जापान जाएंगे
सीएम शिवराज सिंह ने इस दाैरान ये भी बताया कि आईटीआई स्टूडेंट शिवम चौरिवार भारत की ओर से भोपाल से जापान जा रहे हैं। इस अवसर पर सीएम ने शिवम को सम्मानित किया।
23 नए ITI मंजूर
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा विभाग के पीएस आकाश त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में 632 आईटीआई के 45 हजार बच्चों को मंगलवार को सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं। मप्र में 11 ट्रेड्स में नेशनल टॉपर हैं। वहीं मप्र के बच्चे देश में करीब 33 ट्रेड्स में टॉप थ्री में हैं। 46 ब्लॉक में आईटीआई नहीं है। सीएम और कैबिनेट की इस साल स्वीकृति मिली है। 23 ब्लॉक में आईटीआई मंजूर हुए हैं, वहीं मंडला के नक्सल प्रभावित ब्लॉक में और एनटीपीसी के सहयोग से बड़वाह में आईटीआई स्वीकृत हुआ है। वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता में मप्र से इस बार भाग लेगा। नेशनल कॉम्पिटिशन में मप्र के आईटीआई स्टूडेंट्स को दो स्वर्ण, एक रजत और एक मैडल मिले हैं।
ये रहीं मुख्य बातें-
सीएम ने इस अवसर पर कहा कि इंडस्ट्री और ITI को जोड़ने का काम िकया जाएगा।
वहीं 50 लाख तक का लोन मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में सरकार की गारंटी पर मिलेगा। सरकार बैंक के ब्याज का 3% भरेगी।
ग्रामीण इंजीनियर योजना के तहत 1200 बच्चों को ट्रेनिंग दी गई है।
इसके अलावा चार ग्रामीण इंजीनियर हर ग्राम पंचायत में बनाए जाएंगे। जाे गांव में नल जल योजना की पाइप लाइन ठीक करेंगे।
पीएम आवास योजना में मकानों के कारीगरों की जरूरत पूरी करेंगे।
बिजली की मोटर सुधारने का काम करेंगे।
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा, उपाध्यक्ष नरेन्द्र बिरथरे, पीएस आकाश त्रिपाठी की मौजूदगी में डिप्लोमा पूरा करने वाले आईटीआई छात्रों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मप्र में ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। हमने आईटीआई की बिल्डिंग अत्याधुनिक बनाई, ट्रेड्स बढ़ाए और अब गोविंदपुरा में ग्लोबल स्किल पार्क बन रहा है। यहां उन्हाेंने ये भी कहा कि मैं सिंगापुर में देखकर आया, वहां की आईटीआई (ITI- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) बहुत एडवांस है। वहां सुई बनाने से लेकर हवाई सुधारने तक के काम हो रहे हैं।
उनका कहना था कि बीच में हमारी सरकार चली गई थी,जिस कारण बिल्डिंग का काम धीमा हो गया। जाने कहां का ठेकेदार ला दिया, वो धीमा काम कर रहा है, लेकिन हम भी पीछे लगे हैं। अभी 6 हजार के बाद हम 10 हजार बच्चों को ट्रेंड करेंगे। इस बात की भी गारंटी होगी, यहां से निकलने वाले बच्चों को हर हाल में रोजगार मिलेगा।
युवाओं को स्किल देना पडे़गा
इस दाैरान सीएम शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि मप्र को अगर समृद्ध बनाना है तो मप्र के युवाओं को स्किल देना पडे़गा। कई बार ये चर्चा होती है कि जनसंख्या के कारण दिक्कतें बढ़ रही हैं। मैं जनसंख्या कंट्रोल का विरोध नहीं करता। ध्यान रहे कि हमारे यहां युवा जनसंख्या सबसे ज्यादा है और ये जनसंख्या हमारी कमजोरी नहीं ताकत बन सकती है। अगर युवा हाथों में केवल कौशल दे दिया जाए, तो हमारे बच्चे चमत्कार कर सकते हैं।
हर संभाग में बनेगी एक मॉडल आईटीआई (ITI)
उन्हाेंने कहा कि10 संभागों में मॉडल आईटीआई (ITI) बनेगी। अब आईटीआई टपरों में नहीं, बल्कि अच्छी बिल्डिंग में चलेगी। शिक्षा के तीन उद्देश्य होते हैं ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना। मेरा ऐसा मानना है कि जिनको किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करनी है, उसके लिए लिए उच्च शिक्षा बेहतर है। लेकिन हर बच्चा उच्च शिक्षा क्यों हासिल करें? एक बार मैंने बच्चों से पूछा क्या कर रहे हो, तो जवाब मिला बीए कर रहे हैं। मैंने पूछा उसके बाद तो बच्चे बोले एमए, फिर लॉ करेंगे। मैने पूछा लॉ के बाद क्या करेंगे तो बच्चों ने जवाब दिया, पता नहीं।
जिसमें रोजगार और जीवन की दिशा तय न हो, कोई लक्ष्य न हो, ऐसी पढ़ाई का क्या मतलब। जिनको विशेषज्ञता हासिल करनी है, वे मास्टर्स करें डिग्रियां लें, लेकिन जिनको यह लगता है कि पढ़ने के बाद हाथों में कुशलता सीखनी है, काम धंधा, जॉब या अपना काम धंधा करना है, तो उनके लिए मैं आईटीआई को सर्वश्रेष्ठ मानता हूं। दिशाहीन पढ़ाई का मतलब ही क्या है। आईटीआई बच्चों के हाथों में कौशल देने के लिए जरूरी है। जिन हाथों में कौशल होगा वे बेरोजगार नहीं रहेंगे।
MP के आईटीआई स्टूडेंट्स का देश में 87 प्रतिशत रिजल्ट
उन्हाेंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित सभी ट्रेड शुरू करेंगे। कांग्रेस के जमाने में तकनीकी शिक्षा विभाग उपेक्षित था, ताे कई स्थानों पर आईटीआई (ITI) नहीं थी। इसे छोटा सा विभाग माना जाता था। पहले आईटीआई में जर्जर भवन थे और उपकरण व प्रशिक्षक नहीं थे। अब हम 10 मॉडल आईटीआई (ITI) बना रहे हैं। देशभर की आईटीआई की परीक्षा में मप्र का परिणाम 87% आया है। 82271 में से 71838 बच्चे पास हुए, उनमें से 4507 का कंपनियों ने प्रारंभिक चयन कर लिया है। नेशनल ऐप्रेंटिसशिप मेले में 14330 बच्चों का चयन हो चुका है। प्रदेश की 19 आईटीआई को देश में 3 स्टार, 96 आईटीआई को 2 स्टार रेटिंग मिली है। आईटीआई की संख्या के मामले में मप्र देश में तीसरे नंबर पर आ गया है। mp के हर ब्लॉक में कम से कम एक आईटीआई होगी।
टॉपर शिवम चौरीवार जापान जाएंगे
सीएम शिवराज सिंह ने इस दाैरान ये भी बताया कि आईटीआई स्टूडेंट शिवम चौरिवार भारत की ओर से भोपाल से जापान जा रहे हैं। इस अवसर पर सीएम ने शिवम को सम्मानित किया।
23 नए ITI मंजूर
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा विभाग के पीएस आकाश त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में 632 आईटीआई के 45 हजार बच्चों को मंगलवार को सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं। मप्र में 11 ट्रेड्स में नेशनल टॉपर हैं। वहीं मप्र के बच्चे देश में करीब 33 ट्रेड्स में टॉप थ्री में हैं। 46 ब्लॉक में आईटीआई नहीं है। सीएम और कैबिनेट की इस साल स्वीकृति मिली है। 23 ब्लॉक में आईटीआई मंजूर हुए हैं, वहीं मंडला के नक्सल प्रभावित ब्लॉक में और एनटीपीसी के सहयोग से बड़वाह में आईटीआई स्वीकृत हुआ है। वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता में मप्र से इस बार भाग लेगा। नेशनल कॉम्पिटिशन में मप्र के आईटीआई स्टूडेंट्स को दो स्वर्ण, एक रजत और एक मैडल मिले हैं।
ये रहीं मुख्य बातें-
सीएम ने इस अवसर पर कहा कि इंडस्ट्री और ITI को जोड़ने का काम िकया जाएगा।
वहीं 50 लाख तक का लोन मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में सरकार की गारंटी पर मिलेगा। सरकार बैंक के ब्याज का 3% भरेगी।
ग्रामीण इंजीनियर योजना के तहत 1200 बच्चों को ट्रेनिंग दी गई है।
इसके अलावा चार ग्रामीण इंजीनियर हर ग्राम पंचायत में बनाए जाएंगे। जाे गांव में नल जल योजना की पाइप लाइन ठीक करेंगे।
पीएम आवास योजना में मकानों के कारीगरों की जरूरत पूरी करेंगे।
बिजली की मोटर सुधारने का काम करेंगे।