पति की मृत्यु के बाद संबल के लिए भटक रही अबला से कोई रिश्वत मांग रहा तो कोई अकेेले में बुला रहा | sad story of woman | Patrika News
निगम की जनसुनवाई में आखिरी उम्मीद लेकर आई हनुमान नगर नईबस्ती निवासी रुची सोनी ने बताया की उसके पति धर्मेन्द्र सोनी की तीन साल पहले मृत्यु हो चुकी है। तब से वह संबल योजना के तहत दो लाख की आर्थिक सहायता के लिए कलेक्ट्रेट से नगर निगम के चक्कर लगा रही है। गोद में बच्चे लिए भटक रही महिला पर किसी अधिकारी कर्मचारी ने तरस नहीं खाया। पीडिता को अधिकारी तीन साल से एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर भटकाते रहे। इस दौरान महिला ने अर्थिक सहायता और विधवा पेंशन के लिए सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की लेकिन वह भी महिला को संबल नहीं दिला सकी। महिला ने बताया जब वह आवेदन लेकर दफ्तर जाती है तो कोई उससे रिश्व की मांग करता है तो कोई अकेले में आफिस आकर मिलने की। उसने कहा साहब मैं मजदूरी कर बच्चों का पेट पाल रहीं हूं। मेरे पास देने के लिए पैसे नहीं है इसलिए मेरी कोई मदद नहीं कर रहा। यह सुन निगमायुक्त राजेश शाही भी कुछ समय के स्तब्ध रह गए।
अपनी कार से भिजवाया घर निगमायुक्त राजेश शाही ने महिला की हर बात सुनी और निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाकर 24 घंटे में उसका पीपीएल कार्ड और विधवा पेंशन पोर्टल में नाम दर्ज कराने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं निगमायुक्त ने मानवता दिखाते हुए बच्चे के साथ आई महिला को अपनी कार भेज तक उसके घर तक पहुंचवाया और कहा की अब तुम्हे किसी दफ्तर में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है।
निगम कर्मचारी की शिकायत, श्रम विभाग का निकला नंबर तीन साल से संबल योजना की राशि पाने भटक रह महिला ने निगमायुक्त से शिकायत करते बताया की अधिकारी कहते है 10 हजार रुपए दो तो तुम्हारी पैसा मिल जाएगा। निगम का एक कर्मचारी फोन लगाकर कहता है कि अकेले में आफिस आकर मिलो तो तुम्हारा काम करा दूूंगा। महिला ने कर्मचारी का नंबर भी दिया। जब निगमायुक्त ने पीडि़ता द्वारा दिए गए नंबर पर काल किया तो वह श्रम विभाग के एक अधिकारी का निकला।
वर्जन संबल योजना की राशि पाने तीन साल से भटक रही महिला जनसुनवाई में आई थी। उसने बताया की निगम के अधिकारी कर्मचारी काम के बदले रिश्वत मांगते हैं। एक कर्मचारी अकेले में आफिस आने को कहता है। जब महिला से नंबर लेकर उस पर काल किया तो वह हमारे आफिस के किसी कर्मचारी का नहीं निकला।
राजेश शाही, आयुक्त नगर निगम महिला ने निगम की जनसुनवाई में निगमायुक्त से शिकायत की है कि एक अधिकारी फोन कर कहता है कि मुझसे अकेले में आफिस आकर मिलो तुम्हारा काम हो जाएगा। अधिकारी ने ऐसा क्यों कहा इस संबंध में जानकारी ली जाएगी।
अनुराग वर्मा, कलेक्टर सतना
निगम की जनसुनवाई में आखिरी उम्मीद लेकर आई हनुमान नगर नईबस्ती निवासी रुची सोनी ने बताया की उसके पति धर्मेन्द्र सोनी की तीन साल पहले मृत्यु हो चुकी है। तब से वह संबल योजना के तहत दो लाख की आर्थिक सहायता के लिए कलेक्ट्रेट से नगर निगम के चक्कर लगा रही है। गोद में बच्चे लिए भटक रही महिला पर किसी अधिकारी कर्मचारी ने तरस नहीं खाया। पीडिता को अधिकारी तीन साल से एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर भटकाते रहे। इस दौरान महिला ने अर्थिक सहायता और विधवा पेंशन के लिए सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की लेकिन वह भी महिला को संबल नहीं दिला सकी। महिला ने बताया जब वह आवेदन लेकर दफ्तर जाती है तो कोई उससे रिश्व की मांग करता है तो कोई अकेले में आफिस आकर मिलने की। उसने कहा साहब मैं मजदूरी कर बच्चों का पेट पाल रहीं हूं। मेरे पास देने के लिए पैसे नहीं है इसलिए मेरी कोई मदद नहीं कर रहा। यह सुन निगमायुक्त राजेश शाही भी कुछ समय के स्तब्ध रह गए।
अपनी कार से भिजवाया घर निगमायुक्त राजेश शाही ने महिला की हर बात सुनी और निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाकर 24 घंटे में उसका पीपीएल कार्ड और विधवा पेंशन पोर्टल में नाम दर्ज कराने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं निगमायुक्त ने मानवता दिखाते हुए बच्चे के साथ आई महिला को अपनी कार भेज तक उसके घर तक पहुंचवाया और कहा की अब तुम्हे किसी दफ्तर में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है।
निगम कर्मचारी की शिकायत, श्रम विभाग का निकला नंबर तीन साल से संबल योजना की राशि पाने भटक रह महिला ने निगमायुक्त से शिकायत करते बताया की अधिकारी कहते है 10 हजार रुपए दो तो तुम्हारी पैसा मिल जाएगा। निगम का एक कर्मचारी फोन लगाकर कहता है कि अकेले में आफिस आकर मिलो तो तुम्हारा काम करा दूूंगा। महिला ने कर्मचारी का नंबर भी दिया। जब निगमायुक्त ने पीडि़ता द्वारा दिए गए नंबर पर काल किया तो वह श्रम विभाग के एक अधिकारी का निकला।
वर्जन संबल योजना की राशि पाने तीन साल से भटक रही महिला जनसुनवाई में आई थी। उसने बताया की निगम के अधिकारी कर्मचारी काम के बदले रिश्वत मांगते हैं। एक कर्मचारी अकेले में आफिस आने को कहता है। जब महिला से नंबर लेकर उस पर काल किया तो वह हमारे आफिस के किसी कर्मचारी का नहीं निकला।
राजेश शाही, आयुक्त नगर निगम महिला ने निगम की जनसुनवाई में निगमायुक्त से शिकायत की है कि एक अधिकारी फोन कर कहता है कि मुझसे अकेले में आफिस आकर मिलो तुम्हारा काम हो जाएगा। अधिकारी ने ऐसा क्यों कहा इस संबंध में जानकारी ली जाएगी।
अनुराग वर्मा, कलेक्टर सतना