पटना जंक्शन से किडनैप मोबाइल कंपनी का अधिकारी आसनसोल में मिला, 25 लाख की मांगी थी फिरौती

18
पटना जंक्शन से किडनैप मोबाइल कंपनी का अधिकारी आसनसोल में मिला, 25 लाख की मांगी थी फिरौती

पटना जंक्शन से किडनैप मोबाइल कंपनी का अधिकारी आसनसोल में मिला, 25 लाख की मांगी थी फिरौती


ऐप पर पढ़ें

पटना जंक्शन से कथित रूप से अपहृत हुये मोबाइल कंपनी के अधिकारी सुमन सौरभ को रेल पुलिस ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से ढूंढ़ निकाला। सुमन के लापता होने का सन्हा बीते चार मार्च को उसके परिजनों ने पटना जीआरपी में दर्ज करवाया था। भागलपुर सहित अन्य जगहों पर खोजबीन करने के बाद जब सुमन का कोई अता पता नहीं चला तो परिजनों ने छह मार्च को पटना जीआरपी में उसके अपहरण की एफआईआर का आवेदन दिया। किडनैपरों के द्वारा 25 लाख रुपये फिरौती मांगने की भी बात सामने आई थी। इसके बाद रेल पुलिस हरकत में आयी और कथित अपहृत सुमन सौरभ की तलाश शुरू की गयी।

सूत्रों के अनुसार प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि सुमन का अपहरण नहीं किया गया था। पुलिस हर पहलुओं पर इस मामले की छानबीन कर रही है। रेल पुलिस की एक टीम सुमन सौरभ को आसनसोल से लाने के लिए पटना से रवाना हो गई है। मामला सनसनीखेज होने के कारण व सुमन के दूसरे राज्यों में होने की जानकारी मिलने के बाद रेल पुलिस मुख्यालय बिहार इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहा था।आईजी और एसपी रैंक के अफसर भी मामले पर नजर रख रहे थे। सुमन सौरभ के पटना आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा। 

पटना जंक्शन से एक्जीक्यूटिव मैनेजर का अपहरण, तलाश के लिए SIT गठित; वॉट्सऐप पर मांगी है 25 लाख की फिरौती

सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार सुमन को भागलपुर जाने के लिए पटना जंक्शन स्थित  6 नंबर प्लेटफार्म से ट्रेन पकड़नी थी। लेकिन जब रेल पुलिस की टीम ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि वह 9 नंबर प्लेटफार्म पर खड़ा था जहां पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेन लगी थी। सीसीटीवी कैमरे के जरिए ये खुलासे हुए। इसके बाद सुमन धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। रेल पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, जिसके बाद यह पता चला कि आसनसोल में वह ट्रेन से उतरा है। आनन-फानन में रेल पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से मदद ली और सुमन को बरामद कर लिया गया। 

रेल एडीजी बीएस मीणा ने कहा कि मोबाइल कंपनी के मैनेजर को बरामद करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। गौरतलब है कि 6 मार्च को सुमन के अपहरण की एफआईआर उसकी पत्नी ने पटना जीआरपी में दर्ज कराई थी। इसके बाद रेल पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरू की।

‘2 दिन में करो 25 लाख का इंतजाम…नहीं तो हाथ धो बैठोगे’, पटना में मोबाइल कंपनी के मैनेजर का अपहरण

एक मोबाइल ऑन था और दूसरा ऑफ 

रेल पुलिस की एसआईटी ने जब अपनी तफ्तीश की सूई आगे बढाई तो पता चला कि सुमन के पास दो मोबाइल थे। एक ऑन था और दूसरा ऑफ। रेल पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये उसका लोकेशन पता किया। रेल पुलिस की एसआईटी का नेतृत्व डीएसपी रैंक के अफसर कर रहे थे। 

कथित अपहृत सुमन को रेल पुलिस की एसआईटी ने ढूंढ़ निकाला है। पुलिस टीम उसे लाने के लिये पश्चिम बगाल रवाना हो गयी  है। इस टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा। सुमन के पटना पहुंचने के बाद पुलिस उससे इस मामले को लेकर और भी जानकारियां हासिल करेगी। इसके बाद इस मामले का पर्दाफाश किया जायेगा। 

– बच्चू सिंह मीणा, एडीजी रेलवे, बिहार

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News