पंजाब में निजी विश्वविद्यालय के छात्र ने आत्महत्या की, केरल के प्रोफेसर खिलाफ उकसाने का मामला दर्ज

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पंजाब में निजी विश्वविद्यालय के छात्र ने आत्महत्या की, केरल के प्रोफेसर खिलाफ उकसाने का मामला दर्ज

पंजाब में निजी विश्वविद्यालय के छात्र ने आत्महत्या की, केरल के प्रोफेसर खिलाफ उकसाने का मामला दर्ज

चंडीगढ़, 21 सितंबर (भाषा) पंजाब के फगवाड़ा में एक निजी विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली, जिसके विरोध में बाद में साथी छात्रों ने परिसर में प्रदर्शन किया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने इस मामले में केरल में एक संस्थान में छात्र को पढ़ाने वाले प्रोफेसर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।

उन्होंने बताया कि केरल से आया 22 वर्षीय छात्र अगिन एस. दिलीप लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में ‘बैचलर इन डिजाइन’ की पढ़ाई कर रहा था। उसने 20 सितंबर को कथित तौर पर आत्महत्या की। सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि छात्र को मृत लाया गया था।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फगवाड़ा पुलिस ने बुधवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट (एनआईटी-सी) के एक प्रोफेसर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है।

अतिरिक्त डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि छात्र के पिता की शिकायत और उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।

शुक्ला ने कहा कि पीड़ित चार साल से एनआईटी-सी का छात्र था, लेकिन उसे बर्खास्त कर दिया गया था क्योंकि प्रोफेसर के मन में उसके खिलाफ कथित तौर पर द्वेष था। इसके बाद छात्र ने एलपीयू में दाखिला लिया लेकिन मानसिक तनाव के चलते मंगलवार को उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

शुक्ला ने कहा कि पुलिस अधीक्षक स्तर की समिति मामले की निष्पक्ष और गहन जांच करेगी। उन्होंने बताया कि जालंधर रेंज के डीआईजी बी. भूपति और कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह बैंस की देखरेख में फगवाड़ा के पुलिस अधीक्षक मुख्तियार राय मामले की जांच करेंगे।

इससे पहले, बुधवार को छात्र की मौत की खबर के बाद लड़कियों सहित अन्य छात्र अपने छात्रावासों से बाहर आ गए और ‘‘हमें न्याय चाहिए’’ जैसे नारे लगाए। विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड ने उन्हें शांत करने की कोशिश की। परिसर में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

छात्रों ने मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की। सोशल मीडिया पर प्रदर्शन का एक कथित वीडियो प्रसारित हुआ है, जिसमें छात्र उन्हें शांत कराने की कोशिश कर रहे पुलिस के एक अधिकारी से सवाल-जवाब करते दिख रहे हैं।

पुलिसकर्मियों को विश्वविद्यालय परिसर में तैनात किया गया है। फगवाड़ा के अनुमंडल पदाधिकारी लाल विश्वास बैंस ने छात्रों से किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करने की अपील की।

एलपीयू ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख जताया है। एलपीयू ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए बयान में कहा, ‘‘पुलिस की प्रारंभिक जांच और सुसाइड नोट की सामग्री छात्र के व्यक्तिगत मुद्दों की ओर इशारा करती है। विश्वविद्यालय आगे की जांच के लिए अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहा है।’’

बयान के अनुसार, ‘‘विश्वविद्यालय छात्र की मृत्यु पर शोक और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।’’

इस घटना से पहले हाल में मोहाली के चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में छात्राओं ने एक छात्रा पर साझा प्रसाधन (वॉशरूम) में उनके कई आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किए थे।

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