न सूर्या चले और न ऋषभ पंत, नाकाम रहे सारे बड़े नाम, सिर्फ वाशिंगटन ही दिखे सुंदर
क्राइस्टचर्च: वाशिंगटन सुंदर… जैसा नाम वैसा काम। जब सारे महारथी मैदान छोड़ गए, तब वह अकेले अंगद की तरह पैर जमाए खड़े रहे। जब जम गए तो फिर अभिमन्यू सा कीवी चक्रव्यूह भी भेद दिया। चंद मैच पुराने इस खिलाड़ी ने बता दिया कि नाम नहीं काम मायने रखता है। अगर वाशिंगटन सुंदर नहीं होते तो भारत तीसरे वनडे में न्यूजीलैंड के खिलाफ 219 रन नहीं बना पाता। इस स्पिन ऑलराउंडर ने सातवें नंबर पर आकर 64 गेंद में 51 रन की अहम पारी खेली।
तब 121/5 था भारत का स्कोर
कप्तान शिखर धवन (45 गेंद में 28 रन) और शुभमन गिल (22 गेंद में 13 रन) अच्छी ओपनिंग पार्टनरशिप को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए, इसके बाद आए श्रेयस अय्यर (59 गेंद में 49 रन) को छोड़कर सभी ने घुटने टेक दिए। ऋषभ पंत 16 गेंद में 10 रन बनाकर आउट हुए तो सूर्यकुमार यादव 10 गेंद में 6 रन बनाकर चलते बने। दीपक हुड्डा भी 25 गेंद खेलने के बाद सिर्फ 12 रन ही बना पाए। ‘आया-राम, गया-राम’ के बीच जब वाशिंगटन सुंदर सातवें नंबर पर आए तब टीम मुश्किल में थी। सिर्फ 121 रन पर 5 विकेट गिर चुके थे। अगर सुंदर नहीं होते तो भारत 200 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाता।
रन बनाने वाला स्पिनर
जिस पिच पर बड़े-बडे़ सूरमा फेल हो गए, वहां हल्की-फुल्की बैटिंग जानने वाले एक स्पिनर ने अपनी काबिलियत दिखा दी। बता दिया कि अगर आपको रविंद्र जडेजा का रिप्लेसमेंट चाहिए तो मुझसे संपर्क करें। अपने छोटे से इंटरनेशनल करियर में वाशिंगटन सुंदर ने कई मैच विनिंग परफॉर्मेंस दी है। भारत के ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गाबा टेस्ट में खेली 62 और 22 रन की पारी। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में नाबाद 85 और 96 रन की इनिंग। मौजूदा सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में 16 गेंदों पर ताबड़तोड़ 37 रन की नाबाद पारी या फिर इस मैच में 51 रन की पारी। टेस्ट में वाशिंगटन सुंदर की औसत 66.25 है तो वनडे में 48.33।
ऐसा रहा है इंटननेशनल करियर
असाधारण प्रतिभा होने के बावजूद वाशिंगटन सुंदर अगर अबतक टीम के स्थाई सदस्य नहीं बन पाए तो इसके पीछे किस्मत भी बड़ा फैक्टर है। उन्होंने अभी तक भारत के लिए 4 टेस्ट, 8 वनडे और 32 T20I खेले हैं। उनके चोटिल होने की शुरुआत जुलाई 2021 में शुरू हुई थी। वह भारत के खिलाफ काउंटी टीम के लिए अभ्यास मैच खेलते हुए चोटिल हो गए थे। कोरोना की वजह से वह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नहीं जा सके। फरवरी-मार्च में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने के बाद हैमस्ट्रिंग की वजह से वह टी-20 नहीं खेल पाए थे। श्रीलंका सीरीज में भी उन्हें बाहर बैठना पड़ा था। आईपीएल में भी वह चोट के चलते सनराइजर्स हैदराबाद के लिए पांच मैचों नहीं खेल पाए। वापसी करते हुए काउंटी टूर्नामेंट के पहले ही मैच में 5 विकेट लिए। चार मैच खेलने के बाद एक बार फिर चोटिल हो गए।
तब 121/5 था भारत का स्कोर
रन बनाने वाला स्पिनर
जिस पिच पर बड़े-बडे़ सूरमा फेल हो गए, वहां हल्की-फुल्की बैटिंग जानने वाले एक स्पिनर ने अपनी काबिलियत दिखा दी। बता दिया कि अगर आपको रविंद्र जडेजा का रिप्लेसमेंट चाहिए तो मुझसे संपर्क करें। अपने छोटे से इंटरनेशनल करियर में वाशिंगटन सुंदर ने कई मैच विनिंग परफॉर्मेंस दी है। भारत के ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गाबा टेस्ट में खेली 62 और 22 रन की पारी। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में नाबाद 85 और 96 रन की इनिंग। मौजूदा सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में 16 गेंदों पर ताबड़तोड़ 37 रन की नाबाद पारी या फिर इस मैच में 51 रन की पारी। टेस्ट में वाशिंगटन सुंदर की औसत 66.25 है तो वनडे में 48.33।
ऐसा रहा है इंटननेशनल करियर
असाधारण प्रतिभा होने के बावजूद वाशिंगटन सुंदर अगर अबतक टीम के स्थाई सदस्य नहीं बन पाए तो इसके पीछे किस्मत भी बड़ा फैक्टर है। उन्होंने अभी तक भारत के लिए 4 टेस्ट, 8 वनडे और 32 T20I खेले हैं। उनके चोटिल होने की शुरुआत जुलाई 2021 में शुरू हुई थी। वह भारत के खिलाफ काउंटी टीम के लिए अभ्यास मैच खेलते हुए चोटिल हो गए थे। कोरोना की वजह से वह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नहीं जा सके। फरवरी-मार्च में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने के बाद हैमस्ट्रिंग की वजह से वह टी-20 नहीं खेल पाए थे। श्रीलंका सीरीज में भी उन्हें बाहर बैठना पड़ा था। आईपीएल में भी वह चोट के चलते सनराइजर्स हैदराबाद के लिए पांच मैचों नहीं खेल पाए। वापसी करते हुए काउंटी टूर्नामेंट के पहले ही मैच में 5 विकेट लिए। चार मैच खेलने के बाद एक बार फिर चोटिल हो गए।