नवरात्रि: मूर्तिकार ने की मां से की कोरोना मुक्ति की प्रार्थना, झांकी में किया महामारी का चित्रण

86


नवरात्रि: मूर्तिकार ने की मां से की कोरोना मुक्ति की प्रार्थना, झांकी में किया महामारी का चित्रण

डॉक्टर बन मां ने ‘कोरोना’ का किया संहार
पुलिस के रूप में श्रीगणेश, नर्स बनीं मां लक्ष्मी

सतना। शक्ति की आराधना का पर्व जिलेभर में उल्लास के साथ मनाया जा रहा। करीब डेढ़ साल से कोरोना का दंश झेल रहे भक्त मां से महामारी से मुक्ति की प्रार्थना कर रहे हैं। इस बीच एक मूर्तिकार ने ऐसी प्रतिमा गढ़ी, जिसको देखने दूर-दूर से लोग आ रहे। शहर के कामता टोला में विराजीं मां कोरोना रूपी महिषासुर का वध करते नजर आ रही हैं। श्रीगणेश पुलिस के रूप में मदद करते दिखाए गए हैं। जबकि, मां लक्ष्मी नर्स और मां सरस्वती पत्रकार के रूप में विराजमान हैं।

वहीं कार्तिकेय को सफाईकर्मी के रूप में दिखाया गया है। दरअसल, श्री नवदुर्गा उत्सव समिति कामता टोला कमेटी ने माता की चिकित्सालय की झांकी का प्रस्तुतीकरण किया है। इसमें कोरोना महामारी का संपूर्ण चित्रण किया गया है। इसके माध्यम से बताया गया कि कोरोना ने किसी तरह कहर बरपाया। पुलिस, सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स और पत्रकारों ने कैसे खुद को जोखिम में डालकर दूसरों की मदद की।

6 फीट की मां, 15 हजार खर्च

कमेटी के सदस्यों ने बताया कि डॉक्टर रूपी मां की प्रतिमा करीब ६ फीट की है। जबकि श्रीगणेश, कार्तिकेय, मां लक्षी और मां सरस्वती करीब साढ़े ४ फीट की हैं। इसे करीब १५ हजार रुपए में खरीदा गया है। इस सोच को मूर्तिकार दोलन पाल ने आकार दिया है।





Source link