नंद नगरी हत्याकांडः दोस्त ही बने जानी दुश्मन, जेल से भेजा गया था मौत का फरमान, NBT ने की पड़ताल
मनीष की मां मिथिलेश ने बताया कि 28 सितंबर को कोर्ट में गवाही थी। शाकिर और मोहसिन के परिजन गवाही तोड़ने का दबाव डाल रहे थे। कोर्ट में भी गुहार लगाई थी। शनिवार रात आलम, फैजान और बिलाल ने गली में आकर मनीष का बेरहमी से कत्ल किया। इसके बाद तीनों घर पर कह गए कि अब गवाही दी तो दोनों बच्चों को भी मार डालेंगे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मोहसिन और शाकिर ने जेल से साजिद को हत्या की हिदायत दी। तीनों ने खुद थाने में सरेंडर किया, ताकि जेल में बंद मोहसिन, शाकिर और उन्हें नशा करवाकर भेजने वाले साजिद का नाम सामने न आ सके। पुलिस साजिद की तलाश कर रही है, जबकि मोहसिन और शाकिर को जेल से रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज
मनीष हत्याकांड के बाद शनिवार रात सुंदर नगरी और जीटीबी एनक्लेव के बीच वाली रोड जाम करने वाले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिसवालों पर हमला और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराएं लगाई गई हैं।
सोमवार को भी इलाके में तनाव
तीसरे दिन भी तनाव का माहौल रहा। परिजनों ने सीएम का पुतला जलाने की कोशिश की। शाम 6:30 बजे जीटीबी चौक से जीटीबी एनक्लेव थाने तक और मंडोली के बैंक एनक्लेव से हर्ष विहार थाने तक दो कैंडल मार्च निकाले गए। सैकड़ों की तादाद में लोग शामिल हुए।