देश की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज लेंगी शपथ, 21 तोपों से दी जाएगी सलामी | Country’s first tribal President Draupadi Murmu will take oath today | Patrika News

105
देश की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज लेंगी शपथ, 21 तोपों से दी जाएगी सलामी | Country’s first tribal President Draupadi Murmu will take oath today | Patrika News

देश की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज लेंगी शपथ, 21 तोपों से दी जाएगी सलामी | Country’s first tribal President Draupadi Murmu will take oath today | Patrika News

सबसे पहले राजघाट जाएंगी द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu Oath Ceremony) दिल्ली स्थित अपने आवास से सुबह करीब 8.15 बजे प्रस्थान कर चुकी हैं। वो सबसे पहले राजघाट जाएंगी। राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वो सुबह करीब 9.22 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगी।

22 जुलाई को हुई थी मतगणना इसके पूर्व 22 जुलाई को, झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और इस तरह वह देश की पहली महिला आदिवासी बनी है। गुरुवार को मतगणना के समापन के बाद एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को आधिकारिक तौर पर देश की 15 वीं राष्ट्रपति घोषित किया गया था। मुर्मू को 2,824 वोट मिले, 6,76,803 के मूल्य के साथ। जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा ने 3,80,177 के मूल्य के साथ 1,877 वोट हासिल किए। 18 जुलाई को हुए मतदान में कुल 4,809 सांसदों और विधायकों ने अपना वोट डाला। राज्यसभा के महासचिव और राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने राष्ट्रपति-इलेक्ट द्रौपदी मुर्मू को उनके आवास पर जीत का प्रमाण पत्र सौंपा।

मुर्मू के लिए विपक्षी खेमे के 125 विधायकों और 17 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की थी। मुर्मू को सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वोट मिले। मुर्मू ऐसी पहली राष्ट्रपति हैं, जो देश की आजाादी के बाद पैदा हुईं। यानी वे सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं।

10 बजे होगा शपथ समारोह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार यानी आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी और उसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार समारोह सोमवार को सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमन्ना उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। फिर राष्ट्रपति का संबोधन होगा।

रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हुआ
रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो गया। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू से पहले सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी (Neelam Sanjiva Reddy) रहे हैं, जिनकी राष्ट्रपति बनते समय उम्र 64 साल दो महीने थी। इससे पहले कोविंद ने शनिवार को संसद में अपना विदाई भाषण दिया था। इसमें उन्होंने पार्टियों से राष्ट्रहित में दलगत राजनीति से ऊपर उठने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि लोगों के कल्याण के लिए पार्टियों को दलगत राजनीति से दूर रहना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से विरोध व्यक्त करने और अपनी मांग पूरा कराने के लिए गांधीवादी तरीकों का इस्तेमाल करने को भी कहा था। क्लिक करके पढ़ें

नई राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के बारे में ये बातें हैं अहम करीब 25 साल पहले द्रौपदी मुर्मू ने एक पार्षद बनकर अपना राजनीति करियर शुरू किया था। आज वे देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंची हैं। द्रौपदी मुर्मू सबसे पहले 1997 में ओडिशा के रायरंगपुर नगर पंचायत से पार्षद का चुनाव जीती थीं। फिर तीन साल बाद 2000 में वो रायरंगपुर से पहली बार विधायक बनीं। 2002 से 2004 के बीच भाजपा-बीजेडी सरकार में मंत्री बनाई गईं। 18 मई 2015 को द्रौपदी मुर्मू झारखंड की 9वीं राज्यपाल बनीं।

वह आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति होंगी। वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं।
वहीं निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के लिए रविवार को राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज की मेजबानी की थी।
भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी। 1952 में उन्होंने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता। राजेंद्र प्रसाद ने दूसरा राष्ट्रपति चुनाव भी जीता और मई 1962 तक इस पद पर रहे।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई, 1962 को राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वह 13 मई, 1967 तक इस पद पर रहे। दो राष्ट्रपति – जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद – अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके क्योंकि उनका निधन हो गया था।
भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 को शपथ ली। तब से 25 जुलाई को ज्ञानी जैल सिंह, आर। वेंकटरमण, शंकर दयाल शर्मा, के।आर। नारायणन, ए।पी।जे। अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद ने इसी तिथि को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।



राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News