दिल्ली से हर वीकऐंड में नया शहर घूमिए, 2-10 घंटे की रेंज में 12 शहर,जानें गडकरी का मास्टर प्लान

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दिल्ली से हर वीकऐंड में नया शहर घूमिए, 2-10 घंटे की रेंज में 12 शहर,जानें गडकरी का मास्टर प्लान

दिल्ली से हर वीकऐंड में नया शहर घूमिए, 2-10 घंटे की रेंज में 12 शहर,जानें गडकरी का मास्टर प्लान

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया है कि एनएचएआई इस समय कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इनमें से कई प्रोजेक्ट पूरे होने वाले हैं। 2024 से पहले राजधानी से दूर-दूर के कई शहरों तक सफर में लगने वाला ट्रैवल टाइम काफी कम हो जाएगा। इसकी वजह से प्रदूषण में कमी आएगी और ईंधन की भी बचत होगी। गुरुवार को एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई)और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (डब्ल्यूपीई) के बनने से दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के ट्रैफिक में कमी आई है। 12000 करोड़ की लागत से बने ईपीई की वजह से अब भारी वाहन दिल्ली के अंदर नहीं आते। इसकी वजह से जाम तो कम हुआ ही है, साथ ही गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण में 28 प्रतिशत की कमी आई है।

इन शहरों का अगले साल तक कम होगा ट्रैवल टाइम

अगले साल तक इन शहरों में जाने के लिए ट्रैवल टाइम काफी कम हो जाएगा। देखें पूरी लिस्ट…

  • दिल्ली-देहरादून
  • दिल्ली-हरिद्वार
  • दिल्ली-अमृतसर
  • दिल्ली-कटरा
  • दिल्ली-श्रीनगर
  • दिल्ली-उज्जैन
  • दिल्ली-इंदौर
  • दिल्ली-अहमदाबाद
  • दिल्ली-मुंबई
  • दिल्ली-चंडीगढ़
  • दिल्ली-मेरठ
  • दिल्ली-जयपुर
  • दिल्ली-कोटा
  • दिल्ली-वडोदरा

UER-2 का दिसंबर तक का टारगेट

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को यूईआर-2 प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने के बाद बताया कि सड़क का काम 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है। कुछ हिस्सों में तो यह काम 90 प्रतिशत तक भी पूरा हो चुका है। यूईआर-2 की शुरुआत दिल्ली के अलीपुर से होगी। इसके बाद यह दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे, मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़, द्वारका से गुजरते हुए महिपालपुर के पास दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेस वे पर खत्म होगा। माना जा रहा है कि इस सड़क के बनने के बाद जाम से मुक्ति मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद बाहरी राज्यों से आने वाले ट्रैफिक को दिल्ली नहीं आना पड़ेगा। अगले साल तक दिल्ली से कई जगहों तक जाने के लिए बेहतर सड़कें मिलेंगी। इससे सफर के समय में बड़ी कमी आएगी। प्रदूषण भी कम होगा। उन्होंने बताया कि अभी चंडीगढ़ की तरफ से जो ट्रैफिक साउथ इंडिया में जाता है, उसे दिल्ली से होकर जाना पड़ता है। इससे राजधानी में जाम लगता है और प्रदूषण बढ़ता है।

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत

यूईआर-2 की लंबाई 75.71 किलोमीटर है। प्रोजेक्ट पर 7,716 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। इसमें से करीब 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सड़क 6 लेन की होगी। इसके दोनों तरफ 3 लेन की सर्विस रोड भी है। प्रोजेक्ट के लिए डीडीए ने भी 3,500 करोड़ रुपये दिए हैं। इस प्रोजेक्ट में 27 फ्लाईओवर, दो आरओबी, 11 अंडरपास, 1 बड़ा ब्रिज, 26 छोटे ब्रिज, 17 सबवे, 31 बस बाय और 111 किलोमीटर की सर्विस रोड शामिल हैं।

तीसरी रिंग रोड से घटेगा जाम

तीसरी रिंग रोड से घटेगा जाम

गडकरी ने बताया कि राजधानी की तीसरी रिंग रोड के बनने से हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर से आने वाला ट्रैफिक दिल्ली को बाईपास करेगा। इस समय सड़कों पर काफी दबाव है। सड़कों पर 90 प्रतिशत पैसेंजर लोड है। एक लाख कमर्शल गाड़ियां दिल्ली आती हैं। रेलवे की माल ढुलाई कम हो रही है और सड़कों पर गुड्स ट्रैफिक बढ़ रहा है। करीब 60 प्रतिशत गुड्स ट्रैफिक सड़कों पर बढ़ा है। दौरे के दौरान उनके साथ एलजी वीके सक्सेना, सांसद प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस, रामवीर बिधूड़ी, विजेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।

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