दिल्ली में पब्लिक टॉयलेट में मिली बच्चे की लाश, सेक्सुअल असॉल्ट की आशंका
दुकान पर बिस्किट लेने गया था मासूम
जीटीबी अस्पताल के बाहर बच्चे के पिता के साथ पहुंचे पड़ोसियों ने बताया कि करीब ढाई महीने पहले बिहार के पटना जिले के एक गांव से ये दंपती आया था। परिवार में तीन साल का बच्चा और डेढ़ साल की एक बच्ची है। पिता मानसरोवर पार्क में मजूदरी करते हैं। गुरुवार दोपहर 2:30 बजे महिला ने 3 साल के मासूम को 20 रुपये देकर करीब के एक दुकान से बिस्किट लेने भेजा था। करीब 3 बजे पब्लिक टॉयलेट में एक बच्चे की लाश मिलने का वॉयस मेसेज लोगों को फोन के जरिए मिला। इस दौरान महिला को भी जानकारी मिली।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पब्लिक टॉयलेट का ग्राउंड फ्लोर लेडीज और फर्स्ट फ्लोर जेंट्स इस्तेमाल करते हैं। मासूम की मां वहां पहुंची तो पहली मंजिल पर मासूम की लाश पड़ी थी। करीब ही बिस्किट का पैकेट, एक दस का नोट और पांच का सिक्का पड़ा हुआ था। बच्चे के मुंह पर खून भी लगा था। पुलिस को कॉल कर वारदात की जानकारी दी गई। करीब एक घंटे बाद आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अफसरों का कहना है कि फिलहाल कुछ भी साफ नहीं कहा जा सकता है। जांच में कुछ साल पहले मासूम के लीवर में गड़बड़ी की बात सामने आई है। लिहाजा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
बच्चे के पैरंट्स का बुरा हाल
बेटे की मौत से दंपती का रो-रो कर बुरा हाल है। जीटीबी अस्पताल के मॉर्चरी के बाहर पिता एक ई-रिक्शा में बेसुध हालत में बैठ गए। फोन पर घंटी बजती तो वो अपने पड़ोस में रहने वाली एक महिला को पकड़ा देते, जो फिलहाल पिता की तबीयत ठीक नहीं होने की बात कह कर बाद में कॉल करने की हिदायत दे रही थी। स्थानीय लोग पुलिस से न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे थे।
नशेड़ियों का अड्डा बन टॉयलेट
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पब्लिक टॉयलेट नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है। इसलिए हत्या और सेक्सुअल असॉल्ट की आशंका जताई जा रही है। झुग्गी बस्ती में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं, जिससे पुलिस को तफ्तीश में मुश्किल आ रही है। हालांकि पुलिस अफसरों का कहना है कि शाम के वक्त पब्लिक टॉयलेट के आसपास लोग रहते हैं। अगर किसी तरह का संदिग्ध मामला होता तो मासूम की आवाज किसी ना किसी को जरूर सुनाई देती। लेकिन फिर भी हर एंगल से जांच चल रही है