दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को FNG, NH 9 और NPR से लिंक करने की चल रही तैयारी, जानिए किसको मिलेगा फायदा
NHAI के चेयरमैन के साथ मीटिंग में इन सड़कों के लिंक के अलावा दूसरे कई मुद्दों पर भी चर्चा होगी। अर्बन एक्सटेंशन रोड 2 के साथ ही गाजियाबाद और अन्य शहरों की बेहतर कनेक्टिविटी पर भी विचार किया जाएगा। उसमें चर्चा होगी कि गाजियाबाद समेत दूसरे शहरों के लोगों के लिए दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने का आसान रास्ता बनाया जाए। अभी दिल्ली होते हुए एयरपोर्ट तक पहुंचने में कई पॉइंट पर जाम से काफी वक्त बरबाद होता है। इसी समय को बचाने के लिए दूसरा रूट तैयार करने की तैयारी है, जिससे लोग दिल्ली में घुसे बगैर सीधे एयरपोर्ट तक कम समय में पहुंच सके। NHAI की टीम जल्द ही इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर जीडीए को देगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
FNG को NPR से दिल्ली देहरादून के साथ लिंक किए जाने का प्लान है। इसके लिए फिजिबिलिटी चेक किए जाने के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
राकेश कुमार सिंह, वीसी, जीडीए
अभी बनाया गया है ऐसा प्लान
जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि अभी FNG छिजारसी कट से शुरू होकर फरीदाबाद तक जा रहा है। कोशिश है कि छिजारसी कट के पास से ही इसे एनएच-9 या DME से लिंक कर दिया जाए। एनएच-9 से लिंक होने के बाद यह डासना होते हुए इंद्रगढ़ी के पास ही इसे NPR के साथ जोड़ा जाए। जब यह NPR के साथ लिंक हो जाएगा तो FNG का ट्रैफिक NPR से लोनी तक पहुंच जाएगा। वहां देहरादून एक्सप्रेसवे के साथ लिंक किए जाने के प्रस्तावित रूट से होता हुआ ट्रैफिक देहरादून तक पहुंच जाएगा। NHAI के अधिकारियों का कहना है कि FNG को एनएच-9 से जोड़ने से ट्रैफिक का लोड बढ़ जाएगा। इसे डीएमई से जोड़ा जाना ज्यादा सही रहेगा। इसके लिए फिजिबिलिटी चेक की जाएगी।
चर्चा चल रही NHAI बनाएगा FNG
काफी समय से FNG को NHAI द्वारा बनाने को लेकर विचार विमर्श चल रहा है। बताया जा रहा है कि पहले इसे नैशनल हाइवे घोषित किया जाएगा। उसके बाद ही NHAI इस पर काम शुरू कर सकेगा। इस संबंध में जल्द ही फैसला हो सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि NHAI प्रॉजेक्ट मिला तो यह जल्दी पूरा हो सकता है। अभी अलग-अलग एरिया में अलग-अलग एजेंसी इस प्रॉजेक्ट पर काम कर रही है। इसकी वजह से प्रॉजेक्ट में बहुत अधिक प्रगति नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि FNG को अगर NHAI को दिया गया तो 2025 तक प्रॉजेक्ट पूरा हो सकता है। करीब 56 किमी के प्रॉजेक्ट में फरीदाबाद में 28 किमी, नोएडा में 20 किमी और गाजियाबाद में 8 किमी की सड़क है।
लोगों को कैसे मिलेगा फायदा
FNG से होने वाले फायदे की करें तो गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद के लोगों को किसी भी शहर में जाने के लिए दिल्ली होकर जाना पड़ता है। इससे कई बार घंटों का समय लग जाता है। FNG बनने से मात्र 15 मिनट में यह दूरी तय हो जाएगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, FNG बनने से दिल्ली में वाहनों का दबाव कम होगा। इससे ट्रैफिक कम करने में मदद मिलेगी। गाजियाबाद या नोएडा से फरीदाबाद जाने वालों को फिर दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी।