दिल्ली के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज की टक्कर में कोई नहीं, NIRF रैंकिंग में जलवा कायम

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दिल्ली के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज की टक्कर में कोई नहीं, NIRF रैंकिंग में जलवा कायम

दिल्ली के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज की टक्कर में कोई नहीं, NIRF रैंकिंग में जलवा कायम

नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी के पांच कॉलेज एनआईआरएफ रैंकिंग में टॉप 10 पर हैं। मिरांडा ने इस बार भी टॉप रैंक 1 पर कब्जा किया है, तो हिंदू कॉलेज दूसरी रैंक पर है। एआरएसडी कॉलेज अपनी रिसर्च की बदौलत फिर एक पोजिशन ऊपर पहुंचा है, तो केएमसी और एलएसआर 9वें स्थान पर हैं।

DU दो सीढी ऊपर, 11वें नंबर पर
नैशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क 2023 की लिस्ट में दिल्ली यूनिवर्सिटी इस बार पिछले साल के मुकाबले दो पायदान ऊपर बढ़ा है। इस बार डीयू ने यूनिवर्सिटी लिस्ट में 11वां स्थान पाया है, जबकि पिछले साल यह 13वें स्थान पर था। डीयू के वीसी प्रो.योगेश सिंह ने कहा, देश के टॉप 15 कॉलेजों में 9 कॉलेज डीयू के हैं। उन्होने बताया कि ओवरऑल रैंकिंग में इस बार डीयू का 22वां स्थान रहा है, जबकि पिछले वर्ष यह 23वें स्थान पर था।

मिरांडा हाउसः क्वालिटी के लिए हर पहलू पर काम
डीयू का गर्ल्स कॉलेज मिरांडा हाउस लगातार सातवीं बार एनआईआरएफ रैंकिंग में देश का टॉप कॉलेज बना है। कॉलेज ने पिछले कुछ सालों से पढ़ाने के नए तरीकों को अपनाते हुए स्टूडेंट्स को अकादमिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने का काम किया। मिरांडा हाउस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ़ बिजयलक्ष्मी नंदा कहती हैं, हम सिर्फ रैंकिंग के लिए नहीं बल्कि क्वॉलिटी एजुकेशन के लिए शिक्षा के हर पहलू पर काम करते हैं। एनआईआरएफ के सभी पैमानों यानी पढ़ाने, सीखाने, रिसर्च को आगे बढ़ाने और सुधारने पर भी हमारा सालभर फोकस रहा, हमारी एनआईआरएफ टीम इसपर पूरा ध्यान देती है। सबसे ऊपर हमारे स्टूडेंट्स भी अपनी कई प्रतिभाओं से इसमें बड़ा योगदान देते हैं। इस एक साल में हमने नॉर्थ ईस्ट रीजनल रिसर्च और रिसोर्स सेंटर, महिलाओं में आंत्रप्रेन्योरशिप जैसे कई क्षेत्र में कई रिसर्च प्रोजेक्ट किए। रिटायरमेंट के बाद भी हमारे सीनियर फैकल्टी हमें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन करती रहती हैं।

मिरांडा टॉप परः क्वालिटी के लिए हर पहलू पर काम

डीयू का गर्ल्स कॉलेज मिरांडा हाउस लगातार सातवीं बार एनआईआरएफ रैंकिंग में देश का टॉप कॉलेज बना है। कॉलेज ने पिछले कुछ सालों से पढ़ाने के नए तरीकों को अपनाते हुए स्टूडेंट्स को अकादमिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने का काम किया। मिरांडा हाउस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ़ बिजयलक्ष्मी नंदा कहती हैं, हम सिर्फ रैंकिंग के लिए नहीं बल्कि क्वॉलिटी एजुकेशन के लिए शिक्षा के हर पहलू पर काम करते हैं। एनआईआरएफ के सभी पैमानों यानी पढ़ाने, सीखाने, रिसर्च को आगे बढ़ाने और सुधारने पर भी हमारा सालभर फोकस रहा, हमारी एनआईआरएफ टीम इसपर पूरा ध्यान देती है। सबसे ऊपर हमारे स्टूडेंट्स भी अपनी कई प्रतिभाओं से इसमें बड़ा योगदान देते हैं। इस एक साल में हमने नॉर्थ ईस्ट रीजनल रिसर्च और रिसोर्स सेंटर, महिलाओं में आंत्रप्रेन्योरशिप जैसे कई क्षेत्र में कई रिसर्च प्रोजेक्ट किए। रिटायरमेंट के बाद भी हमारे सीनियर फैकल्टी हमें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन करती रहती हैं।

हिंदू कॉलेजः रिसर्च हो या कोर्स, सब पर फोकस

हिंदू कॉलेजः रिसर्च हो या कोर्स, सब पर फोकस

हिंदू कॉलेज इस साल एनआईआरएफ रैंकिंग में पिछली साल की तरह ही दूसरी रैंक पर कायम है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ अंजू श्रीवास्तव कहती हैं, पूरे साल हमने एनआईआरएफ के सभी पैरामीटर पर ध्यान दिया है, चाहे वो रिसर्च हो या कोर्सेज। हमने रिसर्च वर्क पर जोर दिया है और रिसर्च स्टूडेंट्स और फैकल्टी के साथ पिछले कुछ सालों में इसे धीरे-धीरे बढ़ाया है। हमने कई एडऑन कोर्सेज भी शुरू किए, खासतौर पर स्किल पर अधारित। एनईपी के साथ साथ कौशल और रोजगार के मौके बढ़ाने वाले कोर्स पर काम किया। प्लेसमेंट पर भी ध्यान दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को अच्छे ऑफर मिल सकें। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा कंपनियों को बुलाया गया, स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग सेशन भी रखे गए। कोविड के बीच बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य का भी खयाल रखा, कई काउंसलिंग सेशन रखे गए।

ARSD: टीचर्स और स्टूडेंट्स की मेहनत का असर

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आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज (एआरएसडी) ने इस बार एनआईआरएफ रैंकिंग में एक पायदान ऊपर छलांग लगाकर 6वीं रैंक हासिल की है। कॉलेज लगातार दूसरी बार शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में डीयू में टॉप पोजिशन पर है। शोध में टीचर्स और पीएचडी स्टूडेंट्स ने काफी काम किया है, काफी पब्लिकेशन निकाले हैं और इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए भी लगातार काम कर रहा है। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो ज्ञानतोष कुमार झा ने कहा, कॉलेज आज जिस मुकाम पर है, इसके पीछे गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन और सदस्यों की मेहनत, टीचर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम, लगातार किए जा रहे शोध अनुसंधान, स्टूडेंट्स का लगातार बेहतर रिजल्ट, एलुमनी एसोसिएशन का सहयोग और प्लेसमेंट सेल की मदद से स्टूडेंट्स को रोजगार के लिए मिल रहे बेहतर मौके हैं। कॉलेज को NAAC से A++ ग्रेड भी मिला है, जो पॉइंट (3.77) की दृष्टि से डीयू में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। कॉलेज पिछले साल 7वीं, 2021 में 12 और 2020 में 13 रैंक पर था। कॉलेज का ग्रैजुएशन आउटकम भी काफी बढ़ा है, यानी कई स्टूडेंट्स आईआईटी, एफएमएस जैसे संस्थानों में एंट्रेंस देकर पहुंचे हैं, जो इस रैंकिंग का पैमाना भी है।

किरोड़ीमल और LSR बराबरी पर

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डीयू नॉर्थ कैंपस का किरोड़ीमल कॉलेज रैंक 10 से रैंक 9 पर पहुंचा है। 2021 में कॉलेज की रैंक 17 थी। कॉलेज ने पिछले एक साल में अपनी रिसर्च और प्लेसमेंट ड्राइव में काफी ध्यान दिया है। कॉलेज में प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियों की संख्या भी बढ़ी है। यूजी स्टूडेंट्स को मिलने वाली औसतन सैलरी भी 6 लाख से 6.5 लाख और पीजी स्टूडेंट्स की 6 से 6.2 लाख तक पहुंची है। कॉलेज फैकल्टी स्टूडेंट रेश्यो को बढ़ाने के लिए हायरिंग पर भी फोकस कर रहा है।

LSR नीचे खिसका : लेडी श्रीराम कॉलेज भी 9वीं रैंक पर है, हालांकि कॉलेज 5वीं से खिसक कर इस रैंक पर पहुंचा है। कॉलेज की 2021 में रैंक 2 थी। पिछले साल इसका स्कोर 70.83 था। हालांकि, इस गर्ल्स कॉलेज में कुछ सालों में प्लेसमेंट बढ़ा है और यूजी के स्टूडेंट्स को मिलने वाली औसतन सैलरी भी 4 से 5 लाख तक और पीजी के स्टूडेंट्स की 6 लाख से 6.2 लाख तक पहुंची है। हायर स्टडीज के लिए जाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या भी बढ़ी है। कॉलेज ने रिसर्च वर्क पर काफी जोर दिया है। स्टूडेंट्स ने कॉलेज एक्टिविटी के तहत समाज से जुड़कर भी कई काम किए हैं।

​IIT दिल्ली इस बार भी दूसरी रैंक पर

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आईआईटी दिल्ली ने पिछले पांच सालों से लगातार इंजीनियरिंग कैटिगरी में अपनी दूसरी रैंक बरकरार रखी है। इस साल, आईआईटी दिल्ली ने ओवरऑल श्रेणी में अपनी रैंक 4 से 3 की है। रिसर्च कैटिगरी में यह टॉप 3 में है। आईआईटी दिल्ली के प्लानिंग और रैंकिंग्स सेल के हेड प्रो पी.वी राव ने कहा, इंस्टिट्यूट एजुकेशन के नए तरीकों पर लगातार काफी काम कर रहा है। हमने रिसर्च इकोसिस्टम भी बनाया हुआ है ताकि फैकल्टी और स्टूडेंट्स रिसर्च क्षेत्र पर बेहतर से बेहतर काम कर सकें। कैंपस में स्टार्ट-अप और इनोवेटिव कल्चर ने हमारे स्टूडेंट्स को आगे रखा है।

जेएनयू इस बार पर टॉप-2 यूनिवर्सिटी
एक बार फिर रैंक 2 के साथ सबसे बेहतर यूनिवर्सिटी में जेएनयू शुमार है। आईआईएससी बेंगलुरु पिछली साल की तरह रैंक 1 पर है, जिसका स्कोर 83.16 है। हालांकि, सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जेएनयू नंबर 1 है, जिसका स्कोर 68.92 है। अपनी फैकल्टी, स्टूडेंट्स की बदौलत पांच साल से इस पोजिशन पर है। जेएनयू में ग्रैजुएट आउटकम में सबसे ज्यादा पॉइंट मिले हैं यानी यहां से निकलकर स्टूडेंट्स देश-विदेश की काफी अच्छी संस्थाओं में गए हैं। इसके अलावा रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस में भी यूनिवर्सिटी ने अच्छा काम किया है। यूनिवर्सिटी की ओवरऑल रैंक 10 है।

JNU इस बार पर टॉप-2 यूनिवर्सिटी

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एक बार फिर रैंक 2 के साथ सबसे बेहतर यूनिवर्सिटी में जेएनयू शुमार है। आईआईएससी बेंगलुरु पिछली साल की तरह रैंक 1 पर है, जिसका स्कोर 83.16 है। हालांकि, सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जेएनयू नंबर 1 है, जिसका स्कोर 68.92 है। अपनी फैकल्टी, स्टूडेंट्स की बदौलत पांच साल से इस पोजिशन पर है। जेएनयू में ग्रैजुएट आउटकम में सबसे ज्यादा पॉइंट मिले हैं यानी यहां से निकलकर स्टूडेंट्स देश-विदेश की काफी अच्छी संस्थाओं में गए हैं। इसके अलावा रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस में भी यूनिवर्सिटी ने अच्छा काम किया है। यूनिवर्सिटी की ओवरऑल रैंक 10 है।

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