थ्रीडी सुंदरकांड के दस ब्लॉक को 5 साल से इंतजार | Ranjit Hanuman Mandir | Patrika News
प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में श्रद्धालु सुंदरकांड का जीवंत दर्शन कर सके इसलिए दस ब्लॉक में थ्रीडी तकनीक काम में ली जानी है। जिसमें सुनने के साथ ही लोग सुंदरकांड सजीव रूप में देख सकेंगे।
इंदौर
Published: July 12, 2022 07:19:24 pm
इंदौर. शहर के प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर के बड़े परिक्रमा स्थल पर बनने वाले थ्रीडी सुंदरकांड के दस ब्लॉक का भक्तों को 5 साल से इंतजार है। कलाकारों की कमी के चलते काम की धीमी गति में है। अब तक मंदिर प्रबंधन तीन कलाकार बदल चुके हैं। जल्द ही अब फिर से काम शुरू होने वाला है। पश्चिम क्षेत्र स्थित प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में श्रद्धालु सुंदरकांड का जीवंत दर्शन कर सके इसलिए दस ब्लॉक में थ्रीडी तकनीक काम में ली जानी है। जिसमें सुनने के साथ ही लोग सुंदरकांड सजीव रूप में देख सकेंगे।
काम 2017 में शुरू किया गया था, लेकिन अब तक 10 में से 3 ब्लॉक ही बन सके हैं। पहले एक ब्लॉक बन गया था लेकिन कलाकृति ठीक नहीं होने से फिर से दोबारा काम शुरू किया गया है। रणजीत मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि सुंदरकांड के चित्र निर्माण की प्रेरणा कलेक्टर मनीष ङ्क्षसह से मिली है। काम जरूर धीमा हुआ है। कलाकारों की कमी के चलते ऐसी स्थिति बनी है। कुछ नए कलाकारों को काम दिया गया है। एक हफ्ते में काम शुरू हो जाएगा।
श्रद्धालु ही उठा रहे तमाम खर्च
कुछ मूर्तियां जहां जयपुर से मंगवाई है. वहीं शहर के कलाकारों द्वारा इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है। अपनी इच्छा अनुसार श्रद्धालुजन ही सारा खर्च वहन कर रहे है। इसके निर्माण में लगभग 35 लाख रुपए खर्च आएगा।
सजीव चित्रण सुनने के साथ समझेंगे सुंदरकांड
शहर में मंगलवार-शनिवार को जगह जगह होने वाले सुंदरकांड के आयोजन में सभी लोग बड़े भक्तिभाव से सुनते हैं, लेकिन बहुत कम लोग इसे समझ पाते हैं। रणजीत हनुमान मंदिर में सुंदरकांड के दोहों को सुनने के साथ ही सचित्र देखने, पढऩे और समझने का अवसर मिलेगा। मंदिर के बड़े परिक्रमा स्थल पर दस ब्लॉक बनाए गए हैं। प्रत्येक ब्लॉक में सुंदरकांड के प्रमुख दस दोहों के सचित्र दर्शन होना है। शुरू से आखिरी के ब्लॉक में एक-एक करके क्रमानुसार मूर्तियों और बैकग्राउंड में जंगल, पहाड़, समुद्र से थ्रीडी तकनीक में सुंदर काण्ड दर्शाया जाएगा, साथ ही दस स्पीकरों से मंदिर सुंदरकांड सुनाई भी देगा।
थ्रीडी सुंदरकांड के दस ब्लॉक को 5 साल से इंतजार
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प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में श्रद्धालु सुंदरकांड का जीवंत दर्शन कर सके इसलिए दस ब्लॉक में थ्रीडी तकनीक काम में ली जानी है। जिसमें सुनने के साथ ही लोग सुंदरकांड सजीव रूप में देख सकेंगे।
इंदौर
Published: July 12, 2022 07:19:24 pm
इंदौर. शहर के प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर के बड़े परिक्रमा स्थल पर बनने वाले थ्रीडी सुंदरकांड के दस ब्लॉक का भक्तों को 5 साल से इंतजार है। कलाकारों की कमी के चलते काम की धीमी गति में है। अब तक मंदिर प्रबंधन तीन कलाकार बदल चुके हैं। जल्द ही अब फिर से काम शुरू होने वाला है। पश्चिम क्षेत्र स्थित प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में श्रद्धालु सुंदरकांड का जीवंत दर्शन कर सके इसलिए दस ब्लॉक में थ्रीडी तकनीक काम में ली जानी है। जिसमें सुनने के साथ ही लोग सुंदरकांड सजीव रूप में देख सकेंगे।
काम 2017 में शुरू किया गया था, लेकिन अब तक 10 में से 3 ब्लॉक ही बन सके हैं। पहले एक ब्लॉक बन गया था लेकिन कलाकृति ठीक नहीं होने से फिर से दोबारा काम शुरू किया गया है। रणजीत मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि सुंदरकांड के चित्र निर्माण की प्रेरणा कलेक्टर मनीष ङ्क्षसह से मिली है। काम जरूर धीमा हुआ है। कलाकारों की कमी के चलते ऐसी स्थिति बनी है। कुछ नए कलाकारों को काम दिया गया है। एक हफ्ते में काम शुरू हो जाएगा।
श्रद्धालु ही उठा रहे तमाम खर्च
कुछ मूर्तियां जहां जयपुर से मंगवाई है. वहीं शहर के कलाकारों द्वारा इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है। अपनी इच्छा अनुसार श्रद्धालुजन ही सारा खर्च वहन कर रहे है। इसके निर्माण में लगभग 35 लाख रुपए खर्च आएगा।
सजीव चित्रण सुनने के साथ समझेंगे सुंदरकांड
शहर में मंगलवार-शनिवार को जगह जगह होने वाले सुंदरकांड के आयोजन में सभी लोग बड़े भक्तिभाव से सुनते हैं, लेकिन बहुत कम लोग इसे समझ पाते हैं। रणजीत हनुमान मंदिर में सुंदरकांड के दोहों को सुनने के साथ ही सचित्र देखने, पढऩे और समझने का अवसर मिलेगा। मंदिर के बड़े परिक्रमा स्थल पर दस ब्लॉक बनाए गए हैं। प्रत्येक ब्लॉक में सुंदरकांड के प्रमुख दस दोहों के सचित्र दर्शन होना है। शुरू से आखिरी के ब्लॉक में एक-एक करके क्रमानुसार मूर्तियों और बैकग्राउंड में जंगल, पहाड़, समुद्र से थ्रीडी तकनीक में सुंदर काण्ड दर्शाया जाएगा, साथ ही दस स्पीकरों से मंदिर सुंदरकांड सुनाई भी देगा।
थ्रीडी सुंदरकांड के दस ब्लॉक को 5 साल से इंतजार
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