थिएटर सीट के नीचे मिली थी 10 दिन की बच्ची, चूहे कुतर रहे थे शरीर, प्रकाश झा और उनकी बेटी की कहानी

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थिएटर सीट के नीचे मिली थी 10 दिन की बच्ची, चूहे कुतर रहे थे शरीर, प्रकाश झा और उनकी बेटी की कहानी

थिएटर सीट के नीचे मिली थी 10 दिन की बच्ची, चूहे कुतर रहे थे शरीर, प्रकाश झा और उनकी बेटी की कहानी

प्रकाश झा को लोग एक काबिल डायरेक्टर और एक्टर के रूप में जानते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे हैं, जो यह जानते होंगे कि वह एक सिंगल फादर हैं। प्रकाश झा ने तो शादी बहुत बाद में जाकर की, उससे पहले ही उन्होंने तय कर लिया था कि चाहे कुछ भी हो, वह एक बेटी को जरूर गोद लेंगे। उन्होंने खुद से किया यह वादा न सिर्फ निभाया, बल्कि हर वह चीज की, जो एक पिता अपनी बेटी और बच्चों के लिए करता है। लेकिन एक चीज जो प्रकाश झा ने अपनी गोद ली बेटी के लिए की, वो इस दुनिया में बहुत से लोग अपनी खुद की संतान के साथ भी नहीं कर पाते।

बहुत से मां-बाप ऐसे हैं जो बेटी पैदा होने पर या तो उसे फेंक देते हैं या कोख में ही मार डालते हैं। लेकिन प्रकाश झा ने तो उस बच्ची को अपनाकर एक पिता का प्यार दिया, जिसे उसके असली मां-बाप एक सिनेमाहॉल में सीट के नीचे बेहद बुरी हालत में छोड़ गए थे। प्रकाश झा ने उस बच्ची को न सिर्फ पाला बल्कि इस काबिल बनाया कि आज वह अपने पैरों पर खड़ी है और पिता का नाम रोशन कर रही है। प्रकाश झा ने जो किया वह लाखों लोगों के लिए बड़ी प्रेरणा और बेमिसाल है। WoW Wednesday में हम आपके साथ प्रकाश झा की यही कहानी शेयर कर रहे हैं।

प्रकाश झा का बेटी गोद लेने का फैसला

Prakash Jha की वो गोद ली बेटी क्या कर रही है और अब कहां है, इस बारे में बताने से पहले उस पल के बारे में जान लीजिए कि नैशनल अवॉर्ड विनिंग डायरेक्टर को कब ऐसा लगा कि उन्हें बेटी गोद लेनी चाहिए। यह तब की बात है जब प्रकाश झा 20 साल की उम्र के आसपास रहे होंगे। उस समय वह पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट में पढ़ रहे थे। उसी दौरान प्रकाश झा ने ‘श्री वत्स’ नाम से एक फिल्म बनाई थी, जिसके लिए उन्होंने एक अनाथालय के बच्चों के साथ शूटिंग की। उन बच्चों के साथ वक्त बिताते हुए प्रकाश झा ने देखा कि वो प्यार के लिए किस कदर भूखे हैं। तब प्रकाश झा ने फैसला किया कि वह एक बेटी गोद लेंगे।

पैरेंट सर्कल में 2015 में छपा प्रकाश झा का आर्टिकल

पत्नी दीप्ति नवल का मिसकैरेज और तलाक की नौबत

प्रकाश झा की बेटी गोद लेने की तमन्ना उनकी शादी के बाद भी काबिज रही। एक्ट्रेस दीप्ति नवल से शादी के बाद प्रकाश झा बच्चे की प्लाानिंग करने लगे थे। पर बेटी को गोद लेने की दिली तमन्ना हिलोरे मार रही थी। इस बारे में उन्होंने दीप्ति नवल को भी बताया था। दीप्ति नवल भी इसके लिए तैयार थीं। लेकिन प्रकाश झा और दीप्ति नवल की शादीशुदा जिंदगी में तब भूचाल आ गया जब प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में पहुंचने के बाद दीप्ति नवल का मिसकैरेज हो गया। वो खाई इस कदर गहरी हो गई कि प्रकाश झा और दीप्ति नवल का तलाक हो गया। उसी दौरान वह पल भी आया जब प्रकाश झा ने एक बच्ची गोद ली।

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पैरेंट सर्कल में 2015 में छपा प्रकाश झा का आर्टिकल

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सिनेमाहॉल सीट के नीचे पड़ी मिली बच्ची, कुतरा हुआ था शरीर

लेकिन यह जो बच्ची थी, उसकी हालत ऐसी थी कि देखकर कोई भी सिहर उठे। इस बारे में 2015 में ‘पैरेंट सर्कल’ में एक आर्टिकल छपा था, जिसमें प्रकाश झा ने पूरी कहानी बताई थी। प्रकाश झा ने बताया था कि 1988 में उन्हें दिल्ली के उस अनाथालय से फोन आया, जहां वह वॉलंटियर करते थे। उन्हें जानकारी मिली कि एक सिनेमाहॉल में सीट के नीचे 10 महीने की बच्ची मिली है, जिसे कोई छोड़कर चला गया है। उस बच्ची को इन्फेक्शन हो गया था। पूरे शरीर को चूहों और कीड़ों-मकोड़ों ने काट रखा था। प्रकाश झा तुरंत ही उस बच्ची को घर ले आए और उसकी पूरी तरह देखभाल की। बच्ची कुछ ही दिनों में फिट हो गई तो प्रकाश झा ने बाद में उसे सारी प्रक्रिया फॉलो करने के बाद गोद ले लिया।

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बच्ची को दूध पिलाते, नहलाते और सेट पर ले जाते

प्रकाश झा की जिंदगी में एक तरफ खुशियों की बहार आ रही थी, दूसरी ओर पत्नी दीप्ति नवल से तलाक हो रहा था। लेकिन दीप्ति नवल बच्ची गोद लिए जाने से खुश थीं। उन्होंने ही बच्ची का नाम दिशा रखा। प्रकाश झा अपनी शूटिंग की वजह से दिल्ली में थे और दीप्ति नवल मुंबई में। ऐसे में करीब एक साल तक प्रकाश झा ने खुद ही उस बच्ची को पाला। वह उसे खुद ही नहलाते, दूध पिलाते और फिर अपने साथ काम पर भी ले जाते। जब बच्ची एक साल की हो गई तो प्रकाश झा ने फिल्में छोड़कर पटना जाने का फैसला कर लिया और पटना आ गए। पटना आने के बाद प्रकाश झा ने एक एनजीओ की स्थापना की। यहां प्रकाश झा ने बेटी को अपनी मां के पास देखरेख के लिए छोड़ दिया।

बच्ची को बनाया काबिल, आज नाम कमा रहीं दिशा झा

प्रकाश झा ने बताया था कि उनके और बेटी दिशा के बीच असली बॉन्ड तब बना जब वह 4 साल की हो गई। दरअसल तब उनकी मां की मौत हो गई और ऐसे में दिशा को संभालने वाला कोई नहीं था। प्रकाश झा के पास तब कोई काम नहीं था। वह सिर्फ एनजीओ का काम देख रहे थे। ऐसे में उन्होंने दिशा को संभाला। कुछ साल बाद प्रकाश झा वापस मुंबई लौट गए और वहां उन्होंने दिशा का एक स्कूल में एडमिशन करवाया।

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फिल्म प्रोड्यूसर हैं प्रकाश झा की बेटी दिशा

प्रकाश झा की बेटी दिशा आज क्या करती हैं, जानते हैं? दिशा झा ने कुछ फिल्म प्रोडक्शंस में असिस्टेंट का काम किया और आज वह एक फिल्म प्रोड्यूसर हैं। साल 2019 में दिशा झा ने पापा प्रकाश झा के साथ मिलकर फिल्म ‘फ्रॉड सैयां’ प्रोड्यूस की थी। दिशा झा का अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस भी है, जिसका नाम ‘पैन पेपर्स सीजर एंटरटेनमेंट’ है। वह कई फिल्में बना चुकी हैं। मुंबई में दिशा झा का खुद का अपना घर भी है। प्रकाश झा ने वाकई साबित कर दिया कि रिश्ते खून सिर्फ खून के ही नहीं होते, बल्कि एहसास और प्यार के भी होते हैं।