थाईलैंड से एयरलिफ्ट, 75 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर… बेटे को बचाने के लिए डॉक्टर पिता ने क्या-क्या किया

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थाईलैंड से एयरलिफ्ट, 75 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर… बेटे को बचाने के लिए डॉक्टर पिता ने क्या-क्या किया

थाईलैंड से एयरलिफ्ट, 75 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर… बेटे को बचाने के लिए डॉक्टर पिता ने क्या-क्या किया

कानपुर: बेटा गंभीर हो तो पिता की स्थिति क्या हो सकती है, इसका अंदाजा आप सहज तौर पर लगा सकते हैं। कानपुर के डॉक्टर अतुल कपूर का परिवार छुट्‌टियां मनाने थाइलैंड गया हुआ था। इस दौरान एक दुर्घटना हुई। एक्सिडेंट में बेटे अभिषेक कपूर के रीढ़ की हड्‌डी टूट गई। इसके बाद डॉक्टर ने अपने बेटे को थाइलैंड में भर्ती कराने की जगह अपने अस्पताल में लाने का निर्णय लिया। एयर एंबुलेंस से घायल बेटे को एयरलिफ्ट कराया। अपने अस्पताल में लेकर आए। इलाज किया। अब उनका बेटे की स्थिति ठीक है। वह रिकवरी कर रहा है। यूपी में सबसे लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए डॉक्टर यूपी सरकार का आभार जता रहे हैं। यूपी के सबसे लंबे ग्रीन कॉरिडोर को बनाने के लिए लखनऊ, उन्नाव और कानपुर की पुलिस सक्रिय रही। रास्ते की तमाम रुकावटों को दूर किया गया। तेजी से एंबुलेंस पहुंचने से मरीज का समय से इलाज शुरू कराया गया। इससे मरीज अब धीरे-धीरे ठीक हो रहा है।

क्या है पूरा मामला
कानपुर के एक डॉक्टर का बेटा थाइलैंड में फैमिली वेकेशन के दौरान गिर गया। उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। घायल युवक को थाइलैंड से दिल्ली लाया गया। फिर एयर एंबुलेंस से लखनऊ। इसके बाद डॉक्टर पिता ने यूपी सरकार से ग्रीन कॉरिडोर बनाने का अनुरोध किया। घायल युवक की स्थिति को देखते हुए सरकार ने यूपी में सबसे लंबे 75 किलोमीटर के लंबे ग्रीन कॉरिडोर की अनुमति दी। सड़क मार्ग से घायल युवक को अस्पताल लाया गया। इमरजेंसी सर्जरी हुई। ठीक समय पर इलाज मिलने से युवक की स्थिति में सुधार होने लगा है।

ऐसे बना ग्रीन कॉरिडोर
उत्तर प्रदेश में पहली बार 75 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बना। लखनऊ के अमौसी हवाई अड्‌डे से रीजेंसी अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इसके लिए सभी क्रॉसिंग, तिराहों और चेक पोस्ट को खाली कराया गया। लखनऊ, उन्नाव और कानपुर में गंगा बराज के जरिए एंबुलेंस ले जाया गया। इन इलाकों से एंबुलेंस पूरी रफ्तार से गुजरी। एंबुलेंस के साथ-साथ पुलिस की गाड़ी भी चल रही थी। कॉरिडोर निर्माण के क्रम में कहीं भी इसमें अवरोध नहीं आया। एंबुलेंस के लिए पूरे रास्ते में ट्रैफिक सिग्नल ग्रीन रहा। इसके लिए रूट में ट्रैफिक सिग्नल को मैनुअली मैनेज किया गया। उन्हें सुरक्षित मार्ग प्रदान किया गया।

अस्पताल में हुई इमरजेंसी सर्जरी
कानपुर में इमरजेंसी सर्जरी कराई गई। सर्जरी के बाद युवक अब बेहतर रिस्पांड कर रहा है। यूपी सरकार की ओर से ग्रीन कॉरिडोर उपलब्ध कराने के मामले में डॉ. अतुल कपूर ने कहा कि राज्य में सबसे लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए हम यूपी सरकार और प्रशासन के आभारी हैं। ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाने से लखनऊ से कानपुर के रीजेंसी अस्पताल तक महज डेढ़ घंटे से कम समय में एंबुलेंस पहुंच गई। सामान्य तौर पर कानपुर पहुंचने में ढाई घंटे का समय लगता है। उन्होंने कहा कि डॉ. अभिषेक सर्जरी के बाद रिकवर कर रहे हैं। अभिषेक भी उनके साथ डॉक्टर हैं।

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