‘डूबी कश्ती’ का सामान बटोर रहे मुकेश सहनी! फेसबुक पोस्ट कर की ‘मल्लाहों का मसीहा’ दिखने की आखिरी कोशिश…
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को समझ आ गया है कि उनकी उलटी गिनती शुरू हो गई है। उनके पास अब न तो विधायक हैं और मंत्री पद भी कब छिन जाए पता नहीं। बीजेपी के तेवर देखकर तो ऐसा नहीं लगता कि बीजेपी उन्हें थोड़ा भी वक्त देने के मूड में है। बीजेपी ने जिस बेरहमी से उनकी कश्ती डुबाई है। उससे मुकेश सहनी को अंंदाजा लग चुका है कि अगर अब उन्होंने देर की तो उनके हाथ डूबी कश्ती का वो सामान भी हाथ से निकल जाएगा जो आगे के सफर में उनका साथ दे सके।
पटना : फेसबुक पेज पर पोस्ट के जरिए मुकेश सहनी ने अब अपनी डूबी नाव के सहारे की मल्लाहों की सहानुभूति बटोरने की कोशिश की है। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने अपने फेसबुक पेज से मल्लाहों को ये बताने की कोशिश की कि वो अपने पटना स्थित सचिवालय में मत्स्य विभाग एवं सहकारिता विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं और मल्लाहों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने परंपरागत मछुआरों को फिर से जोड़ने का और ऑनलाइन सदस्यता अभियान चलाने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने अपने पद का प्रयोग करते हुए विभाग को परंपरागत मछुआरा सूची जारी करने का निर्देश भी दिया।
क्या लिखा फेसबुक पेज पर
शनिवार को मुकेश सहनी ने अपने फेसबुक पेज से कुछ तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा –
‘पटना स्थित सचिवालय में मत्स्य विभाग एवं सहकारिता विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक किया। बैठक में बिहार जलकर प्रबंधन अधिनियम, 2006 यथा संशोधन 2007 के धारा 2(viii) के तहत परम्परागत मछुआरों को ऑनलाइन सदस्यता अभियान से जोड़ने का निर्देश दिया। ऑनलाइन सदस्यता पोस्ट तत्काल प्रभाव से बंद कर, परम्परागत मछुआरों को जोड़ कर फिर से ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया जाए। साथ ही विभाग को शीघ्र परम्परागत मछुआरा का सूची जारी करने का निर्देश दिया। मछुआरों के हित के लिए सदा तत्पर हूँ, मछुआरा समुदाय का हित सर्वोपरि है। इस मौक़े पर प्रतिनिधि मंडल में श्री पप्पू सिंह निषाद (मंत्री, मत्स्यजीवी सहयोग समिति) एवं विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजय केवट उपस्थित रहे।’
मुकेश सहनी का फेसबुक पोस्ट
सहनी के तेवर हुए शांत
जब से बीजेपी ने वीआईपी की बोचहां विधानसभा से अपना कैंडिडेट उतारा और उसके सभी विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल किया है। तब से मुकेश सहनी के तेवर बदल गए हैं। कुछ दिनों पहले तक यूपी चुनाव में बीजेपी को औकात बताने, वीआईपी की बदौलत बिहार में सरकार चलाने का दावा करने वाले मुकेश सहनी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मेहरबानी की गुजारिश करते नजर आए। उन्होंने कहा ‘मंत्रिमंडल में रहेंगे या नहीं ये फैसला नीतीश कुमार का है इस पर वो क्या फैसला लेते मैं उन पर छोड़ता हूं।’
जेडीयू ने भी कर दिया साफ मुकेश सहनी का क्या होगा बीजेपी जाने
बताते चलें कि जब मुकेश सहनी का ये बयान आया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ये तक करना है कि वो मंत्रिमंडल में रहेंगे या नहीं इसका फैसला नीतीश कुमार करेंगे, इस पर जेडीयू ने भी बिना वक्त गंवाए नपा तुला जवाब दे डाला। जेडीयू के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने साफ तौर पर कह डाला – मुकेश सहनी का क्या होगा ये बीजेपी जाने। चौधरी साफ तौर पर कहा कि सीट बंटवारा जेडीयू और बीजेपी के बीच था। हम और वीआईपी को सीटें देकर एडजेस्ट किया गया था।
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Web Title : mukesh sahni is collecting the goods of the submerged kayak! last attempt to see sailor’s messiah by posting facebook…
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वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को समझ आ गया है कि उनकी उलटी गिनती शुरू हो गई है। उनके पास अब न तो विधायक हैं और मंत्री पद भी कब छिन जाए पता नहीं। बीजेपी के तेवर देखकर तो ऐसा नहीं लगता कि बीजेपी उन्हें थोड़ा भी वक्त देने के मूड में है। बीजेपी ने जिस बेरहमी से उनकी कश्ती डुबाई है। उससे मुकेश सहनी को अंंदाजा लग चुका है कि अगर अब उन्होंने देर की तो उनके हाथ डूबी कश्ती का वो सामान भी हाथ से निकल जाएगा जो आगे के सफर में उनका साथ दे सके।
शनिवार को मुकेश सहनी ने अपने फेसबुक पेज से कुछ तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा –
‘पटना स्थित सचिवालय में मत्स्य विभाग एवं सहकारिता विभाग के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक किया। बैठक में बिहार जलकर प्रबंधन अधिनियम, 2006 यथा संशोधन 2007 के धारा 2(viii) के तहत परम्परागत मछुआरों को ऑनलाइन सदस्यता अभियान से जोड़ने का निर्देश दिया। ऑनलाइन सदस्यता पोस्ट तत्काल प्रभाव से बंद कर, परम्परागत मछुआरों को जोड़ कर फिर से ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया जाए। साथ ही विभाग को शीघ्र परम्परागत मछुआरा का सूची जारी करने का निर्देश दिया। मछुआरों के हित के लिए सदा तत्पर हूँ, मछुआरा समुदाय का हित सर्वोपरि है। इस मौक़े पर प्रतिनिधि मंडल में श्री पप्पू सिंह निषाद (मंत्री, मत्स्यजीवी सहयोग समिति) एवं विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजय केवट उपस्थित रहे।’
मुकेश सहनी का फेसबुक पोस्ट
सहनी के तेवर हुए शांत
जब से बीजेपी ने वीआईपी की बोचहां विधानसभा से अपना कैंडिडेट उतारा और उसके सभी विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल किया है। तब से मुकेश सहनी के तेवर बदल गए हैं। कुछ दिनों पहले तक यूपी चुनाव में बीजेपी को औकात बताने, वीआईपी की बदौलत बिहार में सरकार चलाने का दावा करने वाले मुकेश सहनी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मेहरबानी की गुजारिश करते नजर आए। उन्होंने कहा ‘मंत्रिमंडल में रहेंगे या नहीं ये फैसला नीतीश कुमार का है इस पर वो क्या फैसला लेते मैं उन पर छोड़ता हूं।’
जेडीयू ने भी कर दिया साफ मुकेश सहनी का क्या होगा बीजेपी जाने
बताते चलें कि जब मुकेश सहनी का ये बयान आया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ये तक करना है कि वो मंत्रिमंडल में रहेंगे या नहीं इसका फैसला नीतीश कुमार करेंगे, इस पर जेडीयू ने भी बिना वक्त गंवाए नपा तुला जवाब दे डाला। जेडीयू के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने साफ तौर पर कह डाला – मुकेश सहनी का क्या होगा ये बीजेपी जाने। चौधरी साफ तौर पर कहा कि सीट बंटवारा जेडीयू और बीजेपी के बीच था। हम और वीआईपी को सीटें देकर एडजेस्ट किया गया था।
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