डीएवीवी की संबद्धता के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य | NAAC grade is now mandatory for affiliation of DAVV | Patrika News

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डीएवीवी की संबद्धता के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य | NAAC grade is now mandatory for affiliation of DAVV | Patrika News

डीएवीवी की संबद्धता के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य | NAAC grade is now mandatory for affiliation of DAVV | Patrika News

इंदौरPublished: Dec 10, 2022 05:55:18 pm

तमाम प्रयासों के बावजूद निजी कॉलेज नहीं करा रहे दौरा

डीएवीवी की संबद्धता के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य

डीएवीवी की संबद्धता के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य

इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के दायरे में आने वाले कॉलेजों को संबद्धता पाने के लिए अब नैक की ग्रेड अनिवार्य होगी। जिन कॉलेजों ने अब तक नैक का दौरा नहीं कराया है, उन्हें इसका उचित कारण बताना होगा। संतोषजनक कारण न मिलने पर संबद्धता रोकने के साथ शासन को भी जानकारी भेजी जाएगी।
सभी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के लिए नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिएशन काउंसिल (नैक) से ग्रेड लेना अनिवार्य किए जाने के बावजूद ज्यादातर निजी कॉलेज इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसके पीछे बड़ी वजह दौरे के लिए पर्याप्त तैयारी न होना और खराब ग्रेड मिलने का डर है। प्रदेश में सबसे पहले ए और फिर ए प्लस ग्रेड लाने वाली यूनिवर्सिटी डीएवीवी अब ऐसे कॉलेजों की संबद्धता के लिए नैक की शर्त जोड़ने जा रही है। अगले सत्र की संबद्धता के लिए आवेदन करने वाले कॉलेजों को यह भी बताना होगा कि उनके यहां नैक का दौरा हुआ या नहीं?
प्रोविजनल ग्रेडिंग का हटा विकल्प
नैक से कतराने वाले कॉलेजों को ग्रेडिंग के लिए नैक ने प्रोविजनल ग्रेडिंग का विकल्प दिया था। माना जा रहा था कि इससे कॉलेज नैक के लिए प्रेरित होंगे, लेकिन हाल ही में इस विकल्प को हटा दिया है। नैक से जुड़े प्रोफेसरों का कहना है कि प्रोविजनल ग्रेडिंग के लिए भी कॉलेजों ने रुझान नहीं दिखाया था। इस कारण नैक अब स्थायी ग्रेडिंग की व्यवस्था ही जारी रख रही है।
पर्याप्त फैकल्टी दूर, प्राचार्य तक नहीं
नैक से बचने वाले कॉलेजों में ज्यादातर कॉलेज ऐसे हैं, जहां इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी की कमी है। कॉलेजों में जरूरत की तुलना में आधे फैकल्टी भी नहीं हैं। कई कॉलेजों में कोड-28 के तहत प्राचार्य भी नियुक्त नहीं हैं।
विद्यार्थियों में बन रही भ्रम की स्थिति
नैक की अनिवार्यता का मकसद कॉलेजों की ग्रेडिंग करना है। नैक की टीम अलग-अलग कसौटी पर कॉलेजों को ए डबल प्लस से लेकर डी ग्रेड तक प्रदान करती है। इस आधार पर विद्यार्थियों को दाखिले के लिए अच्छे संस्थान चुनने में आसानी होती है। नैक की ग्रेडिंग के अभाव में दाखिले के दौरान भी भ्रम की स्थिति बनी रहती है।
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नैक की ग्रेडिंग सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए अनिवार्य है। यूनिवर्सिटी और शासन कॉलेजों को दौरे कराने के लिए प्रेरित कर रहा है। कॉलेजों को यूनिवर्सिटी पूरी मदद करेगी। अगले सत्र से संबद्धता के लिए नैक की ग्रेडिंग अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है।
– प्रो. राजीव दीक्षित, डीसीडीसी, डीएवीवी

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