डिंपल के साथ रूद्राभिषेक, कांवड़ पर ओवैसी को खरी-खरी, योगी से भिड़ने के लिए अखिलेश यादव का प्लान समझिए

172
डिंपल के साथ रूद्राभिषेक, कांवड़ पर ओवैसी को खरी-खरी, योगी से भिड़ने के लिए अखिलेश यादव का प्लान समझिए

डिंपल के साथ रूद्राभिषेक, कांवड़ पर ओवैसी को खरी-खरी, योगी से भिड़ने के लिए अखिलेश यादव का प्लान समझिए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं कही जा सकती। 2017 के बाद से बीजेपी से लगातार चुनावों में मिल रही हार के बाद अब गठबंधन के सहयोगी भी दूर हो रहे हैं। ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा इसी कड़ी का हिस्सा है। ओम प्रकाश राजभर ने तमाम आरोप लगाए और गठबंधन से दूर हो गए हैं। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी अब पलटवार कर रहे हैं और अपने अंदाज में राजभर पर हमले कर रहे हैं। बहरहाल, समाजवादी पार्टी के लिए अगली बड़ी चुनाैती 2024 का आम चुनाव है। सपा की रणनीति इस चुनाव में क्या होगी? इसे लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच अचानक से हिंदुत्व चर्चा में आ गया है। हालांकि हमेशा से ही अखिलेश यादव धर्म को व्यक्तिगत आस्था का विषय बताते रहे हैं लेकिन हाल के कुछ घटनाक्रम नए इशारे दे रहे हैं। लखनऊ के सत्ता के गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। हाल ही में अखिलेश यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसमें वह अपनी पत्नी डिम्पल यादव के साथ रुद्राभिषेक करते दिखाई दिए। इस तस्वीर को उनकी पार्टी की नेता जूही सिंह ने ट्वीट किया तो तमाम यूजर्स ने कमेंट किए। अब आज वाराणसी में कांवड़ियों के सम्मान की बात करते हुए अखिलेश यादव कहीं न कहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ खड़े नजर आए।

दरअसल अखिलेश यादव गुरुवार को वाराणसी पहुंचे तो यहां उन्होंने कांवड़ियों पर फूलों की बारिश को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की आपत्ति पर कहा कि कांवड़ियों का सम्मान होना चाहिए। मामला धर्म का है और धर्म में बहस नहीं होनी चाहिए। मैं धर्म पर तर्क नहीं कर सकता। बता दें असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार कांवड़ियों पर फूलों की बारिश कर रही है और हमारे लोगों के घर पर बुलडोजर चला देती है, ये भेदभाव है। अगर सबका साथ सबका विकास है, तो हमारे भी पैर की मालिश करो, हमारे घर तो आप बुलडोजर भेज देते हैं। पुलिस के लोग कांवड़ियों का स्वागत कर रहे हैं, बहुत अच्छी बात है, हमको तो आप उठाकर जेल में ले जाते हो।

भोले बाबा पर दूध चढ़ाने पर लगाया टैक्स
पत्नी डिम्पल के साथ रुद्राभिषेक की तस्वीर वायरल होने पर जब अखिलेश से पूछा गया कि क्या जरूरत पड़ने लगी हिंदुत्व की तो उन्होंने कहा कि मुझे भाजपाइयों से धर्म नहीं सीखना है। भाजपाइयों का धर्म केवल इस्तेमाल करने के लिए है। अगर भाजपाई धर्म वाले हैं तो बताओ दूध पर टैक्स क्यों लगाया इन्होंने? दही पर टैक्स क्यों लगाया? जो बाबा भोलेनाथ पर चढ़ेगा दूध, क्या वो टैक्स वाला दूध नहीं होगा क्या? अखिलेश ने कहा कि भोले बाबा पर दूध चढ़ाने पर अगर टैक्स किसी ने लगाया तो वह बीजेपी है। जनमाष्टमी आ रही है तो दूध दही मक्खन पर टैक्स लगा दिया।

योगी सरकार के कांवड़ यात्रा के लिए विशेष निर्देश
बता दें इस बार सावन में यूपी के कई जिलों से कांवड़ियों पर फूल बरसाए जाने, उनके पैर धुलने, डीजे पर कांवड़ियों के साथ सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के नाचने की तस्वीरें, वीडियो वायरल हो रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के लिए योगी सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे कांवड़ यात्रियों द्वारा ली गई सड़कों को साफ करें और उनके साथ खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के अलावा प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करें। यही नहीं ये भी निर्देश हैं कि धार्मिक जुलूस में किसी को भी हथियार प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं होगी और कांवड़ यात्रियों को अनुमेय सीमा के भीतर मात्रा रखते हुए संगीत प्रणालियों पर भक्ति गीत बजाने की अनुमति होगी। पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों की भी पहचान की है, जहां यात्रा के दौरान अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News