ट्रैफिक जाम और जलजमाव बड़ा सिरदर्द, तलाशेंगे इलाज | Traffic jam and water logging is a big headache, will seek treatment | Patrika News

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ट्रैफिक जाम और जलजमाव बड़ा सिरदर्द, तलाशेंगे इलाज | Traffic jam and water logging is a big headache, will seek treatment | Patrika News

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पत्रिका के सवाल पर तीसरी बार के पार्षदों ने शहर की गंभीर समस्याएं दूर करने का किया वादा

 

इंदौर

Published: July 25, 2022 12:46:37 am

इंदौर. तीसरी बार चुने गए नवनिर्वाचित पार्षद भी मानते हैं कि शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम है। जलजमाव और हर घर साफ पेयजल सप्लाई की भी चुनौती है। पत्रिका के सवाल पर इन नेताओं ने वादा किया है कि वे वार्ड की सीमाओं से बाहर निकलकर शहर की समस्याएं दूर करने में जुटेंगे।
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सुनेहरा अंसाफ अंसारी, वार्ड 60, अनुभव: 10 साल
शहर के लिए हर मोर्चे पर लड़ूंगी
दो बार मेरे पति के साथ मैंने वार्ड का काम किया है। अब मैं पार्षद हूं तो मेरा मुख्य फोकस शिक्षा पर रहेगा। क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं। इक्का-दुक्का काम बाकी हैं। दो सामुदायिक भवनों का निर्माण कराना है। हाथीपाला स्कूल को कॉलेज का दर्जा दिलाना प्राथमिकता में है। शहर में ट्रैफिक जाम और जलजमाव की स्थिति बदतर है। इस मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ूंगी।
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निशा देवलिया, वार्ड 44, अनुभव: 10 साल
ट्रैफिक व्यवस्था में भी शहर आए अव्वल
क्षेत्र में पानी-ड्रेनेज की समस्या है। इसे हल करना हमारी प्राथमिकता है। मूलभूत सुविधाओं के अलावा बुजुर्गों को पेंशन का लाभ और पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनवाना हैं। क्षेत्र में दो बड़े स्कूलों की जरूरत है। वार्ड के बच्चों को हाई-हायर सेकंडरी स्कूल की सौगात दिलाने का प्रयास है। शहर जैसे स्वच्छता में नंबर वन है, वैसे ही ट्रैफिक व्यवस्था में भी अव्वल आना चाहिए। हर मोर्चे पर यातायात सुगमता के लिए काम करूंगी।
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सुरेश कुरवाड़े, वार्ड 36, अनुभव: 10 साल
ट्रैफिक समस्या सुलझाना जरूरी
हर घर पानी पहुंचाना प्राथमिकता है। ड्रेनेज अव्यवस्थित होने से पानी की निकासी में दिक्कत होती है, इसे सुधारना है। गार्डन पर भी काम करेंगे। क्षेत्र में प्राथमिक-माध्यमिक स्कूल ही हैं, हाई-हायर सेकंडरी स्कूल भी हों ताकि वार्ड के बच्चों को बाहर पढ़ने न जाना पड़े। शहर में ट्रैफिक समस्या बड़ा मुद्दा है। कई बिंदुओं पर काम करने की जरूरत है। इसमें सुधार के लिए काम करेंगे।
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निरंजन सिंह चौहान, वार्ड 5, अनुभव: 10 साल
हर घर साफ पानी पहुंचाना प्राथमिकता
दो बार पत्नी पार्षद रहीं, उनके साथ काम किया। अब मैं चुना गया हूं। क्षेत्र पिछड़ा है तो पानी, ड्रेनेज और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करनी है। क्षेत्र में नशे की प्रवृत्ति भी देखी जाती है। हमारा प्रयास रहेगा कि लोग नशे से दूर रहें। बच्चों को शिक्षा में मदद करूंगा। शहर पानी के मामले में भी अव्वल होना चाहिए। मेरे प्रयास यही रहेंगे कि शहर के हर घर में रोज साफ पानी आए।
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रूबीना इकबाल खान, वार्ड 39, अनुभव: 10 साल
भारी भरकम टैक्स बढ़ा रहा मुसीबत
मेरे वार्ड में 20 प्रतिशत ही काम बाकी हैं, जो इस बार कराएंगे। उर्दू स्कूल को 11वीं तक और एक हिंदी स्कूल का निर्माण कराने के लिए प्रयासरत हूं। खजराना में बड़ी आबादी रहती है, लेकिन सरकारी अस्पताल नहीं है। अस्पताल निर्माण मेरे कामों की फेहरिस्त में सबसे ऊपर है। शहर की बात की जाए तो जलजमाव और भारी भरकम टैक्स ने लोगों की मुसीबत बढ़ा रखी है। परिषद में इन मुद्दों पर बात करूंगी।

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