ट्रेनी आईएफएस अफसर पूजा नागले ने 700 किमी दूर बैठे ‘पुष्पा’ के ठिकानों पर बोल दिया धावा

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ट्रेनी आईएफएस अफसर पूजा नागले ने 700 किमी दूर बैठे ‘पुष्पा’ के ठिकानों पर बोल दिया धावा

ट्रेनी आईएफएस अफसर पूजा नागले ने 700 किमी दूर बैठे ‘पुष्पा’ के ठिकानों पर बोल दिया धावा

मध्यप्रदेश वन विभाग के ट्रेनी अफसर पूजा नागले की चर्चा खूब हो रही है। लेडी सिंघम के नाम से मशहूर इस अफसर बैतूल से 700 किमी दूर तहलका मचाकर आई है। बैतूल के जंगलों से सागौन की लकड़ी चोरी करने वाले तस्करों के मांद में घुसकर 12 लाख का माल बचाकर लाई है। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ट्रेनी आईएफएस अफसर पूजा नागले ने इस ऑपरेशन को बिना थके 57 घंटे में अंजाम दिया है।

क्या था मामला

बैतूल स्थित महूपानी के जंगलों से करीब एक महीने पहले सागौन की 22 बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई की गई थी। वन विभाग आरोपियों की तलाश में लगातार जुटी थी। जांच में डीएफओ भी लगे था। डीएफओ के साथ आईएफएस अफसर पूजा नागले भी जांच कर रही थी। जांच के दौरान बात सामने आई है कि भूरा नाम के एक शख्स ने सागौन की कीमती पेड़ों की कटाई की है।

राजस्थान के तस्करों ने चोरी की थी लड़की

राजस्थान के तस्करों ने चोरी की थी लड़की

उससे पूछताछ के दौरान वन विभाग की टीम को कई अहम सुराग मिले। पूछताछ कर रही टीम को यह जानकारी मिली हरदा की विश्वनोई गैंग ने पेड़ों की कटाई करवाई है। साथ ही इन पेड़ों को राजस्थान के भीलवाड़ा भेज दिया है। जानकारी पुख्ता होने के बाद सीनियर अफसरों ने आईएफएस पूजा नागले के कंधों पर इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी। इसके बाद पूजान नागले अपनी टीम के साथ ऑपरेशन के लिए निकल गई।

700 किमी की थी दूरी

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दरअसल, बैतूल से वन विभाग की टीम को कार्रवाई के लिए राजस्थान के भीलवाड़ा में जाना था। भीलवाड़ा के हरिपुरा स्थित आरा मशीन पर लकड़ी की चिराई हो रही थी। टीम के सामने चुनौती थी कि उतनी दूर जाकर कार्रवाई कैसे करेंगे। साथ ही वहां बरामद लकड़ी को लाएंगे कैसे। इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई। आईएफएस अफसर पूजा नागले के नेतृत्व में दो कार में सवार होकर 12 मई को वन विभाग की टीम बैतूल से निकली।

57 घंटे में बिना रुके ऑपरेशन किया पूरा

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इसके बाद 13 मई की सुबह वन विभाग की टीम हरिपुरा गांव पहुंच गई। इस दौरान वहां स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। जांच के बाद जिस आरा मशीन पर लकड़ी की चिराई हो रही थी, टीम ने वहां पहुंचकर धावा बोल दिया। वहां से भाग रहे लोगों को टीम ने दबोच लिया। इसके साथ ही आरा मशीन के मालिक को पकड़कर लकड़ी की जांच की गई। उसमें यह साफ हो गया कि लकड़ी बैतूल की है।

12 लाख की लकड़ी बचा लाई

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अफसर पूजा नागले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कार्रवाई पूरी होने के बाद एक ट्रक पर पूरा माल लोड किया गया। इसके बाद वन विभाग की टीम उसे लेकर बैतूल पहुंची। आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि जंगल में तस्कर दिन में लकड़ी की रेकी करते थे। रात 12 बजे के बाद ये लोग लकड़ियों की कटाई शुरू कर देते थे। इसके बाद वन विभाग और पुलिस की नजरों से बचकर लकड़ी ले जाते थे।

कौन हैं पूजा नागले

कौन हैं पूजा नागले

पूजा नागले 2020 बैच की आईएफएस अफसर हैं। ताप्ती वन परिक्षेत्र में वह रेंजर के पद पर ट्रेनिंग ले रही हैं। 2022 तक पूजा की ट्रेनिंग देहरादून में हुई है। 11 जनवरी 2023 को बैतूल में पहली पोस्टिंग हुई है। पहली ही पोस्टिंग में पूजा नागले ने एक बड़ा ऑपरेशन किया है।

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