जेल की राजनीति सफल हो रही है… जमानत पर सुनवाई से पहले वायरल हो रहा मनीष सिसोदिया का हाथ से लिखा लेटर

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जेल की राजनीति सफल हो रही है… जमानत पर सुनवाई से पहले वायरल हो रहा मनीष सिसोदिया का हाथ से लिखा लेटर

जेल की राजनीति सफल हो रही है… जमानत पर सुनवाई से पहले वायरल हो रहा मनीष सिसोदिया का हाथ से लिखा लेटर

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस समय शराब घोटाले के चलते तिहाड़ जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के 2 हफ्ते बाद आज उनकी जमानत पर कोर्ट में सुनवाई होनी है। लेकिन उससे एक दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने दिल्ली एक्साइज घोटाला मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मनीष सिसोदिया की एक चिट्ठी खूब वायरल हो रही है। सिसोदिया ने यह चिट्ठी जेल में लिखी है और सीएम केजरीवाल ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। केजरीवाल ने लिखा कि मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम पत्र लिखा। बीजेपी लोगों को जेल में डालने की राजनीति करती है, हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं। जेल भेजना आसान है, बच्चों को पढ़ाना बहुत मुश्किल। राष्ट्र शिक्षा से आगे बढ़ेगा, जेल भेजने से नहीं। सिसोदिया ने पत्र में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को जेल भेजने की धमकी देकर सत्ता चलाना, देश के हर बच्चे के लिए शानदार स्कूल-कॉलेज खोलने और चलाने से कहीं ज्यादा आसान है।

​शराब घोटाला मामले में जेल में हैं सिसोदिया, आज जमानत पर सुनवाई

दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने 26 फरवरी को 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। उनपर दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को बनाने और लागू करने के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी हालांकि वापस ले ली गई है। गिरफ्तारी के 2 हफ्ते बाद आज मनीष सिसोदिया की जमानत पर कोर्ट में सुनवाई होनी है लेकिन एक दिन पहले उन्हे ईडी ने भी गिरफ्तार किया है। कोर्ट अगर आज जमानत दे देती है और ईडी को सिसोदिया की हिरासत मिल जाती है तो मनीष सिसोदिया को प्रवर्तन निदेशालय ले जाया जा सकता है।

​शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा- सिसोदिया

​शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा- सिसोदिया

जेल से अपने हाथों से लिखे पत्र में बीजेपी और केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि पूरे देश में पूरी राजनीति तन-मन और धन से जुट गई होती तो आज हमारे देश में हर बच्चे के लिए विकसित देशों की तरह अच्छे से अच्छे स्कूल होते। उन्होंने लिखा कि देख पा रहा हूं कि जब राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल जा रही है तो स्कूल चलाने की राजनीति कि जरूरत भला कोई क्यूं करेगा। सिसोदिया ने आगे पूछते हुए लिखा कि क्यूं शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा?

​गैर कांग्रेसी और गैर बीजेपी सराकारों नें भी अपनाया दिल्ली मॉडल- सिसोदिया

​गैर कांग्रेसी और गैर बीजेपी सराकारों नें भी अपनाया दिल्ली मॉडल- सिसोदिया

सिसोदिया ने लिखे पत्र में कहा कि दिल्ली के शिक्षा मॉडल से प्रभावित होकर पंजाब के वोटर्स ने भी आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। उन्होंने बेहतर शिक्षा, अच्छे सरकारी स्कूल, और कॉलेज के लिए वोट दिया है। इससे भी अच्छी बात यह है कि गैर बीजेपी-गैर कांग्रेसी राज्य की सरकारों ने भी राजनीति से ऊपर उठकर एक दूसरे के अच्छे कार्यों से सीखने-समझने का सिलसिला शुरू किया है। केंद्र पर बड़ा हमला करते हुए सिसोदिा ने लिखा कि अमृतकाल मंथन के दौरान देश के सामने जेल की राजनीति और शिक्षा की राजनीति दोनों ही वजूद में है। देश साफ-साफ देख रहा है कि कौन खुद को बड़ा बनाने की राजनीति कर रहा है और कौन देश को बड़ा बनाने की राजनीति।

​’भारत का भविष्य स्कूल की राजनीति में है’

​भारत का भविष्य स्कूल की राजनीति में है

मनीष सिसोदिया ने अंतिम में लिखा कि आज जरूर जेल की राजनीति सफल होती दिख रही है लेकिन भारत का भविष्य स्कूल की की राजनीति में है, शिक्षा की राजनीति में है। भारत विश्वगुरू बनेगा इसलिए नहीं कि यहां कि जेलों में कितनी ताकत है। भारत में आने वाला कल शिक्षा की राजनीति का होगा।

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