जी-20 समिट से पहले खिल जाएंगे हॉलैंड वाले कंप्यूटर प्रोगाम्ड ट्यूलिप, जानें क्या है खासियत
कंप्यूटर की देखरेख में ट्यूलिप सैंपलिंग
एनडीएमसी अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में पूरे एनडीएमसी के कई इलाकों में ट्यूलिप फ्लावर्स लगे हैं। करीब 50 हजार से अधिक ट्यूलिप फ्लावर्स कनॉट प्लेस के संट्रल पार्क, एनडीएमसी मुख्यालय, पालिका केंद्र, तालकटोरा गार्डन, विंडसर प्लेस, ग्यारह मूर्ति, पीएम हाउस के सामने तिकोना पार्क रोड, शांति पथ व एम्स गोल चक्कर के पास लगे हैं। लेकिन जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इससे तीन गुना ट्यूलिप फ्लावर्स के बल्ब हॉलैंड से मंगाए जाएंगे। यानी ट्यूलिप के करीब 2 लाख सैपलिंग हॉलैंड से मंगाने का प्लान है। अफसरों का कहना है कि हॉलैंड में ट्यूलिप सैंपलिंग कंप्यूटर की देखरेख में ऐसे वातावरण में तैयार किए जा रहे हैं, ताकि उनके खिलने का अनुमानित समय का पता चल सके। जिससे सैपलिंग यहां ऐसे समय में लाया जाए कि शिखर सम्मेलन शुरु होने तक पूरी तरह से वो खिले हुए हों और पूरा लुटियंस जोन ट्यूलिप के खुशबू से महक जाए।
एक ट्यूलिप सैपलिंग की कीमत 30.6 रुपये
अधिकारियों का कहना है कि जो सैपलिंग मंगाए जाएंगे, उसमें से एक सैपलिंग की कीमत करीब 30.6 रुपये है। सभी सैपलिंग पहले से कंप्यूटर प्रोग्राम्ड होगा, जिससे यह पता चलेगा कि यह कितने दिनों में खिलने वाले हैं। समय काफी कम है, इसलिए इस तरह के फूल मंगाए जा रहे हैं। अमूमन ट्यूलिप फ्लावर के सैपलिंग को पूरी तरह से बढ़ने और खिलने में 6 से 8 हफ्ते का वक्त लगता है। इसे लगाने का अनुकूल समय दिसंबर होता, तब ट़यूलिप फ्लावर्स फरवरी तक खिल सकते हैं। लेकिन, शिखर सम्मेलन के शुरु होने में इतना समय नहीं बचा है। इसलिए फूलों को विदेश से आयात किया जाएगा, ताकि 35-40 दिनों में फूल खिल सकें।
डिपार्टमेंट ने नर्सरी का इंस्पेक्शन किया
हॉलैंड से मंगाए जाने वाले ट्यूलिप फ्लावर्स को एनडीएमसी के नर्सरी में बेहतर वातावरण में रखने के लिए दिल्ली के प्लांट प्रोटेक्शन, क्वॉरंटाइन एंड स्टोरेज डिपार्टमेंट ने सभी नर्सरी का इंस्पेक्शन भी कर लिया है। इस दौरान यह देखा गया कि जो फूलों की सैपलिंग मंगाई जा रही है, उनके सर्वाइव करने के लिए एनडीएमसी की तीनों नर्सरी में वतावरण कैसा है। एनडीएमसी की तीन नर्सरी है, जहां इन फूलों के सैपलिंग स्टोर किए जाएंगे, जिसमें एक लोदी गार्डन, दूसरा सर्कुलर रोड और तीसरा सत्य सदन में है।