जिम्बाब्वे से पार पाना भारत के लिए होगी मुश्किल चुनौती, समझिए कैसे

50
जिम्बाब्वे से पार पाना भारत के लिए होगी मुश्किल चुनौती, समझिए कैसे


जिम्बाब्वे से पार पाना भारत के लिए होगी मुश्किल चुनौती, समझिए कैसे

केएल राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया को जिम्बाब्वे के खिलाफ 18 से 22 अगस्त के बीच तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज खेलनी है। सभी मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेले जाने हैं। माना जा रहा है कि टीम इंडिया आसानी से यह सीरीज अपने नाम कर लेगी, लेकिन जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी राह इतनी भी आसान नहीं होने वाली है। जिम्बाब्वे ने हाल में जिस तरह से बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन किया है, उसे देखकर टीम इंडिया को थोड़ा संभल कर खेलने की जरूरत होगी।

जिम्बाब्वे टीम में मौजूद हैं मैचविनर खिलाड़ी

जिम्बाब्वे को कमजोर टीम माना जाता है, लेकिन इस साल उसने 2016 के बाद पहली बार टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया, और फिर बांग्लादेश को टी20 (2-1) और वनडे सीरीज (2-1) में पटखनी दी।बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई सीरीज में जिम्बाब्वे को सिकंदर रजा और रायन बर्ल जैसे कई मैचविनर मिले। रजा ने इस साल खेले गए 9 वनडे मुकाबलों में दो शतक और दो अर्द्धशतक बनाए हैं। दूसरी ओर, भारतीय टीम में केएल राहुल लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं और एशिया कप की तैयारी के मद्देनजर यह सीरीज उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

इसे भी पढ़ेंः ZIM दौरे पर BCCI ने राहुल एंड कंपनी को दी जल्द से जल्द नहाने की सलाह

वह आखिरी बार मई 2022 में हुए आईपीएल एलिमिनेटर के लिए मैदान पर उतरे थे। शुभमन गिल और शिखर धवन वेस्टइंडीज दौरे पर शानदार प्रदर्शन करते हुए जिम्बाब्वे आ रहे हैं जहां वे अपनी फॉर्म को बरकरार रखना चाहेंगे। भारत अब पूरी तरह से अक्टूबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी में जुट गया है, जो उनके टीम चयन में भी साफ जाहिर है। 

राहुल त्रिपाठी और शाहबाज करते हैं डेब्यू

जिम्बाब्वे में होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए भी टीम में कई युवा टी20 विशेषज्ञों को शामिल किया गया है, जो ऑस्ट्रेलिया जाने वाली टीम में जगह बनाने के लिए अपनी दावेदारी पेश करना चाहेंगे। इन खिलाड़ियों में सबसे पहला नाम दीपक चाहर का है जो राहुल की तरह ही चोटिल होकर टीम से बाहर थे। राहुल त्रिपाठी और शाहबाज अहमद भी इस सीरीज में अपना इंटरनेशनल डेब्यू कर सकते हैं। दोनों ही खिलाड़ी आईपीएल में अपना लोहा मनवा चुके हैं और इंटरनेशनल क्रिकेट में मिले अवसर को पूरी तरह भुनाना चाहेंगे।

इसे भी पढ़ेंः सैमसन ने बताया अपने फेवरेट स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी का नाम और अपना निकनेम

जिम्बाब्वे को कमजोर मानना होगी बेवकूफी

सीरीज के तीनों मैच हरारे की पिच पर खेले जाएंगे जो बल्लेबाजों की मददगार है। भारत ने 2013 से इस मैदान में नौ मैच खेले हैं और सभी में जीत दर्ज की है, हालांकि जिम्बाब्वे को इस बार कम आंकना सही नहीं होगा और धवन भी इस बात को स्वीकार चुके हैं।



Source link