जानें, भोपाल नगर निगम के बजट की खास बातें

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जानें, भोपाल नगर निगम के बजट की खास बातें

जानें, भोपाल नगर निगम के बजट की खास बातें


भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की नगर सरकार ने तीन साल बाद अपना बजट (Bhopal Municpal Budget 2023-24) खुद प्रस्तुत किया है। महापौर मालती राय ने 3300 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। यह बजट 8231 रुपए घाटे का है। मंगलवार को पेश किए गए बजट में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। वार्ड में जो प्रॉपर्टी टैक्स की राशि मिलेगी, उसका 50 प्रतिशत हिस्सा वार्ड के विकास में खर्च होगा। इस साल बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया। संपत्ति और पानी का टैक्स पूर्ववत ही जारी रहेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है। महापौर ने कहा कि योजना के तहत कई मकान हैं, जिनमें आवंटन तो किसी के नाम से हुआ, जबकि वहां कोई और रह रहे हैं।

स्टेडियम का नाम बदला, सड़कों का नामकरण
बजट में ऐशबाग स्टेडियम का नाम भी बदला गया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भोपाल के पूर्व सांसद कैलाश सारंग के नाम पर रखा गया है। पूर्व सांसद कैलाश सारंग चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के पिता थे। यही नहीं, दो सड़कों के नाम भी पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के नाम पर रखे गए हैं। जहांगीराबाद चौराहे से एक्सटॉल कॉलेज होते हुए पुन-पातरा तक के मार्ग का नाम ’बाबूलाल गौर मार्ग’ किया जाएगा। वहीं, गुफा मंदिर से सुल्तानिया इन्फ्रेंट्री लाइंस जाने वाली सड़क का नाम ’ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मार्ग’ किए जाने संबंधित प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है।

स्वच्छता में भोपाल को नंबर-1 बनाएंगे

महापौर मालती राय ने कहा कि भोपाल में व्यक्तिगत नल कनेक्शन की दिशा में काम किया जा रहा है। यह घोषणा जल्द पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में भोपाल को नंबर-1 बनाएंगे। इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करना है, हर पार्षद अपने वार्ड की जिम्मेदारी खुद लें।

पांच लाख तक के टेंडर ऑफलाइन हों

बजट के दौरान निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी ने सुझाव दिया कि पांच लाख रुपए तक के टेंडर ऑफलाइन निकाले जाएंगे। इस सुझाव का सभी पार्षदों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। वहीं, कुछ पार्षदों ने पार्षद स्वैच्छानुदान की राशि देने की मांग भी रखीं।

हंगामा भी हुआ

बजट बैठक के दौरान नीमच जिले में लगने वाले विंड और सोलर प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा किया। उन्होंने निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की कुर्सी घेरकर नारेबाजी की। विपक्षी पार्षदों का आरोप था कि बिना सहमति के यह फैसला किया गया है। कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष की कुर्सी के सामने ही धरने पर बैठ गए।

बजट की खास घोषणाएं

भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष को विकास कार्यों के लिए दो करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। वे इस राशि से किसी भी वार्ड में कार्य करवा सकते हैं। अविकसित कॉलोनियों में नाला-नाली निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपए तय किए गए हैं। विभिन्न कार्यक्रमों के लिए ऑडिटोरियम बनाए जाएंगे। खेल के लिए अलग बजट निर्धारित किया गया है। 10 करोड़ रुपए से जलभराव वाले स्थानों पर नाला-नाली का निर्माण किया जायेगा। नगर निगम के कर्मचारियों की बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए पांच हजार रुपए दिए जाएंगे। 2 करोड़ रुपए से शहर में कवर्ड मीट मार्केट विकसित किया जाएगा, ढाई करोड़ रुपए से वहीं, फिश पार्लर बनाए जाएंगे। 50 लाख रुपए से भोपाल में कम्युनिटी हॉल का जीर्णोध्दार किया जाएगा। भोपाल में झील महोत्सव के लिए 25 लाख रुपए का प्रावधान है।

कैसा था पिछला बजट

आपको बता दें कि पिछले साल का बजट 3 हजार 104 करोड़ रुपए का था। निगम कमिश्नर केवीएस कोलसानी चौधरी ने निगम प्रशासक गुलशन बामरा की मंजूरी के बाद बजट पेश किया था। प्रापर्टी टैक्स में तो कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, लेकिन 2400 वर्ग फीट या उससे ज्यादा बड़े मकानों का वाटर टैक्स 180 रुपए से बढ़ाते हुए 210 से 300 रुपए कर दिया था।

कौन बनाता है बजट

नगर निगम का बजट बनाने की जिम्मेदारी महापौर और एमआईसी की होती है। पिछले तीन सालों से निगम का बजट अफसरों के भरोसे था, क्योंकि निगम में चुनाव नहीं हुए थे। कोरोना के कारण भी चुनाव आगे बढ़ते रहे। ऐसे में अफसरों ने अपनी मनमर्जी का बजट बना लिया था।
रिपोर्ट: दीपक राय
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