जयपुर में हुंकार रैली से खड़ी हुई थी RLP पार्टी, हनुमान बेनीवाल ने पहली बार में 3 सीटों पर लहराया परचम, आज मना रहे जश्न

207
जयपुर में हुंकार रैली से खड़ी हुई थी RLP पार्टी, हनुमान बेनीवाल ने पहली बार में 3 सीटों पर लहराया परचम, आज मना रहे जश्न

जयपुर में हुंकार रैली से खड़ी हुई थी RLP पार्टी, हनुमान बेनीवाल ने पहली बार में 3 सीटों पर लहराया परचम, आज मना रहे जश्न

जयपुर: अमूमन जब किसी राजनीतिक दल का गठन होता है तो कुछ नेता मिलकर एक संगठन बनाते हैं। फिर अपनी विचारधारा के अनुसार राजनीतिक दल का गठन करते हैं। लेकिन राजस्थान में एक ऐसा युवा नेता है जिसने एक ही हुंकार रैली में नई राजनैतिक पार्टी का गठन किया। पार्टी के गठन के साथ ही विधानसभा चुनाव में ताल ठोक दी। इस युवा नेतृत्व के नाम पर पहली ही बार में पार्टी ने राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की। पार्टी के गठन के अगले ही साल लोकसभा चुनाव में भी अपना परचम लहराया। हम बात कर रहे हैं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी यानी आरएलपी का। और इस नेता का नाम है हनुमान बेनीवाल।

29 अक्टूबर 2018 को हुआ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठन

हनुमान बेनीवाल ने 29 अक्टूबर को एक हुंकार रैली का आयोजन किया। इस रैली में लाखों की तादात में भीड़ शामिल हुई। राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत सिंह और वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी भी हुंकार रैली में शामिल हुए। इस दौरान हनुमान बेनीवाल ने नए राजनैतिक दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के गठन का ऐलान किया। 6 अक्टूबर 2018 को राजस्थान में विधानसभा चुनाव का तिथियां घोषित हो चुकी थी। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद बेनीवाल ने पार्टी बनाई और विभिन्न सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे।

बेनीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की

हनुमान बेनीवाल की पार्टी ने पहली बार में ही तीन सीटों पर चुनाव जीत लिया। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने खींवसर, इंदिरा देवी बावरी ने मेड़ता और पुखराज गर्ग ने भोपालगढ से चुनाव जीता। इंदिरा देवी बावरी और पुखराज गर्ग ने सिर्फ हनुमान बेनीवाल के नाम पर चुनाव लड़ा और चुनाव में जीत गए। हनुमान बेनीवाल तीन बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में नागौर लोकसभा सीट से सांसद हैं।

उदयपुर में हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी-कांग्रेस को जमकर कोसा, वसुधंरा राजे को बताया लुटेरी दूल्हन

पहली ही बार में लोकसभा चुनाव जीता आरएलपी ने

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के गठन के अगले ही साल 2019 के लोकसभा चुनाव आ गए। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजन ने भाजपा के साथ गठबंधन किया। भाजपा ने नागौर लोकसभा सीट से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल को समर्थन दिया। बेनीवाल ने चुनाव में जीत दर्ज की। हनुमान बेनीवाल के लोकसभा में जाने के बाद खींवसर विधानसभा सीट खाली हो गई। बाद में हुए उपचुनाव में खींवसर से हनुमान बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल ने आरएलपी चुनाव जीता।

सांसद हनुमान बेनीवाल का जयपुर कूच, देखें- रास्ते में पुलिस से झड़प और जयपाल हत्याकांड का ताजा अपडेट

चुनाव चिन्ह का खूब मजाक उड़ाया बीजेपी और कांग्रेस ने

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का चुनाव चिन्ह पानी की बोतल है। 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा और कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर काफी मजाक उड़ाया था लेकिन इस बोतल ने पहले ही चुनावों में पार्टी का दमखम दिखा दिया। तीन सीटों पर चुनाव जीतने के साथ ही कई सीटों पर दूसरे स्थान पर भी रही। पार्टी की जीत में एकमात्र नेता हनुमान बेनीवाल की ही मुख्य भूमिका है। अन्य राजनैतिक दलों से आरएलपी में कोई नया चेहरा नहीं आया है।
Helicopter Politics : सांसद हनुमान बेनीवाल 5 जिलों के धार्मिक स्थलों पर एक ही दिन में करेंगे दर्शन
लोकसभा में भी हनुमान बेनीवाल के चर्चे

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के बेनरतले हनुमान बेनीवाल पहली बार लोकसभा पहुंचे। शपथ ग्रहण के दौरान बेनीवाल ने संसद में लोक देवता तेजाजी महाराज की जय बोली थी। अपनी भाषण शैली के कारण बेनीवाल की एक अलग ही पहचान है। संसद में अपने संबोधन के दौरान बेनीवाल हमेशा चर्चाओं में रहे हैं। एक बार उनके संबोधन के दौरान आप पार्टी के सांसद रहे भगवंन मान ने बेनीवाल को टोक दिया था। इसके बाद बेनीवाल द्वारा दिया गया जवाब मीडिया की सुर्खियां बन गया था।
रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़

राजस्थान उपचुनाव: सहाड़ा में बेनीवाल की चुनावी सभा, BJP-कांग्रेस पर जमकर जड़े आरोप

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News