जयदीप अहलावत का वो सपना, जो कभी नहीं हो पाएगा पूरा! ऐसे शुरू हुआ था एक्टर बनने का सफर

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जयदीप अहलावत का वो सपना, जो कभी नहीं हो पाएगा पूरा! ऐसे शुरू हुआ था एक्टर बनने का सफर

जयदीप अहलावत का वो सपना, जो कभी नहीं हो पाएगा पूरा! ऐसे शुरू हुआ था एक्टर बनने का सफर

जयदीप अहलावत। ये नाम अब किसी पहचान का मोहताज नहीं है। इन्होंने कई फिल्मों और वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग का डंका बजाया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका फिल्मी सफर बड़ा ही दिलचस्प है। दरअस, जयदीप का सपना एक्टर बनने का नहीं था। वो देश की सेवा करने के लिए आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे। उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए कई कोशिशें भी कीं, लेकिन सभी नाकाम रहीं। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग का रास्ता चुना था। हालांकि, ये सफर इतना आसान नहीं था। सिर पर बिना किसी गॉडफादर का हाथ लिए जयदीप मुंबई आ गए। यहां कई फिल्मों में काम किया, लेकिन कभी पहचान नहीं मिली। फिर एक फिल्म से जिंदगी में नया मोड़ आया। इस मूवी का नाम था ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और इसके बाद तो इतिहास गवाह है। 8 फरवरी को जयदीप का बर्थडे है। आइये इस खास मौके पर जानते हैं, उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।

कितने पढ़े-लिखे हैं जयदीप?

Jaideep Ahlawat का जन्म हरियाणा राज्य के रोहतक जिले के महम गांव के खरकरा जाट परिवार में हुआ था। उन्होंने सरकारी स्कूल से हाईस्कूल की पढ़ाई की थी। फिर रोहतक के एक कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने साल 2005 में इंग्लिश में मास्टर्स किया। फिर 2008 में FTII पुणे से एक्टिंग में डिग्री हासिल की। उनके बैच में राजकुमार राव, विजय वर्मा और सनी हिंदुजा भी थे, जो उनकी तरह ही एक्टिंग के गुण सीख रहे थे।

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एक्टर नहीं, ये था जयदीप का सपना

जयदीप ने कम उम्र में थिएटर किया था, लेकिन वह इंडियन आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे। उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश की, कई एग्जाम और इंटरव्यू दिए, लेकिन वो हर बार नाकाम रहे। थक-हारकर उन्होंने अपने सपने को पीछे छोड़ दिया और एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। वो पंजाब और हरियाणा में स्टेज शो करते थे।

कई फिल्में कीं, लेकिन नहीं मिली पहचान

ग्रेजुएशन के बाद ही जयदीप ने एक्टिंग को सीरियसली लेना शुरू किया। उन्होंने बिना किसी गॉडफादर के कठिन तरीके से फिल्मी दुनिया में प्रवेश किया। 2008 में वो मुंबई आ गए। उन्हें पहली बार प्रियदर्शन की ‘खट्टा मीठा’ (2010) मूवी में निगेटिव रोल में देखा गया था। इसी साल वो अजय देवगन के साथ ‘आक्रोश’ में दिखाई दिए। वो रणबीर कपूर की ‘रॉकस्टार’, अक्षय कुमार की ‘गब्बर इज बैक’ और शाहरुख खान संग ‘रईस’ में भी नजर आ चुके हैं।

यहां से बदली जयदीप की जिंदगी

हालांकि, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ फिल्म जयदीप की जिंदगी में नया मोड़ आया। इसमें उन्होंने शाहिद खान का जबरदस्त किरदार निभाया था और उनकी एक्टिंग को सराहा गया था। वो कमल हासन के साथ एक तमिल जासूसी थ्रिलर फिल्म ‘विश्वरूपम’ में दिखाई दिए, जिसने 2013 में साउथ में एक बड़ी सफलता हासिल की। उनकी एक्टिंग स्किल से इंप्रेस होकर ही कमल हासन ने उन्हें ‘विश्वरूपम 2’ में भी कास्ट किया। इसके बाद जयदीप को ‘बार्ड ऑफ़ ब्लड’ सीरीज में भी देखा गया था। वो Khaali Peeli फिल्म में निगेटिव रोल में नजर आए।

‘पाताल लोक’ से मिली सफलता

इसमें कोई दोराय नहीं है कि जयदीप ने भले ही कितनी भी बड़ी-बड़ी फिल्में कर ली हों, लेकिन उन्हें देशभर में ‘हाथीराम चौधरी’ बनकर पॉप्युलैरिटी मिली। उन्होंने ‘पाताल लोक’ वेब सीरीज में दमदार एक्टिंग की और छा गए। वो इस साल कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं। इनमें Three of Us और The Devotion of Suspect X शामिल हैं।