जबलपुर में ‘तीसरी आंख’ की मदद से वारदातों के हो रहे हैं खुलासे | Incidents are being revealed with the help of ‘third eye’ in Jabalpur | Patrika News

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जबलपुर में ‘तीसरी आंख’ की मदद से वारदातों के हो रहे हैं खुलासे | Incidents are being revealed with the help of ‘third eye’ in Jabalpur | Patrika News

जबलपुर में ‘तीसरी आंख’ की मदद से वारदातों के हो रहे हैं खुलासे | Incidents are being revealed with the help of ‘third eye’ in Jabalpur | Patrika News

एएनपीआर की संख्या भी बढ़ी शहर में पहले पेंटीनाका चौक पर 4 एएनपीआर (ऑटोमेटिक नम्बर प्लेट रिकॉग्निशन) कैमरे लगाए गए थे। कुछ समय पूर्व गोराबाजार, छोटी लाइन फाटक, बिग बाजार, अधारताल में भी एनपीआर कैमरे लगाए गए है। इनकी मदद से वाहनों की नम्बर प्लेट कैमरे में कैद हो जाती है।

देहात में भी लगेंगे नए स्थानों पर कैमरे लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। शहर में 70 नई ऐसी जगहें सामने आई हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सिहोरा और पाटन में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है।

गोराबाजार के तिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम में कैश लोडिंग के दौरान दो बदमाशों ने कैशियर राज बहादुर सिंह, श्रेयांश ताम्रकार, गनमैन राजबहादुर पटेल को गोली मारकर कैश लूट लिया था। अधारताल चौक पर आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।

मोबाइल एक्सेसरीज कारोबारी राजकुमार तिवारी से 24 लाख रुपए की लूट के मामले की जांच के दौरान गोहलपुर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तो आरोपी जयंती कॉॅम्प्लेक्स से अमखेरा तक राजकुुमार का पीछा करते नजर आए। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपियों को दबोच लिया।

लार्डगंज थाना अंतर्गत सुपर मार्केट स्थित सुहागन आभूषण से चोरों ने पांच करोड़ 43 लाख रुपए कीमत के जेवर चुरा लिए। मिलौनीगंज चौक पर पुलिस की ओर से लगाए गए सीसीटीवी कैमरे में आरोपियों की कार नजर आई। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी किया गया पूरा माल बरामद कर लिया।
मोबाइल पर प्राइवेट कैमरों का एक्सेस

पुलिस के अलावा प्राइवेट कैमरे भी वारदातों को सुलझाने में अहम साबित हो रहे हैं। कई वारदातों के आरोपियों तक पुलिस प्राइवेट कैमरों की मदद से पहुंची है। जानकारी के अनुसार शहर की 80 प्रतिशत कॉलोनियां, व्यापारिक इलाके और प्रतिष्ठान सीसीटीवी कैमरों की जद में हैं। इनके संचालक मोबाइल पर एक्सेस लेकर 24 घंटे निगरानी करते हैं।

– कई वारदातों का खुलासा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उमेश जोगा के अनुसार वारदातों का खुलासा करने में पुलिस के सीसीटीवी कैमरों से काफी मदद मिली। आरोपियों के फुटेज भी प्राप्त हुए। जिनका विश्लेषण कर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। पिछले कुछ माहों में सीसीटीवी की मदद से कई बड़ी वारदातों का खुलासा किया गया है। ये फुटेज साक्ष्य के रूप में भी काम आते है। कैमरों की संख्या और बढ़ाई जा रही है, ताकि शहर की निगरानी को और मजबूत किया जा सके।

मोबाइल पर प्राइवेट कैमरों का एक्सेस पुलिस के अलावा प्राइवेट कैमरे भी वारदातों को सुलझाने में अहम साबित हो रहे हैं। कई वारदातों के आरोपियों तक पुलिस प्राइवेट कैमरों की मदद से पहुंची है। जानकारी के अनुसार शहर की 80 प्रतिशत कॉलोनियां, व्यापारिक इलाके और प्रतिष्ठान सीसीटीवी कैमरों की जद में हैं। इनके संचालक मोबाइल पर एक्सेस लेकर 24 घंटे निगरानी करते हैं।



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