जन जागरण अभियान को लेकर दुविधा में कांग्रेस , राजस्थान में ही सबसे महंगा है पेट्रोल-डीजल

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जन जागरण अभियान को लेकर दुविधा में कांग्रेस , राजस्थान में ही सबसे महंगा है पेट्रोल-डीजल

-14 से 29 नवंबर तक पेट्रोल डीजल और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का शुरू होगा जन जागरण अभियान,अन्य राज्यों कम हुई है वेट की दरें लेकिन राजस्थान में वैट की दरें कम करने के मूड में नहीं सीएम गहलोत,कांग्रेस के सियासी गलियारों में चर्चा, जब राजस्थान में कम नहीं हुआ वेट तो फिर कैसे जाएंगे जनता के बीच?

जयपुर। प्रदेश में 14 नवंबर से 29 नवंबर तक महंगाई और पेट्रोल डीजल की दरों में लगातार हो रही वृद्धि के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की ओर से शुरू किए जाने वाला जन जागरण अभियान को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता ही अब दुविधा में है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की परेशानी इस बात को लेकर है कि पेट्रोल-डीजल सबसे महंगा राजस्थान में ही मिल रहा है।

ऐसे में वे किस मुंह से जनता के बीच जाकर जन जागरण अभियान शुरू करेंगे। हालांकि अभी केंद्र सरकार की ओर से डीजल पर 10 और पेट्रोल पर 5 रुपए कम करने के बावजूद राज्य की गहलोत सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वेट कम करने से साफ इनकार कर दिया है।

कांग्रेस नेताओं की परेशानी, जनता पूछेगी सवाल
जन जागरण अभियान को लेकर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की परेशानी यह कि अगर 14 नवंबर से पहले सरकार पेट्रोल-डीजल पर वेट कम नहीं करती है तो फिर जन जागरण अभियान के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को जनता के तीखे सवालों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में चाहकर भी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जनता को जागृत करने में असफल साबित होंगे और जिस उद्देश्य को लेकर जन जागरण अभियान शुरू किया जाएगा वह उद्देश्य भी पूरा नहीं हो पाएगा।

मुख्यमंत्री तक पहुंची कार्यकर्ताओं की पीड़ा
सूत्रों की माने तो संगठन से जुड़े नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी इस बात से अवगत करवाया है कि जन जागरण अभियान शुरू करने से पहले अगर पेट्रोल-डीजल पर वेट कम नही किया गया तो अभियान को जनता के बीच अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिलेगा। लिहाजा सरकार को चाहिए कि वह पेट्रोल-डीजल पर वेट कम करे, बताया जाता है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी इस सिलसिले में जल्द ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान निकालेंगे।

विपक्ष भुनाएगा मुद्दे को
गहलोत सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर वेट कम नहीं करने के फैसले के बाद भाजपा इस मुद्दे को बनाने की तैयारी में है और लगाता वैट की दरें कम करने को लेकर सरकार पर दबाव भी बनाए हुए है। बताया जा रहा है कि अगर गहलोत सरकार जल्द ही वैट की दरें कम करने का फैसला नहीं लेती है तो फिर इस मामले को लेकर भाजपा सड़कों पर उतरने की तैयारी कर सकती है। ऐसे में एक और जहां कांग्रेस महंगाई के खिलाफ जन जागरण अभियान शुरू करेगी तो वहीं भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर सकती है।

ब्लॉक और जिला लेवल पर होंगे कांग्रेस के जन जागरण अभियान
दरअसल 14 से 29 नवंबर तक प्रदेश कांग्रेस की ओर से जिला और ब्लॉक लेवल पर महंगाई, पेट्रोल-डीजल की दरों में लगातार वृद्धि और केंद्र के नीतियों के खिलाफ जन जागरण अभियान शुरू किए जाएंगे, जिसके तहत प्रभात फेरी, पदयात्रा और लोगों से संवाद के जरिए जागृत करने की मुहिम शुरू की जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल की दरों में 5 और डीजल की दरों में 10 रुपए कम किए हैं। जिसके बाद कई राज्य सरकारों ने भी वेट की दरें कम करके लोगों को राहत दी है।






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