छोटे खान की आंखें बनेंगी किसी की रोशनी, दिल्ली में ट्रक हादसे में जान गंवाने के बाद परिवार ने लिया फैसला
कैसे हुआ हादसा
हादसे में मारे गये करीम (52) और शाह आलम (38) के परिजनों ने बताया कि ये लोग सार्वजनिक शौचालय के परिसर में सोते थे, लेकिन गर्मी होने के कारण वे सब डिवाइडर पर सोने चले गए। करीम के दामाद शेख हबीबुल ने कहा कि डिवाइडर के पास भीड़ देख कर उन्हें लगा कि वहां कोई घटना हुयी है। हबीबुल ने कहा, ‘जब घटना हुई, उस वक्त हम सो रहे थे। मौके पर भीड़ हो गयी । हमने वहां हंगामा सुना। जब मैं बाहर गया, हमने अपने ससुर करीम का शव अन्य लोगों के साथ सड़क पर देखा।’
आलम की पत्नी हफीजा बीबी ने कहा कि उनके परिवार में पांच सदस्य हैं और उनका पति ही एकमात्र कमाने वाला था। बीबी ने कहा, ‘गर्मी के कारण वह बाहर सोये थे। वह कबाड़ी का काम करते थे और परिवार के लिये एकमात्र कमाने वाले थे। मेरी चार बेटियां हैं और उनमें से एक की शादी हो चुकी है। हबीबुल ने बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे बताया कि लोगों को कुचलने के बाद ट्रक का संतुलन बिगड़ गया, लेकिन चालक किसी तरह से इसे नियंत्रित कर लिया और तेजी से निकल गया। सीमापुरी इलाके में बुधवार की सुबह डिवाइडर पर सो रहे लोगों को एक ट्रक ने कुचल दिया जिससे हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य घायल हो गये।
दिल्ली पुलिस ने क्या बताया
पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान नयी सीमापुरी के रहने वाले करीम (52), छोटे खान (25) और शाह आलम (38) के अलावा उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद के शालीमार गार्डन निवासी राहुल (45) के रूप में की गई है। राहुल के बड़े भाई अनिल कुमार ने बताया कि एक पुलिसकर्मी सुबह उनके घर आया और उनसे शव की पहचान करने के लिये कहा । कुमार ने बताया, ‘मैं एक चालक हूं और सुबह चार बजे घर लौटा था। कल रात राहुल अपने दोस्तों के साथ बाहर गया था और डिवाइडर पर सो रहा था। उसने कहा, ‘बाद में, मैं अपने काम को लेकर फिर बाहर चला गया, करीब 11 बजे मेरी बेटी ने मुझे फोन किया। मैं तत्काल जीटीबी अस्पताल पहुंचा और शव की पहचान की। राहुल तीन भाई- बहनों में सबसे छोटा था और मिस्त्री का काम करता था।’