छावला गैंगरेप केस में रिहाई मिली तो ड्राइवर की कर दी हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ऑटो ड्राइवर की हत्या के मामले में विनोद और पवन को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार, छावला गैंगरेप-हत्या केस में बरी होने के बाद विनोद जेल से बाहर निकला तो उसके बर्ताव में कोई सुधार नहीं हुआ। विनोद अपनी मां के साथ किराये के मकान में रहता था। जेल से निकलने के बाद भी उसकी बुरी आदतें बरकरार रहीं। इसी दौरान उसकी मुलाकात पवन से हुई। दोनों ने मिलकर पैसों के लिए लूटपाट की प्लानिंग की। दोनों को द्वारका में ऑटो चालक अनार सिंह आसान शिकार नजर आए। द्वारका सेक्टर-3 इलाके में दोनों ने अनार सिंह को लूटने की कोशिश की। अनार सिंह ने इनका मुकाबला किया। आरोपियों ने उनकी गर्दन पर चाकू से वार कर दिया। अनार की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद दोनों वहां से फरार हो गए।
विनोद के छूट कर आने के बाद से ही दहशत में परिवार
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही छावला कांड की शिकार युवती के परिजनों में डर है। हत्या में विनोद की गिरफ्तारी से उनका यह डर और बढ़ गया है। परिजनों ने बताया कि पेशी के दौरान आरोपी उन्हें बार-बार धमकी देते थे कि उनका हाल भी उनकी बेटी जैसा ही करेंगे। हालांकि बरी होने के बाद धमकी बंद हो गई, लेकिन परिजनों में अपनी सुरक्षा का डर जरूर बढ़ गया है।
पूरी दिल्ली को झकझोर कर रख देने वाले छावला कांड में रिव्यू पिटिशन दाखिल कर दी गई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही निर्भया की मां आशा देवी समेत कई समाजसेवी व आम लोग फैसले के विरोध में लगातार द्वारका में प्रदर्शन कर रहे हैं। सर्दी और बारिश के बावजूद रोज लोग इकट्ठा होते हैं और मोमबत्तियां जलाकर विरोध दर्ज करते हैं। आंदोलन में हिस्सा ले रहीं गौमती मट्टू ने कहा कि जब आरोपी इस तरह खुलेआम घूमेंगे तो इस तरह की वारदात अधिक होंगी। आरोपी बरी होने के बाद कानून से डरते नहीं हैं। हत्या के इस मामले का खुलासा पुलिस ने जल्दी कर दिया तो उनकी एक और करतूत सामने आ गई।