छपरा जहरीली शराब कांडः मिथाइल अल्कोहल से बना था मौत का प्याला, NHRC ने मांगा जवाब; मौत का सिलसिला जारी

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छपरा जहरीली शराब कांडः मिथाइल अल्कोहल से बना था मौत का प्याला, NHRC ने मांगा जवाब; मौत का सिलसिला जारी

छपरा जहरीली शराब कांडः मिथाइल अल्कोहल से बना था मौत का प्याला, NHRC ने मांगा जवाब; मौत का सिलसिला जारी

बिहार के सारण (छपरा) में हुई जहरीली शराबकांड की शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह शराब मिथाइल अल्कोहल से बनाई गई थी। इसमें पुरानी स्प्रिट का भी उपयोग हो सकता है। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों की जांच में यह बात सामने आयी है। अधिकारियों के अनुसार, मशरक थाने की हाजत में रखी स्प्रिट को चोरी करके ही यह शराब बनाई गई थी, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। आज शनिवार को भी दरियापुर में  एक व्यक्ति की मौत हो गयी और चार की तबीयत बिगड़ गई।

मशरक के गोपालबारी से लायी शराब पीने से मौत

मशरक थाना पुलिस ने अलग-अलग गांवों में जहरीली शराब पीकर मरने वालों के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली। दर्ज प्राथमिकी कांड संख्या 583/22 में थानाध्यक्ष ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि कुणाल सिंह, पिता यदु सिंह की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। मौके पर पुलिस बल और पदाधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि कुणाल सिंह का शव पड़ा हुआ है।

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परिजन एवं अनुज कुमार सिंह, राजेश तिवारी ने बताया कि शाम में रामजी साह और मधु सिंह दोनों गोपालबारी के मुकेश कुमार सिंह के यहां से शराब खरीद कर लाए थे। जिसको पीने के बाद उनकी भी तबीयत खराब हो गई। उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया तो देखा कि दर्जनों लोग शराब पीने से बीमार होकर इलाज करा रहे हैं ।

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घटना की सूचना भगवान बाजार थानाध्यक्ष को देते हुए सभी का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर किया गय। मामले में चौकीदार से पूछताछ में पता चला कि अवैध शराब मुकेश सिंह, पिता धर्म सिंह की तरफ से दी गई है। मामले में पूछताछ के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई जिसमें गोपालबारी समेत अन्य इलाकों के दस लोगों को नामजद कर थानाध्यक्ष ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस बल के साथ मुकेश सिंह के यहां छापेमारी की गई तो पांच लीटर देसी शराब और प्लास्टिक के रैपर बरामद किये गये। पुलिस प्राथमिकी अभियुक्त अनिल सिंह गोपालबारी व अप्राथमिकी अभियुक्त गुड्डू पांडेय बहरौली को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

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सुप्रीम कोर्ट का इस प्रकरण पर शीघ्र सुनवाई से इनकार

नई दिल्ली। बिहार में हाल में हुई जहरीली शराबकांड की जांच एसआईटी से कराने का अनुरोध करने वाली याचिका उच्चतम न्यायालय में दायर की गई है। इस याचिका का जिक्र इसे तत्काल सूचीबद्ध किए जाने के लिए किया गया। कोर्ट ने मामले का जिक्र करने वाले वकील पवन प्रकाश पाठक को उचित प्रक्रिया का पालन को कहा। शीर्ष अदालत में शीतकालीन अवकाश के कारण अब 2 जनवरी को खुलेगा।

मानवाधिकार आयोग ने मांगा सीएस और डीजीपी से जवाब

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सारण में हुई जहरीली शराबकांड में स्वत संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को मुख्य सचिव और डीजीपी से चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें घटना को लेकर दर्ज प्राथमिकी के बाद अब तक जांच की स्थिति, अस्पताल में भर्ती पीड़ितों की चिकित्सा और पीड़ित परिवारों को यदि कोई मुआवजा प्रदान किया गया है, तो उसकी स्थिति भी स्पष्ट करने का निर्देश दिया है।

शनिवार को भी मौत

सारण में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 74 हो गयी है। शुक्रवार को मशरक, अमनौर और इसुआपुर में 28 लोगों की मौत हो गयी। अब भी कई लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इनमें कई की स्थिति गंभीर है। कुछ शवों को परिजनों ने डर से आननफानन में जला दिया। अगर इन मौतों को भी जोड़ दिया जाए तो आंकड़ा 80 के पार हो जाएगा। मृतकों में इसुआपुर के सिसवा गांव के चौकीदार के बेटे मिथिलेश कुमार भी शामिल है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर 30 शवों का पोस्टमार्टम सरकारी अस्पताल में प्रशासन की ओर से कराया गया है।

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