गैस में बन रही थी चाय और तभी फट गए दो सिलिंडर, बाल-बाल बची महिला, पढ़िए पूरी स्टोरी

118
गैस में बन रही थी चाय और तभी फट गए दो सिलिंडर, बाल-बाल बची महिला, पढ़िए पूरी स्टोरी

गैस में बन रही थी चाय और तभी फट गए दो सिलिंडर, बाल-बाल बची महिला, पढ़िए पूरी स्टोरी

नगर संवाददाता, फरीदाबाद: चाचा चौक के पास एक मकान के फर्स्ट फ्लोर में चाय बनाते समय दो सिलिंडरों में ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि फर्स्ट फ्लोर की छत व कमरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ग्राउंड फ्लोर पर कई जगह दरारें आ गईं। गनीमत रही कि महिला बच्चे को बुलाने के लिए बाहर निकली थी कि तभी हादसा हुआ। आसपास रहने वाले लोगों ने आग पर काबू पाया। घटना के बाद मौके पर दमकल विभाग और पुलिस जांच में जुटी हुई हैं। संजय एन्क्लेव निवासी प्रेमवीर ने बताया कि मंगलवार दोपहर तीन बजे उनकी पत्नी चाय बना रही थीं। गैस पर चाय चढ़ाकर वह बाहर निकलकर बच्चे को बुलाने गईं। इतनी ही देर में सिलिंडर ने आग पकड़ ली। जैसे ही वो कमरे की तरफ बढ़ी तो आग दिखी। उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया। जब तक लोग आग बुझाते, तब तक दूसरे सिलिंडर में भी आग लग गई और दोनों सिलिंडर फट गए।

फ्रिज, टीवी, कपड़े, 35 हजार रुपये जले
पीड़ित ने बताया कि ब्लास्ट से पहली मंजिल की छत पूरी तरह गिर गई। कमरे में रखे फ्रिज, टीवी, कपड़े, 35 हजार नगद रुपये समेत घर का अन्य सामन जल गया। पीड़ित ने बताया कि गैस सिलिंडर सोमवार को मंगवाया था। सिलिंडर को मंगलवार सुबह ही गैस खत्म होने पर लगाया गया था।

संकरी गली में नहीं घुस सकी दमकल
आग की सूचना पर मौके पर दमकल की गाड़ी पहुंची, लेकिन गली संकरी होने की वजह वो अंदर नहीं घुस सकी। इस दौरान लोगों ने सबमर्सिबल पंप के सहारे आसपास के घरों से पानी लेकर आग पर काबू पाया। ब्लास्ट के दौरान एक बच्चे को भी मामली चोट आई हैं। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।

मिल सकता है क्लेम

सिलिंडर फटने से होने वाली दुर्घटनाओं में संपत्ति का नुकसान व किसी व्यक्ति की मुत्यु होने पर 10 लाख रुपये तक बीमा क्लेम मिलने का प्रावधान है। बड़े हादसे में क्लेम की राशि 50 लाख रुपये तक हो सकती है। छोटे हादसों में क्लेम एक लाख रुपये से शुरू होता है, जबकि बड़े हादसों में मुआवजा बढ़ जाता है। सिलिंडर की हल्की लीकेज को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। गैस पाइप की गुणवत्ता से समझौता न करें।

सावधानी में ही बचाव है
सिलिंडर हमेशा खुले में रखें। रात में नॉप बंद जरूर करें। लीकेज का अंदेशा होने पर बल्ब या माचिस न जलाएं। कंपनी को तुरंत इसकी जानकारी दें। ऐसा होने पर खिड़की दरवाजे तुरंत खोलें। गैस पाइप को समय-समय पर बदलते रहें। सिलेंडर हमेशा खुले में रखें। एक साथ कई सिलिंडर न रखें।

हादसा हो तो क्या करें

एलपीजी गैस सिलिंडर विस्फोट की घटना के बारे में सबसे पहले पुलिस व गैस एजेंसी को सूचित करें। जांच रिपोर्ट के आधार पर उपभोक्ता क्लेम राशि के लिए दावा कर सकता है। ऐसे मामले में पीड़ित या उनके रिश्तेदार मुआवजे के लिए अदालत में भी अपील कर सकते हैं। मुआवजा राशि उम्र, वेतन और पीड़ित की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तय होती है। बिना किसी औपचारिकता के सभी गैस सिलिंडर बीमाकृत होते हैं। एजेंसियों के लिए अपने कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर अनिवार्य रूप से एलपीजी गैस सिलिंडर इंश्योरेंस और उसके लाभ की जानकारी देना अनिवार्य है। उपभोक्ता इंश्योरेंस और उसके लाभ के बारे में जानकारी गैस एजेंसी से संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News