गुरुग्राम: भ्रष्टाचार की 52 फाइलें कर रहीं रिपोर्ट का इंतजार, सीएम ऑफिस से रिपोर्ट मांगने पर पूरे निगम में खलबली

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गुरुग्राम: भ्रष्टाचार की 52 फाइलें कर रहीं रिपोर्ट का इंतजार, सीएम ऑफिस से रिपोर्ट मांगने पर पूरे निगम में खलबली

गुरुग्राम: भ्रष्टाचार की 52 फाइलें कर रहीं रिपोर्ट का इंतजार, सीएम ऑफिस से रिपोर्ट मांगने पर पूरे निगम में खलबली

नई दिल्ली: नगर निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों की जांच करने पर गंभीर नहीं हैं। यह बात नगर निगम में लंबित मामलों की संख्या के बाद सामने आई है। इसके अलावा निगम की विजिलेंस विंग के पास भी काफी मामले अभी लंबित हैं। कई मामलों में कार्रवाई की सिफारिश की गई है। प्रदेश सरकार की ओर से भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों की स्टेटस रिपोर्ट मांगने पर नगर निगम में खलबली मची हुई है। नगर निगम के अधिकारी दो दिन से रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं। ऐसे में न केवल अर्बन लोकल बॉडीज बल्कि निगम प्रशासन की ओर से भी कई अधिकारियों पर काफी समय से लंबित पड़ी शिकायतों को लेकर गाज गिर सकती है।

प्रदेश की ओर से गुप्तचर विभाग की सीएम फ्लाइंग की शिकायतों की बात की जाए तो यह प्रदेश भर की 1040 में से 74 शिकायतें नगर निगम गुड़गांव की हैं। इन शिकायतों में मंगलवार शाम तक की रिपोर्ट के अनुसार 52 शिकायतों की एक्शन टेकन रिपोर्ट में रिपोर्ट अवेटिड की बात कही है। 8 मामलों की जांच पूरी की गई है। 10 मामलों में शिकायत से संबंधित कॉपी न मिलने की बात कही है। इसके अलावा चार मामले नगर निगम से संबंधित नहीं बताए गए हैं। ऐसे में कुल मामलों के दस फीसदी की ही जांच पूरी हुई है। 90 फीसदी मंगलवार तक बाकी हैं।

अब दूसरी ओर नगर निगम की अपनी विजिलेंस विंग है। इस विंग के पास 50 शिकायतें हैं। इनमें से बीते सप्ताह ही 18 मामलों की जांच पूरी करके नगर निगम कमिश्नर के पास एक्शन की सिफारिश के साथ भेजी गई हैं। 32 मामले यहां पर भी बाकी हैं। पैडिंग मामलों की संख्या कुल मामलों का 60 फीसदी है। प्रदेश के मुख्य सचिव की ओर से रिपोर्ट मांगने के बाद अब नगर निगम में खलबली मची है। मंगलवार को दिन भर सेक्टर 34, सेक्टर 42, सिविल लाइन ऑफिस के अलावा नगर निगम के कैंप ऑफिस में केवल इसी मामले में रिपोर्ट तैयार होती रहीं। करीब साल भर में ठंडे बस्ते में पड़े इन मामलों को लेकर एकाएक रिपोर्ट मांगने पर नगर ऑफिसर में हरकत में आ गए हैं।

इन मामलों की भेजी है रिपोर्ट-

1- 14 अगस्त, 2020 को सुपर शकर मशीन के रेकॉर्ड को लेकर शिकायत में इंजीनियर विंग के उस समय रहे ईएक्सईएन को चार्जशीट की सिफारिश की गई है।

2- 27 फरवरी, 2020 को 2019-20 में सीवर सफाई से संबंधित एनबीटी में प्रकाशित रिपोर्ट पर इंजीनियर डिविजन एक और आठ के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट सबमिट की है।

3- 12 मई, 2021 को विज्ञापन विंग के एसडीओ को नामजद करते हुए चार्जशीट की सिफारिश की है। उन पर विज्ञापन पांच नोटिस आठ माह के दौरान दिए गए। वह न तो जांच में शामिल हुए और न ही कोई रेकॉर्ड उपलब्ध करवाया। उन पर अवैध रूप से विज्ञापन लगवाने का आरोप है।

4- 16 दिसंबर, 2021 को ईएक्सईएन, एसडीओ, जेई पर कॉंट्रेक्टर से रिश्वत लेने के मामले में कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

5- 10 मई, 2020 को जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र विंग में एक महिला क्लर्क पर डेथ सर्टिफिकेट जारी करने में लापरवाही पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

6- हॉर्टिकल्चर विंग के एक ईएक्सईएन पर रिश्वत मांगने, मिस बिहेव करने आदि के आरोपों की जांच के बाद कॉंट्रेक्टर की सिक्युरिटी राशि जब्त करने और ब्लैक लिस्ट की सिफारिश की गई है।

7- नगर निगम के एक जेडटीओ के खिलाफ निगम की दुकानों के स्वामित्व मामले में जांच के बाद रिपोर्ट नगर निगम कमिश्नर को दी गई है।

वर्जन

50 शिकायतों में से 18 की जांच पूरी कर रिपोर्ट निगम कमिश्नर को आगामी कार्रवाई के लिए भेजी गई है।

रोहताश बिश्नोई, एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर,नगर निगम

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